Weight Loss Transformation: हमारे आस-पास कई ऐसे लोग हैं जो मोटापे का शिकार हैं। लोग उनका मजाक बनाते हैं, ताना देते हैं। लेकिन कोई यह नहीं बताता कि वजन कम करने के लिए उन्हें क्या करना चाहिए। मोटापे के कारण व्यक्ति कई शारीरिक और मानसिक समस्याओं से गुजर रहा होता है। इस स्टेज पर समाज की रूढ़िवादी सोच उस व्यक्ति पर दोगुना प्रहार करती है। World Obesity Atlas 2023 की रिपोर्ट में बताया गया है कि साल 2035 तक भारत में 11 प्रतिशत लोग मोटापे का शिकार हो जाएंगे। इस रिपोर्ट का अनुमान है कि 2035 तक मोटापे की समस्या लड़कों में 12 और लड़कियों में 13 प्रतिशत तक बढ़ जाएगी। ओनलीमायहेल्थ लंबे समय से आपके लिए 'फैट टू फिट' स्टोरीज ला रहा है। इस खास सीरीज का मकसद है आपको ऐसे लोगों की कहानियां बताना जिन्होंने वेट लॉस जर्नी का पूरा अनुभव लिया है। इस कड़ी में आज जानते हैं दक्ष बिलवाल की वेट लॉस जर्नी के बारे में। दक्ष की उम्र 18 साल है और वह एक कॉलेज स्टूडेंट हैं। वह दिल्ली के रहने वाले हैं। दक्ष के साथ बातचीत के दौरान हमें यह पता चला कि उन्हें वजन बढ़ने के कारण कई तरह की शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ा है। इसके बावजूद दक्ष ने नामुमकिन काम को मुमकिन कर दिखाया और वह भी सिर्फ 8 महीने के समय में।
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मेरा वजन बढ़कर 142 kg हो गया था
दक्ष ने बताया कि वह चाइल्डहुड ओबेसिटी (Childhood Obesity in Hindi) का शिकार रहे हैं। मोटे लोगों को देखकर सभी यह सोचते हैं कि यह व्यक्ति ज्यादा खाता होगा। यह धारणा बिल्कुल गलत है। दरअसल मोटापे के पीछे कई कारण होते हैं जिसमें से ओवरईटिंग केवल एक कारण है। जेनेटिक बीमारी, गलत लाइफस्टाइल, तनाव और थायराइड भी मोटापे का कारण हो सकते हैं। दक्ष के मोटापे का कारण था सेडेंटरी लाइफस्टाइल। स्कूल लाइफ में उन्हें आधे दिन बैठकर गुजारना होता था। स्कूल से घर लौटकर कोचिंग और होमवर्क में ही सारा समय बीत जाता था। हर दूसरे बच्चे की यही कहानी है। स्कूल के प्रेशर ने बच्चों की फिजिकल एक्टिविटी कम कर दी है। जैसे-जैसे दक्ष की उम्र 18 साल हुई, उनका वजन बढ़कर 142 किलो हो गया था।
शरीर बीमारियों का घर बन चुका था- Side Effects Of Obesity
कम उम्र में बॉडी मास इंडेक्स के ज्यादा होने से दक्ष को कई तरह की शारीरिक समस्याएं होने लगीं। वह जल्दी थक जाते थे। खेल में मन नहीं लगता था। दक्ष थोड़ा दूर चलने पर ही हांफने लगते थे। उन्हें अनिद्रा की समस्या भी होने लगी थी। पूरे दिन शरीर में एनर्जी की कमी रहती थी। ज्यादा वजन के कारण दक्ष के पैर चलने समय सूजन से भर जाते थे। एक समय पर दक्ष को यह भी लगा कि उन्हें डायबिटीज के लक्षण (Diabetes Symptoms) महसूस हो रहे हैं। दक्ष ने बताया कि मुझे एक समय यह लगने लगा था कि मेरा शरीर बीमारियों का घर बन चुका है। हर अंग में कोई न कोई तकलीफ महसूस होती थी।
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वजन घटाने की जिद्द ने बनाया फिट- Weight Loss Transformation Journey
