Expert

माइग्रेन से पीड़ित हैं तो रोज करें बालासन, सिरदर्द में मिलेगा आराम

योगासनों से आप सिरदर्द और माइग्रेन की समस्या में आराम पा सकते हैं। आगे जानते हैं माइग्रेन में बालासन के फायदे  
  • SHARE
  • FOLLOW
माइग्रेन से पीड़ित हैं तो रोज करें बालासन, सिरदर्द में मिलेगा आराम

Child’s Pose For Chronic Migraine: योग सिर्फ शारीरिक फिटनेस के लिए ही आवश्यक नहीं होता है। यह आपके मन और शरीर को शांति प्रदान करता है। साथ ही, चिंता, तनाव, अवसाद और अन्य बीमारियों में भी मदद कर सकता है। भारत में कई सालों पहले से योग किया जा रहा है। दरअसल, योग व्यक्ति के शरीर को बाहरी बीमारियों से लड़ने के लिए सक्षम बनाता है। इसके अलावा, कई तरह की मानसिक स्थितियों को कम करने में भी कार्य करता है। योग में ऐसे कई योगासन के बारे में विस्तार से बताया गया है जो स्ट्रेस (Stress) के साथ ही माइग्रेन की समस्या को भी कम कर सकते हैं। योगा एक्सपर्ट ऋपसी अरोड़ा के मुताबिक बालासन से क्रोनिक माइग्रेन की समस्या में तेजी से आराम मिलता है। नियमित रूप से योगासन के द्वारा सिरदर्द और माइग्रेन के लक्षणों (Headache and Migraine) को कम किया जा सकता है। आगे जानते हैं इसके फायदे और बालासन को करने का तरीका। 

क्रोनिक माइग्रेन को कम करेगा चाइल्ड पोज - Child Pose To Reduce Chronic Migraine In Hindi 

तनाव और स्ट्रेस को कम करें

क्रोनिक माइग्रेन अक्सर तनाव, स्ट्रेस और अनियिमित जीवनशैली से संबंधित होता है। चाइल्ड पोज (बालासन) से शरीर और मस्तिष्क को आराम मिलता है। इस योगासन को करने से कंधों और रीढ़ की हड्डी पर खिंचाव आता है। इससे स्ट्रेस में आराम मिलता है। साथ ही, सांसों पर ध्यान देने व लंबी गहरी सांस से नर्वस सिस्टम का तनाव दूर होता है। 

child pose for migraine

ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाएं 

बालासन या चाइल्ड पोज को करते समय शरीर को आगे की ओर झुकाना होता है, इससे ब्रेन तक ब्लड आसानी से पहुंचता है। ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होने से ब्रेन की कोशिकाओं को ऑक्सीजन मिलते हैं और वह अपना कार्य सही तरह से कर पाती हैं। इस आसन को बार-बार करने से ब्रेन की नर्वस सिस्टम एक्टिवेट होता है और माइग्रेन धीरे-धीरे कम होने लगता है।

मांसपेशियों के तनाव से राहत

घंटों डेस्क जॉब करने के कारण शरीर की मांसपेशियों में तनाव आ सकता है। यह क्रोनिक माइग्रेन की वजह बन सकता है। लेकिन, बालासन रीढ़ की हड्डी के एलाइनमेंट को ठीक करता है। इससे कंधे और गर्दन की मांसपेशियों में होने वाला तनाव कम होता है। दरअसल, मांसपेशियों का तनाव क्रोनिक माइग्रेन को ट्रिगर कर सकता है। ऐसे में आप बालासन को लाइफस्टाइल में शामिल कर सकते हैं। 

बेहतर नींद के लिए आवश्यक

माना जाता है कि जो लोग पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं उनको माइग्रेन की समस्या हो सकती है। लेकिन, जब आप नियमित रूप से बालासन करते हैं तो इससे स्ट्रेस और तनाव दूर होता है और आपकी नींद की क्वालिटी बेहतर होती है। इसके अभ्यास से आप नींद से जुड़ी समस्याओं में आराम पा सकते हैं। 

क्रोनिक माइग्रेन को दूर करने के लिए बालासन कैसे करें - How To Do Child Pose To Reduce Chronic Migraine In Hindi

  • बालासन को करने के लिए आप एक मैट में घुटनों को मोड़ते हुए बैठ जाएं। 
  • इसके बाद गहरी सांस भरें और हाथों को ऊपर की ओर ले जाएं। 
  • इसके बाद हाथों को जमीन की ओर ले जाते हुए आगे की ओर झुकें। 
  • इस दौरान आप माथे को जमीन पर टच करें। 
  • इस पोजीशन में करीब 10 से 15 सेकेंड रूकें। 
  • फिर सांस को छोड़ते हुए हाथों को दोबारा ऊपर की ओर ले जाएं और बैठ जाएं। 

इसे भी पढ़ें: अक्सर रहता है सिरदर्द तो रोज करें इन 5 योग मुद्राओं का अभ्यास

Child Pose To Reduce Chronic Migraine - इस आसन का अभ्यास आप 10 से 15 मिनट कर सकते हैं। इससे पाचन क्रिया भी बेहतर होती है। साथ ही, आपके शरीर का ब्लड सर्कुलेशन सही होता है। इससे आपको क्रोनिक माइग्रेन में आराम मिलता है। इस आसन का लाभ लेने के लिए आप इसे योगा एक्सपर्ट की देखरेख में करें। 

Read Next

बच्चेदानी को मजबूत बनाने के लिए जरूर करें ये 3 योगासन, जानें करने का तरीका

Disclaimer