Male Period: मासिक धर्म यानी पीरियड्स महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़ी एक ऐसी स्थिति है, जिसका सामना एक उम्र के बाद हर महिला को करना पड़ता है। महिलाओं में पीरियड्स के विषय को लेकर अब समाज में जागरूकता भी फैली और लोगों ज्यादातर लोगों को इसके बारे में जानकारी हो रही है। लेकिन क्या आप पुरुषों में पीरियड्स के बारे में जानते हैं? महिलाओं की तरह ही पुरुषों में भी पीरियड्स होते हैं। हालांकि इस दौरान पुरुषों में ब्लीडिंग नहीं होती है, बाकी सभी लक्षण महिलाओं में होने वाले पीरियड्स के समान ही होते हैं। ज्यादातर लोग यह पढ़कर हैरान होंगे कि पुरुषों में पीरियड्स किसे हो सकते हैं, तो आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
लड़कों में पीरियड्स होते है?- What is Male Period?
महिलाओं की तरह ही कुछ पुरुषों में भी पीरियड्स की समस्या होती है। PUBMeD पर प्रकाशित G A Lincoln द्वारा की गयी रिसर्च में यह कहा गया है, शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव की वजह से पुरुषों में प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम के लक्षण दिखते हैं। मेडिकल की भाषा में इस स्थिति को इर्रिटेबल मेल सिंड्रोम (Irritable Male Syndrome in Hindi) कहा जाता है। पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर बढ़ने और घटने पर यह स्थिति होती है। इसके चलते डिप्रेशन, थकान, चिंता और चिड़चिड़ापन जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं। एक सर्वे के मुताबिक हर 4 में से 1 पुरुष में यह लक्षण जरूर देखे जाते हैं।
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क्या है इर्रिटेबल मेल सिंड्रोम?- Irritable Male Syndrome in Hindi
इर्रिटेबल मेल सिंड्रोम शरीर में हार्मोनल बदलाव होने की वजह से दिखने वाले लक्षण को कहते हैं। इस समस्या में मूड में बदलाव, चिड़चिड़ापन, गुस्सा, चिंता और डिप्रेशन की समस्या होती है। यह सिंड्रोम पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के स्तर में बदलाव के कारण होता है। इर्रिटेबल मेल सिंड्रोम का असर वैसे तो 24 घंटे तक ही रहता है, कुछ लोगों में यह 48 घंटे तक भी रह सकता है।
पुरुषों में पीरियड्स के लक्षण- Male Periods Symptoms in Hindi
पुरुषों में इर्रिटेबल मेल सिंड्रोम के कारण पीरियड्स आते हैं। इर्रिटेबल मेल सिंड्रोम के लक्षण महिलाओं में पीरियड्स के समय दिखने वाले लक्षणों जैसे ही होते हैं। पुरुषों में पीरियड्स के कुछ प्रमुख लक्षण इस प्रकार से हैं-
- थकान और चक्कर आना
- मांसपेशियों में दर्द और ऐंठन
- काम करने की इच्छा न करना
- चिंता और डिप्रेशन
- मूड में बदलाव या चिड़चिड़ापन
- सेक्स करने की इच्छा न होना
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महिलाओं की तरह पुरुषों में पीरियड्स होने पर ब्लीडिंग नहीं होती है। शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के स्तर में उतार-चढ़ाव के लिए आपकी कुछ अनहेल्दी आदतें भी जिम्मेदार होती हैं। मानसिक तनाव, चिंता और असंतुलित जीवनशैली के कारण यह समस्या हो सकती है। डायबिटीज और हाई बीपी की समस्या भी इसी वजह से बढ़ती है। इसलिए आपको अपने जीवनशैली और खानपान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। लक्षण गंभीर होने पर सबसे पहले डॉक्टर की सलाह लें।
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