Can Yeast Infection Affect Your Baby During Pregnancy In Hindi: यीस्ट इंफेक्शन, जिसे हम कैंडिडियासिस के नाम से भी जानते हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं में यीस्ट इंफेक्शन होने का रिस्क काफी ज्यादा होता है। असल में, प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं में एस्ट्रोजन का स्तर काफी ज्यादा होता है। ऐसे में योनि में बैक्टीरिया और यीस्ट का संतुलन बिगड़ जाता है। इसी वजह से प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को यीस्ट इंफेक्शन का खतरा बना रहता है। बहरहाल, प्रेग्नेंसी के दौरान यीस्ट इंफेक्शन की वजह से महिलाओं को कई तरह की दिक्कतें होने लगती हैं। उन्हें पेशाब करने के दौरान जलन हो सकती है, दर्द हो सकता है और इचिंग भी हो सकती है। ऐसे में ज्यादातर महिलाओं के मन में यह सवाल भी उठता है कि क्या प्रेग्नेंसी में यीस्ट इंफेक्शन होने पर गर्भ में पल रहे शिशु की हेल्थ पर इसका नेगेटिव असर पड़ सकता है? आइए, जनते हैं क्या कहती हैं Mumma's Blessing IVF और वृंदावन स्थित Birthing Paradise की Medical Director and IVF Specialist डॉ. शोभा गुप्ता।
क्या प्रेग्नेंसी में यीस्ट इंफेक्शन गर्भस्थ शिशु की हेल्थ को प्रभावित करता है?- Can Yeast Infection Affect Baby During Pregnancy In Hindi
प्रेग्नेंसी में यीस्ट इंफेक्शन होना सामान्य है। ऐसा क्यों होता है, इसका जिक्र हम पहले कर चुके हैं। लेकिन, प्रेग्नेंसी के दौरान यीस्ट इंफेक्शन होने पर महिलाओं को गर्भ में पल रहे अपने शिशु को लेकर चिंता होना स्वाभाविक है। इस संबंध में डॉक्टर बताते हैं, ‘आमतौर पर प्रेग्नेंसी में यीस्ट इंफेक्शन होने पर शिशु को इसका नुकसान नहीं होता है। यह शिशु की मेंटल-फिजिकल ग्रोथ पर भी नेगेटिव असर नहीं डाल सकता है। लेकिन, इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि किसी भी तरह का इंफेक्शन फैलने पर स्वास्थ्य संबंधी कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।’ डॉक्टर आगे समझाते हैं, ‘यूं तो यीस्ट इंफेक्शन गर्भ में पल रहे शिशु को नुकसा नहीं पहुंचाता है। लेकिन, डिलीवरी के दौरान यह समस्या ठीक नहीं हुई, तो प्रसव के दौरान यह इंफेक्शन शिशु के मुंह तक पहुंच सकता है। इस स्थिति में शिशु को थ्रश की समस्या हो सकती है।’ कुल मिलाकर कह सकते हैं यीस्ट इंफेक्शन का शिशु की हेल्थ पर असर नहीं पड़ता। इसके बावजूद, गर्भवती महिलाओं को अपना इलाज करवाना चाहिए।
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यीस्ट इंफेक्शन होने पर गर्भवती महिलाएं क्या करें?
- यीस्ट इंफेक्शन होने पर इसके लक्षणों पर गौर करें। अगर पेशाब के दौरान जलन और खुजली ज्यादा हो, तो जल्द से जल्द डॉक्टर के पास जाएं और प्रॉपर ट्रीटमेंट लें।
- यीस्ट इंफेक्शन होने पर डॉक्टर द्वारा दी गई दवा समय पर लें। इसके अलावा, अपनी हाइजीन का प्रॉपर ध्यान दें। गंदे अंडगार्मेंट्स पहनने से स्थिति बिगड़ सकती है।
- यीस्ट इंफेक्शन होने पर वजाइनल क्लीनिंग के लिए साबुन या अन्य केमिकल युक्त प्रोडक्ट का यूज न करें। इससे स्थिति बिगड़ सकती है।
- प्रेग्नेंसी में अगर यीस्ट इंफेक्शन होने पर दिक्कत ज्यादा हो, तो आप आइसिंग कर सकते हैं। इससे रेडनेस कम होती है और जलन तथा खुजली में भी कमी आती है।
- यीस्ट इंफेक्शन होने पर ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं। पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से बॉडी के टॉक्सिंस बाहर चले जाते हैं और संक्रमण से रिकवरी तेजी से होती है।
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FAQ
क्या यीस्ट इंफेक्शन प्रेग्नेंसी में बाधा डालता है?
यीस्ट इंफेक्शन प्रेग्नेंसी को किसी तरह से हानि नहीं पहुंचाता है। लेकिन, इसकी वजह से योनि में इचिंग, खुजली और जलन की समस्या बढ़ सकती है। वहीं, अगर यीस्ट इंफेक्शन को लंबे समय तक ट्रीट न किया जाए, तो हेल्थ से जुड़ी अन्य समस्याएं हो सकती है। ध्यान रखें प्रेग्नेंसी में स्वास्थ्य पर बुरा असर शिशु के विकास को भी प्रभावित कर सकता है।मुझे हर महीने यीस्ट इंफेक्शन क्यों होता रहता है?
आमतौर पर हार्मोनल इंबैलेंस के कारण यीस्ट इंफेक्शन होता है। हालांकि, प्रेग्नेंसी और डायबिटीज के मरीजों में यह समस्या अधिक कॉमन है।यीस्ट इंफेक्शन होने पर क्या नहीं करना चाहिए?
यीस्ट इंफेक्शन होने पर कार्बोहाइड्रेट युक्त चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए, शराब के सेवन करने से भी कंडीशन बिगड़ सकती है। इसके अलावा, अगर योनि में इचिंग करने से बचना चाहिए। इससे कंडीशन बिगड़ सकती है।