मोटापे के कारण, स्कूल में दोस्त और अन्य लोग दक्ष को एक अलग दृष्टि से देखने लगे थे। यह एहसास किसी भी व्यक्ति के लिए खराब होता है। कम उम्र में इस तरह का अनुभव मिलने से दक्ष ने वजन घटाने की ठान ली। वेट लॉस जर्नी की शुरुआत वॉक के साथ हुई। दक्ष ने सुबह वॉक पर जाना शुरू किया। पहले दिन दक्ष ने 30 मिनट वॉक करने का लक्ष्य बनाया। 1 हफ्ते के बाद दक्ष ने वॉक करने का समय बढ़ाकर 1 घंटा कर दिया। जैसे-जैसे स्पीड बनी, दक्ष जॉगिंग की तरफ बढ़ गए। दक्ष ने 1 महीने में 2 से 3 किलो वजन घटा लिया। इसके बाद उन्हें यह महसूस हुआ की उन्हें ट्रेनर की जरूरत है, जो उन्हें एक्सरसाइज और बॉडी फिटनेस के लिए गाइड कर सके। दक्ष के घर के पास एक जिम था। बस फिर क्या था, उन्होंने फिटनेस को अपने रूटीन का हिस्सा बना लिया। दक्ष 45 मिनट कार्डियो एक्सरसाइज के साथ स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करने लगे। जिन लोगों को स्ट्रेंथ ट्रेनिंग के बारे में जानकारी नहीं है, उन्हें मैं बता दूं कि यह एक्सरसाइज के एक डिजाइन का नाम है। इसमें एक्सरसाइज की मदद से शरीर की स्ट्रेंथ या क्षमता को बढ़ाया जाता है। इससे वजन तो घटता ही है साथ ही मसल्स को मजबूती मिलती है और मेटाबॉलिज्म रेट बढ़ता है।
ग्रीन टी से करता हूं दिन की शुरुआत
दक्ष ने बताया कि वजन कम करने में हेल्दी डाइट की अहम भूमिका रही है। दक्ष बताते हैं कि वह ग्रीन टी से दिन की शुरुआत करते हैं। नाश्ते में ज्यादातर वह ओट्स, चीला, पोहा और उपमा जैसे विकल्पों को चुनते हैं। दोपहर और रात का खाना भी सिंपल होता है। खाने में दक्ष 2 रोटी, सब्जी, दही और सलाद खाते हैं। रात को वह कभी-कभी पनीर के साथ दही और सलाद ले लेते हैं। दक्ष ने जंक और ऑयली खाने से पूरी तरह से दूरी बना ली है।
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दिल्ली स्टेट पावर लिफ्टिंग प्रतियोगिता में जीता गोल्ड मेडल
दक्ष ने बताया कि जैसे-जैसे वह वेट लॉस जर्नी की तरफ बढ़ रहे थे उन्हें अपना खोया कॉन्फिडेंस मिलना शुरू हो गया। जो कपड़े उन्हें टाइट होते थे, वह लूज होने लगे। वजन घटाने से दक्ष को अब पहले से ज्यादा ऊर्जा महसूस होती है। दक्ष बचपन से ही स्पोर्ट्स खेलने के शौकीन रहे हैं। लेकिन वजन ज्यादा होने के कारण वह कभी किसी स्पोर्ट्स एक्टिविटी में भाग नहीं ले पाते थे। जब दक्ष ने वजन घटाया तब दिल्ली स्टेट की ओर से पावर लिफ्टिंग प्रतियोगिता का आयोजन होने जा रहा था। दक्ष ने इसमें अपनी किस्मत आजमाने का फैसला किया और नाम लिखवा दिया। यह बात काबिले तारीफ है कि उन्हें पहली कोशिश में ही जीत हासिल हुई। दक्ष ने प्रतियोगिता में 220 kg डेड लिफ्ट, 170 kg स्क्वाट्स और 85 kg बेंच किया है। दक्ष का नया लुक उनके दोस्त और रिश्तेदारों के लिए किसी सरप्राइज से कम नहीं है। दक्ष ने 8 महीने के समय में 24 किलो वजन घटाया है। उनका वजन पहले 142 किलो था और वर्तमान समय में दक्ष का वजन 118 किलो है। वह अब भी वेट लॉस की जर्नी में ही हैं और अपने लक्ष्य की तरफ बढ़ रहे हैं।
यह थी दक्ष बिलवाल की वेट लॉस ट्रांसफॉर्मेशन जर्नी। ऐसी ही अन्य वेट लॉस स्टोरीज को पढ़ने के लिए ओनलीमायहेल्थ का वेट मैनेजमेंट सेक्शन चेक करें। उम्मीद करते हैं आपको हमारी यह कोशिश पसंद आई होगी। इस लेख को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक शेयर करें।