उम्र और अलग-अलग परिस्थितियों में महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। प्रेग्नेंसी में महिलाओं को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। कई बार प्रेग्नेंसी में महिलाओं को एक्टोपिक प्रेग्नेंसी (Ectopic Pregnancy) जैसी गंभीर चिकित्सा स्थिति से गुजरना पड़ता है। इस स्थिति में भ्रूण गर्भाशय के बाहर (अधिकतर फैलोपियन ट्यूब में) विकसित होने लगता है। यह स्थिति भ्रूण और मां दोनों के लिए जोखिम भरी हो सकती है। इसलिए इस स्थिति का इलाज जल्द से जल्द शुरु करने की आवश्यकता होती है। लेकिन इसके बाद कुछ शारीरिक और मानसिक जटिलताएं सामने आ सकती हैं, जिनके बारे में महिलाओं को जागरूक रहना बेहद जरूरी माना जाता है। इस लेख में साईं पॉलिक्लीनिक की सीनियर कंसल्टेंट गाइनाक्लॉजिस्ट डॉक्टर विभा बंसल से जानते हैं कि एक्टोपिक प्रेग्नेंसी की सर्जरी के बाद कौन-कौन सी जटिलताएं हो सकती हैं, उनके लक्षण क्या हैं और उनसे कैसे निपटा जा सकता है?
एक्टोपिक प्रेग्नेंसी की सर्जरी कब की जाती है?
जब एक्टोपिक प्रेग्नेंसी दवाओं से नियंत्रित नहीं होती या महिला को तेज दर्द, ब्लीडिंग या ट्यूब फटने (tubal rupture) जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, तब डॉक्टर सर्जरी करने की सलाह दे सकते हैं। एक्टोपिक प्रेग्नेंसी में डॉक्टर महिला की स्थिति के आधार पर दो तरह की सर्जरी का सुझाव दे सकते हैं। जिसमें लैप्रोस्कोपिक सर्जरी (Keyhole surgery) और लैप्रोटॉमी (Open surgery) को शामिल किया जाता है। लैप्रोस्कोपिक सर्जरी में छोटे चीरे के माध्यम से सर्जरी की जाती है। जबकि, लैप्रोटॉमी में ओपन सर्जरी यानी पेट में चीरा लगाकर सर्जरी की जाती है। इस सर्जरी के बाद महिलाओं में कई तरह की जटिलताएं सामने आ सकती है। आगे इन जटिलताओं के बारे में जानते हैं।
सर्जरी के बाद संभावित जटिलताएं - Complications After Ectopic Pregnancy Surgery in Hindi
इंफेक्शन फैलना (Infection)
एक्टोपिक प्रेग्नेंसी की ओपन सर्जरी के बाद कुछ मामलों में महिलाओं को संक्रमण होने की संभावना बनी रहती है। अगर, सर्जरी के बाद टांकों की जगह पर सूजन या स्किन में दर्द और लालिमा हो रही है तो यह संक्रमण का संकेत हो सकता है। इस दौरान महिलाओं को बुखार और कमजोरी महसूस हो सकती है।
फैलोपियन ट्यूब को नुकसान होना
एक्टोपिक प्रेग्नेंसी के जटिल मामलों में कई बार सर्जरी में डॉक्टर को फैलोपियन ट्यूब को हटाना (salpingectomy) पड़ता है। इससे महिला की प्रजनन क्षमता पर प्रभाव पड़ सकता है। यदि केवल ट्यूब को काटा गया है, तो ऐसे में दोबारा से एक्टोपिक प्रेग्नेंसी का जोखिम रहता है।
इंटरनल ब्लीडिंग (Internal Bleeding)
अगर सर्जरी के दौरान किसी नस को नुकसान पहुंचा जाए या कोई चोट ठीक से न भरी हो, तो कुछ मामलों में इंटरनल ब्लीडिंग की समस्या देखने को मिल सकती है। ऐसे में महिलाओं को चक्कर आने, पेट में तेज दर्द या थकान महसूस हो सकती है।
भविष्य की प्रजनन से जुड़ी समस्याएं (Fertility Issues)
यदि सर्जरी मे एक ट्यूब हटा दी गई है और दूसरी में भी सूजन या ब्लॉकेज हो, तो महिला को नेचुरल रूप से प्रेग्नेंट होने में कठिनाई हो सकती है। इस स्थिति में कई बार महिलाओं को आईवीएफ की आवश्यकता हो सकती है।
सर्जरी के बाद महसूस होने वाले अन्य जोखिम
- आंतों में रुकावट
- महिला को डिप्रेशन, उदासी आदि।
एक्टोपिक प्रेग्नेंसी की सर्जरी के बाद रिकवरी के लिए सुझाव - Post-Surgery Recovery Tips For Ectopic Pregnancy in Hindi
- शरीर को पूरी तरह से स्वस्थ होने में समय लगता है। खासकर पेट की सर्जरी के बाद भारी काम या व्यायाम से परहेज करें।
- सर्जिकल साइट को साफ और सूखा रखें। टांकों पर कोई भी कॉस्मेटिक प्रोडक्ट न लगाएं।
- प्रोटीन और आयरन से भरपूर भोजन लें ताकि शरीर की रिकवरी तेज हो। अधिक पानी पिएं और फाइबर युक्त भोजन करें।
- यदि आप मानसिक रूप से अस्थिर महसूस कर रही हैं, तो काउंसलर या मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।
- डॉक्टर द्वारा बताए गए समय पर फॉलो-अप विजिट पर जाना जरूरी है, ताकि किसी भी अंदरूनी समस्या का समय रहते पता चल सके।
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एक्टोपिक प्रेग्नेंसी की सर्जरी कुछ मामलों में बहेद आवश्यक होती है, लेकिन इसके बाद की जटिलताएं हो सकती है। इसमें संक्रमण, प्रजनन क्षमता में कमी, मानसिक तनाव और शारीरिक असुविधाएं जैसी समस्याएं आम हो सकती हैं। इसलिए, सर्जरी के बाद शरीर को पूरा आराम दें, लक्षणों पर नजर रखें और किसी भी असामान्यता पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
FAQ
एक्टोपिक प्रेगनेंसी को कैसे रोका जा सकता है?
एक्टोपिक प्रेगनेंसी को पूरी तरह से रोका नहीं जा सकता है, लेकिन कुछ उपायों द्वारा जोखिम को कम किया जा सकता है। इनमें धूम्रपान न करना, स्वस्थ वजन बनाए रखना, यौन संचारित संक्रमणों (एसटीआई) से बचना, और नियमित चिकित्सा जांच करवाना शामिल है।एक्टोपिक प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण क्या हैं?
मासिक धर्म का न आना, स्तनों में कोमलता और मतली आदि एक्टोपिक प्रेग्नेंसी के लक्षण होते हैं। यदि आप गर्भावस्था परीक्षण करते हैं, तो इसके रिजल्ट पॉजिटिव आ सकते हैं।एक्टोपिक प्रेगनेंसी क्यों होती है?
फैलोपियन ट्यूब से जुड़ी किसी तरह की समस्या और फर्टिलाइजेशन प्रक्रिया ठीक से न होने के कारण एक्टोपिक प्रेग्नेंसी की समस्या हो सकती है।