
Heel pain in pregnancy causes: प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में अलग-अलग प्रकार की समस्याएं देखी जाती हैं। हर दिन शरीर में कई प्रकार के बदलाव होते हैं और इसका असर महिलाओं को हर दिन होता है। ऐसे में प्रेग्नेंसी के 3 महीने के बाद अक्सर महिलाएं एड़ी में दर्द की शिकायत करती हैं। कई बार महिलाओं को लगता है कि यह स्थिति उनके बहुत देर खड़े रहने की वजह से है या फिर खकान की वजह से है बल्कि, इसके पीछे हार्मोन्स भी हो सकते हैं जो कि एड़ी में दर्द को ट्रिगर करते हैं और इस स्थिति का कारण बनते हैं। इसके अलावा कुछ अन्य लाइफस्टाइल से जुड़े कारण भी हैं जिनके बारे में हर प्रेग्नेंट महिला को जानना चाहिए, आइए जानते हैं इस बारे में डॉ. मानिनी पटेल, सीनियर कंसल्टेंट - ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी, अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल, जयपुर से।
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गर्भावस्था के दौरान एड़ी में दर्द क्यों होता है-Heel pain in pregnancy causes in hindi
डॉ. मानिनी पटेल बताती हैं कि गर्भावस्था के दौरान एड़ी में दर्द होना एक सामान्य समस्या है, जिसका मुख्य कारण हार्मोन में बदलाव होता है। प्रेग्नेंसी में शरीर में रीलैक्सिन नामक हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जो शरीर की मांसपेशियों और लिगामेंट्स को ढीला कर देता है ताकि बच्चे के जन्म के लिए शरीर तैयार हो सके। इस कारण से पैर की हड्डियों और जोड़ों में अतिरिक्त दबाव पड़ता है, खासकर एड़ी और तलवों पर। इसलिए महिलाएं, खासकर कि 3 महीने की प्रेग्नेंसी के बाद एड़ी में दर्द की स्थिति महसूस करती हैं।

एड़ी में दर्द का अन्य कारण
डॉ. मानिनी पटेल बताती हैं कि एड़ी में दर्द के कई अन्य कारण भी हो सकते हैं जैसे कि बढ़ता हुआ वजन भी पैरों पर जोर डालता है, जिससे एड़ी में दर्द और सूजन हो सकती है। इसके अलावा लंबे समय तक खड़े रहने या अधिक चलने से यह दर्द और बढ़ सकता है। इससे स्थिति समय के साथ और भी खराब हो सकती है क्योंकि जैसे-जैसे आपका वजन बढ़ता जाएगा या फिर आपके बच्चे का वजन बढ़ेगा आपके पैरों पर जोड़ पड़ेगा और एड़ी का दर्द तेजी से बढ़ सकता है।
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गर्भावस्था के दौरान एड़ी में दर्द हो तो क्या करें-Remedies for Heel pain in pregnancy
डॉ. मानिनी पटेल बताती हैं कि प्रेग्नेंसी में एड़ी का दर्द हो तो गर्भवती महिलाओं को आराम करना चाहिए। इसके अलावा सही फुटवियर पहनना चाहिए क्योंकि गलत फुटवियर इस प्रकार के दर्द को और बढ़ा सकता है। इसके अलावा हीट पैक या हल्की मालिश करने से भी आपको आराम मिल सकता है। योग और स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज भी मददगार होती हैं। इसके अलावा इस दर्द को कम करने के लिए अपने पैरों के नीचे तकिया लगाएं और अपने पैरों को ऊपर उठाएं। इसके अलावा सूजन कम करने के लिए बर्फ की सिकाई करें। अपने पैरों और पिंडलियों को स्ट्रेच करें, और आर्च सपोर्ट और कुशनिंग वाले सपोर्टिव, आरामदायक जूते पहनें।
इसके अलावा इस दर्द को कम करने के लिए डॉक्टर आपको मल्टीविटामिन भी दे सकते हैं जिससे एड़ी के दर्द से आपको राहत महसूस हो सकती है। साथ ही आप पैरों के ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने के लिए रात में गर्म पानी की सिकाई कर सकते हैं। इससे सूजन में कमी आती है और एड़ी का दर्द कम होता है। साथ ही डाइट में नमक के सेवन को कम करें और पानी की मात्रा भी सही रखें। नमक का ज्यादा सेवन और ज्यादा पानी पीना कई बार वॉटर रिटेंशन की वजह बन सकता है जिससे एड़ी का दर्द और सूजन में कमी आ सकती है।
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अगर दर्द बहुत ज्यादा हो या चलने-फिरने में दिक्कत आए तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। इस दर्द को नजरअंदाज न करें क्योंकि सही देखभाल से गर्भावस्था के दौरान एड़ी के दर्द को कम किया जा सकता है और महिला आराम महसूस कर सकती है।
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FAQ
गर्भवती महिलाओं के घुटनों में दर्द क्यों होता है?
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं में घुटने का दर्द होने के पीछे सबसे बड़ा कारण है रिलैक्सिन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन, जिससे लिगामेंट्स में ढीलापन बढ़ जाता है जिससे ये ज्यादा लचीले हो जाते हैं और कई बार चलने पर इनमें दर्द होने लगता है।गर्भावस्था के दौरान पेडू में दर्द क्यों होता है?
प्रेग्नेंसी के दौरान पेडू में दर्द का सबले बड़ा कारण है हार्मोनल बदलाव और पेट में बच्चे के बढ़ने से फील होने वाला प्रेशर। दरअसल, जैसे-जैसे शरीर बच्चे के लिए जगह बनाता है और अपनी जगह बदलता है आपको तेज दर्द हो सकता है। हालांकि, अगर आपको दर्द के साथ कई अन्य समस्याएं भी हो तो डॉक्टर को दिखाएं।प्रेगनेंसी के दौरान प्राइवेट पार्ट में दर्द क्यों होता है?
लाइटनिंग क्रॉच यानी आपके वजाइनल एरिया में होने वाला एक तेज, जलन भरा या चुभने वाला नर्व पेन प्राइवेट पार्ट में दर्द की वजह बन सकता है। हालांकि, इसका सही कारण आपके डॉक्टर बता सकते हैं।
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Dec 24, 2025 12:54 IST
Published By : Pallavi Kumari