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क्या पुरुषों में माइग्रेन के लक्षण महिलाओं से अलग हो सकते हैं? जानें डॉक्टर की राय

पुरुषों में माइग्रेन की समस्या तेजी बढ़ने लगी है। इसके कई कारण हो सकते हैं। आगे जानते हैं क्या पुरुषों में माइग्रेन के कारण महिलाओं से अलग हो सकते हैं।
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 क्या पुरुषों में माइग्रेन के लक्षण महिलाओं से अलग हो सकते हैं? जानें डॉक्टर की राय


लोगों की जीवनशैली में बदलाव के चलते हैं, उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। आज के समय में काम के बढ़ते दबाव की वजह से लोगों को माइग्रेन की समस्या होने लगी है। बीते कुछ सालों में माइग्रेन की समस्या के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है। माइग्रेन को सिरदर्द के रूप में जाना जाता है। यह पुरुष या महिला दोनों को समान रूप से प्रभावित कर सकता है। महिलाओं और पुरुषों में माइग्रेन के कारण थोड़े बहुत अलग हो सकते हैं। लेकिन, ज्यादातर कारण एक समान ही होते हैं। इस लेख में सीनियर फिजिशियन डॉक्टर विनोद कुमार से आगे जानते हैं कि क्या वाकई में पुरुषों में माइग्रेन के लक्षण महिलाओं से अलग (Are Migraines Different for Men and Women) हो सकते हैं। 

माइग्रेन क्या है? - What is migraine in hindi 

माइग्रेन एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है, जिसमें मध्यम से गंभीर सिरदर्द के बार-बार होने वाले एपिसोड होते हैं। यह अक्सर सेंसरी गड़बड़ी और नर्वस सिस्टम कार्य को बाधित कर सकता है। माइग्रेन के सटिक कारणों को समझना थोड़ा मुशकिल है। लेकिन, कुछ एकसपर्ट  बताते हैं कि पर्यावरणीय (Environmental) और न्यूरोबायोलॉजिकल कारकों के चलते यह समस्या हो सकती है। हार्मोनल उतार-चढ़ाव, तनाव, नींद की गड़बड़ी, आहार संबंधी कारक और सेंसरी स्ट्यूमिलेशन जैसे ट्रिगर माइग्रेन का कारण बन सकते हैं। 

migraine in male

तनाव और लाइफस्टाइल के कारण माइग्रेन

तनाव और लाइफस्टाइल पुरुषों में भी माइग्रेन (Male Migraine) का कारण बन सकता है। तनाव, चाहे यह शारीरिक हो या मानसिक, यह शारीरिक परिवर्तनों का कारण बनकर बार-बार माइग्रेन को ट्रिगर कर सकता है। इसके अतिरिक्त, कैफीन, अल्कोहल और कुछ खाद्य पदार्थ जैसे आहर संबंधी कारक माइग्रेन की शुरुआत का कारण बन सकते हैं। 

हार्मोनल प्रभाव

हार्मोनल उतार-चढ़ाव विशेष रूप से पीरियड्स से संबंधित हो सकता है। यह माइग्रेन पैथोफिजियोलॉजी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो मुख्य रूप से महिलाओं को प्रभावित कर सकते हैं। महिलाएं अक्सर पीरियड्स संबंधी माइग्रेन के लक्षण महसूस करती हैं। यह माना जाता है कि यह एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के स्तर में उतार-चढ़ाव से माइग्रेन हो सकता है। पुरुषों में भी हार्मोन बदलाव की वजह से माइग्रेन हो सकता है। 

आनुवंशिक कारण 

आनुवंशिक कारक माइग्रेन का कारण बन सकते हैं। यह समस्या महिला व पुरुष दोनों को समान रूप से हो सकती है। महिलाओं में जीन्स जिस तरह की प्रतिक्रिया कर सकते हैं, ठीक उसी तरह यह पुरुषों के लिए भी माइग्रेन का कारण बन सकते हैं। 

न्यूरोबायलॉजिकल वैरिटेंस - Neurobiological Variations

पुरुषों और महिलाओं के बीच न्यूरोबायोलॉजिकल अंतर भी माइग्रेन का कारण बन सकता है। मस्तिष्क में संरचनात्मक और कार्यात्मक अंतर, जिसमें दर्द और न्यूरोट्रांसमीटर सिस्टम में परिवर्तन शामिल हैं। यह लिंग के आधार पर माइग्रेन की संवेशीलता को प्रभावित कर सकता है। उदाहरण के लिए, सेरोटोनिन रिसेप्टर एक्सप्रेशन और डोपामाइन मेटाबॉलिज्म में अंतर को माइग्रेन पैथोफिजियोलॉजी में शामिल किया गया है। 

माइग्रेन का इलाज कैसे करें - Male Migraine Treatment In Hindi  

माइग्रेन के इलाज के लिए इसके ट्रिगर को पहचानना बेहद आवश्यक है। महिलाओं व पुरुषों के अलग-अलग ट्रिगर प्वाइंट के इलाज के लिए डॉक्टर अलग-अलग रणनीति तैयार कर सकते हैं। इसके लिए पहले केवल दर्द कम करने वाली दवाएं दी जाती थी। लेकिन, अब महिलाओं में पीरियड्स से जुड़े माइग्रेन में हार्मोनल थेरेपी का उपयोग किया जाता है। माइग्रेन के सामान्य कारणों को दूर करने के लिए डॉक्टर योग व एक्सरसाइज करने की सलाह देते हैं। 

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माइग्रेन की समस्या महिला या पुरुष किसी को भी हो सकती है। लाइफस्टाइल में बदलाव का असर पुरुषों की मानसिक स्थिति पर पड़ सकता है। इससे बचने के लिए आप नियमित रूप से योग करें। साथ ही, किसी भी तरह की गंभीर समस्या में डॉक्टर से अवश्य संपर्क करें। 

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