प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में बहुत से बदलाव आते है। ऐसे में महिलाओं को अपने स्वास्थ्य का खास ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। ऐसे में कभी-कभी महिलाओं को प्रेग्नेंसी टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद ब्लीडिंग होना चिंता का विषय हो सकता है, जो अक्सर महिलाओं को डरा सकता है। लेकिन कई बार यह इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग के कारण भी हो सकता है, जो प्रेग्नेंसी के शुरुआत में हो सकती है। ऐसे में आइए जयपुर में स्थित माहेश्वरी चिकित्सालय की वरिष्ठ सलाहकार प्रसूति एवं स्त्री रोग डॉ. वंदना भराड़िया से जानें इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग क्या है और इसकी पहचान कैसे करें?
क्या है इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग? - What Is Implantation Bleeding In Hindi
प्रेग्नेंसी में इम्लांटेशन ब्लीडिंग की समस्या आम है। यह प्रेग्नेंसी के शुरुआत में ओव्यूलेशन के 6-12 दिन बाद पीरियड्स के 1 हफ्ते पहले होती है। यह ब्लीडिंग तब होता है, जब फर्टिलाइज्ड एग यूट्रस से चिपकता है। इम्लांटेशन ब्लीडिंग की समस्या प्रेग्नेंसी के शुरुआती चरण में होती है। कोई परेशानी महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
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इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग के लक्षण - Symptoms of Implantation Bleeding In Hindi
हल्की ब्लीडिंग होना
इम्लांटेशन ब्लीडिंग होने पर महिलाओं को शरीर में कुछ लक्षण दिखाई दे सकते हैं। इस दौरान महिलाओं को हल्का गुलाबी या भूरे रंग की ब्लीडिंग हो सकती है और ब्लीडिंग की यह समस्या कुछ घंटों तक ही रहती है।
थकान होना
प्रेग्नेंसी के बाद इम्लांटेशन ब्लीडिंग के दौरान महिलाओं को शरीर में कमजोरी और थकान महसूस होने हो सकती है। यह इम्लांटेशन ब्लीडिंग के लक्षणों में से एक है। ऐसे में इसके इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें।
मलती या उल्टी जैसा महसूस होना
इम्लांटेशन ब्लीडिंग के दौरान महिलाओं को मलती या उल्टी आने जैसा महसूस होने की समस्या भी हो सकती है। उल्टी आने जैसा महसूस होना इम्लांटेशन ब्लीडिंग के लक्षणों में से एक हो सकता है।
हल्की ऐंठन
कई बार इम्लांटेशन ब्लीडिंग के दौरान महिलाओं को हल्की ऐंठन महसूस हो सकती है। इसके अलावा, कई बार सिर और पीठ में दर्द होने की समस्या भी हो सकती है। ये इम्लांटेशन ब्लीडिंग के लक्षणों में से एक हो सकते हैं।
इम्लांटेशन ब्लीडिंग है या पीरियड्स कैसे पता करें? - How To Know It Is Implantation Bleeding Or Periods?
रंग में अंतर
इम्लांटेशन ब्लीडिंग और पीरियड्स की ब्लीडिंग के रंग में साफ अंतर दिखता है। इम्लांटेशन ब्लीडिंग के दौरान महिलाओं को हल्के गुलाबी या भूरे रंग की ब्लीडिंग हो सकती है। वहीं, पीरियड्स के दौरान ब्लड का रंग लाल रहता है।
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ब्लीडिंग का फ्लो
प्रेग्नेंसी के दौरान इम्लांटेशन ब्लीडिंग की समस्या में ब्लीडिंग बहुत कम होती है, जबकि, पीरियड्स के दौरान ब्लड फ्लो अधिक होता है।
ब्लीडिंग का समय
इम्लांटेशन ब्लीडिंग में महिलाओं को पीरियड्स की तरह ही 3-5 दिनों तक ब्लीडिंग हो सकती है, जबकि पीरियड्स 3-7 दिनों तक चलते हैं।
ऐंठन की समस्या
महिलाओं को इम्लांटेशन ब्लीडिंग की समस्या के दौरान हल्की ऐंठन महसूस हो सकती है या पीठ में दर्द होने की समस्या हो सकती है। वहीं, पीरियड्स के दौरान महिलाओं को पीरियड क्रैंप्स की अधिक समस्या हो सकती है।
क्लॉटिंग होना
महिलाओं को इम्लांटेशन ब्लीडिंग के दौरान कोई थक्का या क्लॉटिंग नहीं दिखते हैं, जबकि, पीरियड्स के दौरान अक्सर क्लॉटिंग देखी जा सकती है।
प्रेग्नेंसी के दौरान सावधानियां बरतें - Precautions During Pregnancy In Hindi
प्रेग्नेंसी के दौरान अधिक ब्लीडिंग होने, तेज ऐंठन की समस्या होने, चक्कर आने, तेज बुखार होने, ठंड लगने या बेहोशी आने जैसी समस्याएं होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें। ये मिसकैरेज, मोलर प्रेग्नेंसी, एक्टोपिक प्रेग्नेंसी और किसी इंफेक्शन से कारण हो सकता है।
निष्कर्ष
प्रेग्नेंसी के दौरान हल्की ब्लीडिंग इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग की समस्या के कारण हो सकता है। इसकी पुष्टि के लिए गायनेकोलॉजिस्ट से सलाह अनुसार ब्लड टेस्ट और सोनेग्राफी कराएं। इससे प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली किसी भी समस्या से बचा जा सकता है। लेकिन अधिक ब्लीडिंग होने या अन्य समस्या महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। इन समस्याओं को नजरअंदाज न करें।