What is Liver Abscess : आजकल खराब खानपान के चलते लिवर से जुड़ी समस्याएं होना आम बात हो गई है। लिवर शरीर का बहुत ही जरूरी अंग होता है। यह खून को साफ करने, भोजन को पचाने और शरीर में एनर्जी का संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। साथ ही, लिवर हार्मोन्स को बैलेंस करने में मदद करता है। यह सेक्स हार्मोन, थायराइड हार्मोन, कॉर्टिसोन जैसे हॉर्मोन का संतुलन बनाता है। अब आप ये समझ गए होंगे कि शरीर को सुचारू रूप से चलाने के लिए लिवर की कितनी अहम भूमिका होती है, लेकिन क्या आप लिवर से जुड़ी बीमारियों के बारे में जानते हैं? आमतौर पर लोग लिवर फेलियर, फैटी लिवर और लिवर इंफेक्शन जैसी समस्याओं के बारे में जानते हैं। हालांकि, आज के इस आर्टिकल में हम लिवर एब्सेस (Liver Abscess) नाम की बीमारी पर बात करेंगे। इस स्थिति के बारे में हमने दिल्ली स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल हॉस्पिटल के सर्जरी स्पेशलिस्ट डॉ. नबल कुमार मिश्रा से बात की है। आइए लिवर एब्सेस के बारे में विस्तार से जानते हैं।
लिवर एब्सेस क्या है?- What is Liver Abscess?
लिवर एब्सेस को आसान शब्दों में समझने की कोशिश करें, तो इस स्थिति में लिवर के टिशूज में मवाद या पस भरने लगता है। यह एक प्रकार का लिवर इंफेक्शन ही है। दरअसल, लिवर में एब्सेस होने के पीछे की वजह बैक्टीरिया द्वारा फैलाए जाने वाले इंफेक्शन को माना जाता है। बता दें कि शरीर में होने वाले ज्यादातर इंफेक्शन बैक्टीरिया, पैरासाइट या फंगस की वजह से होते हैं। लिवर में एक या इससे ज्यादा एब्सेस भी हो सकते हैं। आइए अब इस बीमारी के बारे में अन्य जरूरी बातें जानते हैं।
लिवर एब्सेस होने के कारण - Causes of Liver Abscess
लिवर एब्सेस की समस्या कई कारणों से हो सकती है। यह समस्या पेट या गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल इंफेक्शन, अल्कोहल का ज्यादा सेवन, डायबिटीज, एचआईवी/एड्स, खराब पोषण के कारण, पेट की सर्जरी, ब्लड इंफेक्शन, दूषित भोजन या पानी पीने की वजह से हो सकती है। अगर कुछ अन्य लक्षणों के बारे में जानते हैं, तो सुस्त इम्यून सिस्टम, कैंसर या कैंसर के इलाज के लिए की जाने वाली कीमोथेरेपी, कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स दवा लेना या फिर ऑर्गन ट्रांसप्लांट (Organ Transplant) की वजह से भी यह स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
इसे भी पढ़ें- फैटी लिवर से बचाएगी कच्ची हल्दी से बनी यह डिटॉक्स ड्रिंक, सेहत के लिए है फायदेमंद
लिवर एब्सेस के लक्षण क्या हैं?- Symptoms of Liver Abscess
अगर लिवर एब्सेस के लक्षणों की बात करें, तो इसका सबसे आम लक्षण पेट के ऊपरी दाहिने भाग में दर्द होना और बुखार की समस्या है। इसके अलावा, मतली, उल्टी, भूख न लगना, कंपकंपी आना और थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं। बता दें कि लिवर एब्सेस के लक्षण बहुत ही सामान्य होते हैं। ऐसे में अगर आप लंबे समय से इनमें से किसी भी समस्या का समाना कर रहे हैं, तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें। इस बीमारी में लिवर के अंदर बॉल या फोड़े जैसी समस्या होने लगती है। कई मामलों में ये एब्सेस बढ़ते-बढ़ते फट भी जाते हैं। ऐसे में जहरीला मवाद फेफड़े, हृदय और पेट आदि में फैलने लगता है। इस स्थिति में, व्यक्ति को सांस लेने में परेशानी, पेट में दर्द की शिकायत और एडवांस स्टेज में पेशाब कम आने जैसी समस्याएं होने लगती हैं।
इसे भी पढ़ें- फेकल ट्रांसप्लांट क्या होता है? एक्सपर्ट से जानें यह सुरक्षित है या नहीं
लिवर एब्सेस का इलाज कैसे होता है?- How is Liver Abscess Treated
अगर लिवर एब्सेस के इलाज की बात करें, तो सर्जन या इस फील्ड के स्पेशलिस्ट आमतौर पर दवाइयों के सेवन की सलाह देते हैं। ऐसे में दवाइयों की मदद से धीरे-धीरे मवाद या पस को सुखाया जाता है। वहीं, कई मामलों में इस एब्सेस का आकार बड़ा होता है या इसकी लोकेशन दिल के आसपास की होती है, तो सुईं और सिरिंज की मदद से पस को सुरक्षित तरीके से बाहर निकाला जाता है। कभी-कभी डॉक्टर लिवर एब्सेस कैविटी में एक ट्यूब लगा देते हैं। इसके बाद ट्यूब की मदद से धीरे-धीरे कुछ दिनों में पस बाहर निकल जाता है। इसके बाद व्यक्ति पूरी तरह से ठीक हो सकता है।
इसे भी पढ़ें- हेल्दी रहने के लिए लिवर और किडनी हेल्थ पर ध्यान देना क्यों जरूरी है? एक्सपर्ट से समझें
बता दें कि अगर लिवर एब्सेस का इलाज सही समय पर नहीं किया जाता है, तो यह फोड़ा फट सकता है और जहरीला पस शरीर के अन्य अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है। इस स्थिति में सेप्सिस नाम की परेशानी हो सकती है। सेप्सिस एक जानलेवा मेडिकल इमरजेंसी होती है। यह तब होती है, जब शरीर में संक्रमण के कारण इम्यून सिस्टम ज्यादा एक्टिव हो जाता है। सेप्सिस को रक्त विषाक्तता (Blood Poisoning) या सिस्टेमिक इंफ्लेमेटरी रिस्पॉन्स सिंड्रोम (SIRS) भी कहते हैं। कुल मिलाकर, आपको शरीर में दिखने वाले लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए। अगर इस बीमारी का समय रहते इलाज हो जाता है, तो आप लिवर एब्सेस की समस्या से पूरी तरह ठीक हो सकते हैं।
Read Next
ग्लूकोमा (काला मोतिया) होने पर मरीज को अपनानी चाहिए ये 5 आदतें, रोजमर्रा की जिंदगी होगी आसान
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version