
What Causes Women To Bleed After Sexual Intercourse In Hindi: जब महिलाएं पहली बार सेक्स करती हैं, तो आमतौर पर उन्हें ब्लीडिंग होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि वजाइना की ओपनिंग में हाइमन यानी पतली सी झिल्ली होती है, जो कई बार पहली बार इंटरकोर्स के दौरान टूटती है। इसलिए कुछ महिलाओं के लिए पहली-पहली बार सेक्स करना दर्दभरा अहसास हो सकता है। बाद में जैसे-जैसे सेक्स संबंधित गतिविधियां बढ़ती हैं, ब्लीडिंग और दर्द जैसी समस्याएं कम होने लगती हैं । यही नहीं, समय के साथ सेक्स के दौरान या बाद में ब्लीडिंग की प्रॉब्लम पूरी तरह खत्म हो जाती है। लेकिन अगर किसी महिला को हर बार सेक्स के बाद ब्लीडिंग होने लगे, तो यह सही नहीं है। आपको बता दें कि हर बार सेक्स के बाद महिलाओं में ब्लीडिंग होना कोई सामान्य स्थिति नहीं है। अगर आपके साथ ऐसा हो, तो इसे नजरअंदाज न करें, क्योंकि यह कई तरह की बीमारियों की ओर इशारा कर सकता है। अपोलो स्पेक्ट्रा मुंबई की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. डिंपल चुडगर से बातचीत पर आधारित।
संक्रमण
अगर महिला को योनि में किसी तरह का संक्रमण है, तो सेक्स के बाद योनि से रक्तस्राव यानी ब्लीडिंग हो सकती है। इनमें कई तरह के संक्रमण शामिल हैं, जिनमें से एक है पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज। यह संक्रमण होने पर पेट के निचले हिस्से में प्रजनन अंग प्रभावित होते हैं, जिनमें फेलोपियन ट्यूब, अंडाशय, गर्भाशय ग्रीवा और गर्भाशय आदि शामिल हैं। इसी तरह, अगर किसी महिला को एसटीआई जैसा गंभीर संक्रमण है, तो भी सेक्स के दौरान या बाद में ब्लीडिंग हो सकती है।
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वजाइनल कैंसर
सर्वाइकल कैंसर या वजाइनल कैंसर होने पर महिला को अनियमित रूप से ब्लीडिंग होती है। यही नहीं, कई बार सेक्स के बाद भी महिला की योनि से रक्तस्राव होने लगता है। हालांकि, सेक्स के बाद ब्लीडिंग होना वजाइनल कैंसर का एक संकेत बताता है। इसकी पुष्टि के लिए महिला को इसके अन्य लक्षणों, जैसे योनि से डिसचार्ज होना, योनि में खुजली और जलन आदि पर भी ध्यान देना चाहिए। इनमें से किसी भी तरह के संकेत दिखने पर महिला को तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
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वजाइनल ड्राईनेस
अगर महिला की योनि में बहुत ज्यादा ड्राईनेस है, तो भी सेक्स के बाद रक्स्राव हो सकता है। ऐसा, विशेषकर मेनोपॉज के बाद महिलाओं के साथ होता है। दरअसल, मेनोपॉज के बाद एस्ट्रोजन नामक हार्मोन में कमी आने लगती है, जो कि योनि का लुब्रिकेशन (चिकनापन) बनाए रखने में मदद करता है। अगर मेनोपॉज के बाद महिलाओं के साथ ऐसा हो, तो उन्हें सेक्स के लिए बाजार में मिलने वाले लुब्रिकेंट का यूज करना चाहिए, ताकि सेक्स के दौरान होने वाली तकलीफ से बचा जा सके।।
सर्वाइकल एक्ट्रोपियन
सर्वाइकल एक्ट्रोपियन एक ऐसी स्थिति है, जब सेल्स सर्विक्स यानी गर्भाशय ग्रीवा के अंदर बढ़ने के बजाय, इसके बाहर बढ़ने लगते हैं। इस समस्या के कारण, उस जगह विशेष में सूजन हो सकती है। जब शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ जाता है, तभी सर्वाइकल एक्ट्रोपियन होता है। आपको बता दें कि एस्ट्रोजन एक ऐसा हार्मोन है, जो रिप्रोडक्टिव सिस्टम को सुचारू ढंग से चलने में मदद करता है। अगर किसी महिला को सर्वाइकल एक्ट्रोपियन है, तो उसे भी सेक्स के बाद कई बार ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है।
योनि में चोट लगना
अगर महिला साइकिलिंग या कोई इंटेंस एक्सरसाइज करती है, तो इसके कारण उसे योनि में चोट लग सकती है। अगर योनि में चोट लगने के बावजूद, महिला सेक्स गतिविधि में हिस्सा लेती है, तो इसके बाद वजाइनल ब्लीडिंग हो सकती है। यही नहीं, कई बार, इंटेंस सेक्स करने के बाद भी योनि में चोट लग सकती है और ब्लीडिंग हो सकती है। योनि में चोट लगने पर महिला को कुछ दिनों के लिए सेक्शुअल एक्टिविटी से दूरी बना लेनी चाहिए। ऐसी स्थिति में चोट पूरी तरह ठीक होने के बाद ही सेक्स करना चाहिए।
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