Doctor Verified

यीस्ट इंफेक्शन का समय पर इलाज न किए जाने से हो सकती हैं ये 4 परेशानियां, न करें नजरअंदाज

What Happens If A Yeast Infection Goes Untreated In Hindi: यीस्ट इंफेक्शन का इलाज न किए जाने पर कई तरह की अन्य समस्याएं हो सकती हैं, जैसे स्किन इंफेक्शन, इचिंग और रेडनेस आदि।
  • SHARE
  • FOLLOW
यीस्ट इंफेक्शन का समय पर इलाज न किए जाने से हो सकती हैं ये 4 परेशानियां, न करें नजरअंदाज


Is It Bad If A Yeast Infection Goes Untreated In Hindi: यीस्ट संक्रमण को कैंडिडिआसिस के नाम से भी जाना जाता है। यह एक तरह का फंगल इंफेक्शन होता है, जो यीस्ट कैंडिडा के ओवर ग्रो होने के कारण होता है। कैंडिडा एल्बिकेंस होने के कारण खुजली, जलन और गाढ़ा, सफेद स्राव जैसे लक्षण होते हैं। बहरहाल, यीस्ट इंफेक्शन की किसी भी तरह से अनदेखी किया जाना सही नहीं है। लेकिन, लोग अक्सर यीस्ट इंफेक्शन के प्रति सावधानी नहीं बरतते हैं। क्या आप जानते हैं कि अगर यीस्ट इंफेक्शन का इलाज न किया जाए, तो इसकी वजह से कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं। जानें, वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से।

यीस्ट इंफेक्शन का इलाज न किए जाने पर कैसी परेशानी हो सकती है?- What Happens If A Yeast Infection Goes Untreated In Hindi

what happens if a yeast infection goes untreated 1 (1)

लक्षण का गंभीर होना

यीस्ट इंफेक्शन का समय पर इलाज न किए जाने पर इस दौरान नजर आ रहे सभी लक्षणों की स्थिति गंभीर हो जाती है। प्रभावित हिस्से में इचिंग, जलन और रेडनेस बढ़ जाती है। यहां तक कि समय पर यीस्ट इंफेक्शन का इलाज न किया जाए, तो प्रभावित हिस्से में जलन भी हो जाती है। इस तरह की कंडीशन से बचना है, तो अच्छा होगा कि समय रहते यीस्ट इंफेक्शन का इलाज करवाएं।

इसे भी पढ़ें: यीस्ट इंफेक्शन होने पर क्या खाना चाहिए और क्या नहीं? एक्सपर्ट से जानें

त्वचा का प्रभावित होना

यीस्ट इंफेक्शन के कारण खुजली और जलन बढ़ जाती है। इस तरह की स्थिति में इचिंग करने से खुद को रोकना काफी मुश्किल हो जाता है। खुजली करने की वजह से प्रभावित हिस्से में घाव हो जाता है। अब अगर यीस्ट इंफेक्शन के साथ-साथ घाव को ठीक न किया जाए, तो स्किन इंफेक्शन का जोखिम भी बढ़ जाता है। ध्यान रखें कि स्किन इंफेक्शन की वजह से असहजता बढ़ सकती है और रोजमर्रा के कामकाज में भी दिक्कत आती है।

पाचन संबंधी समस्या

अगर समय रहते यीस्ट इंफेक्शन का इलाज न किया जाए, तो संक्रमण डाइजेस्टिव ट्रैक्ट तक पहुंच सकता है। इस तरह की स्थिति में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिजीज हो सकता है। यही नहीं, यीस्ट इंफेक्शन के कारण ब्लोटिंग, गैस और डायरिया जैसी परेशानी भी हो सकती है। असल में, यीस्ट इंफेक्शन की वजह से गट में संक्रमण फैल जाता है, जो कि पाचन संबंधी समस्या को ट्रिगर कर सकता है।

इसे भी पढ़ें: क्‍या यीस्‍ट के कारण फंगल इन्‍फेक्‍शन होता है? डॉक्‍टर से जानें

बार-बार इंफेक्शन होने का रिस्क

अगर आप लंबे समय तक यीस्ट इंफेक्शन का इलाज नहीं करवाते हैं, तो यह कई अन्य स्थितियों को जन्म दे सकता है। जैसे अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए, तो ऐसे में संक्रमण के ठीक होने के बाद भी इसके दोबारा होने का जोखिम बना रहता है। खासकर, अगर कोई इसका इलाज पूरी तरह नहीं करवाता है, तो स्थिति गंभीर हो सकती है। ध्यान रखें कि किसी भी तरह के इंफेक्शन को बिना इलाज नहीं छोड़ना चाहिए। यीस्ट इंफेक्शन के बाद अपना इलाज प्रॉपर तरीके से करवाएं। जब तक पूरी तरह रिकवरी न हो, तो इसे ट्रीटमेंट को बीच में न छोड़ें।

All Image Credit: Freepik

Read Next

क्या बर्थ कंट्रोल पिल लेने से बार-बार पेशाब आने की समस्या हो सकती है? जानें डॉक्टर से

Disclaimer