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कभी 112 किलो वजन के कारण फोटो से बचने वाले निशांत कैसे 34 Kg घटाकर बने सबके चहेते, जानें उनकी वेट लॉस जर्नी

न‍िशांत ने 8 महीने के समय में 34 क‍िलो वजन घटाकर यह साब‍ित कर द‍िया है क‍ि अगर हम चाहें, तो कोई भी समस्‍या को दूर कर सकते हैं।
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कभी 112 किलो वजन के कारण फोटो से बचने वाले निशांत कैसे 34 Kg घटाकर बने सबके चहेते, जानें उनकी वेट लॉस जर्नी

भारत में मोटापा एक बहुत बड़ी समस्‍या बनता जा रहा है। हर 5 में से एक व्‍यक्‍त‍ि मोटापे का श‍िकार है। ऐसा कोई व्‍यक्‍त‍ि नहीं होगा जो फ‍िट नहीं बनना चाहता। बस समस्‍या यह है क‍ि फ‍िट बनने के ल‍िए उठाए जाने वाले कदम पर हर कोई अमल नहीं कर पाता। जो लोग फ‍िटनेस जर्नी चुनते हैं, वह सभी के ल‍िए एक प्रेरणा बन जाते हैं। ऐसे ही एक कहानी है आज मेरे पास न‍िशांत रॉली की। ओनलीमायहेल्‍थ के फैट टू फ‍िट सीरीज में आज हम जानेंगे एक ऐसे शख्‍स की कहानी ज‍िन्‍हें एक समय अपनी फोटो भी खींचना पसंद नहीं था, आज उन्‍हें हर जगह से सराहना म‍िल रही है। इसका कारण है उनके प्रयास ज‍िसकी मदद से न‍िशांत ने 34 क‍िलो वजन कम क‍िया। 32 वर्षीय निशांत गुरुग्राम के रहने वाले हैं और जॉब करते हैं। एक समय था जब न‍िशांत मोटापे का श‍िकार थे। लोग उनके वजन पर बुरे ताने देने लगे थे। यह सुनकर वह चुप रह जाते क‍ि हर क‍िसी को समझाना व्‍यर्थ है। लेक‍िन न‍िशांत को जल्‍दी यह एहसास हुआ क‍ि उन्‍हें खुद के ल‍िए फ‍िट बनने की जरूरत है। बस फ‍िर क्‍या था, न‍िशांत ने अपनी वेट लॉस जर्नी की शुरुआत कर दी।

112 कि‍लो से 78 क‍िलो पर आने का सफर मुश्‍क‍िल था

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निशांत ने बताया क‍ि उनका वजन 112 किलो था और वह जानते थे कि इस वजन के साथ उन्हें कोई भी काम करने में मुश्‍क‍िल हो रही थी। उनकी जिंदगी में बहुत सारी शारीरिक समस्याएं आ रही थीं, जैसे कि थकान, कम सहनशक्ति और बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल और थायरॉयड लेवल्स। इस स्थिति से बाहर आने के लिए उन्होंने एक कठोर निर्णय लिया। एक द‍िन न‍िशांत ने न्‍यूट्र‍िशन‍िस्‍ट नेहा स‍िन्‍हा से संपर्क क‍िया और अपनी परेशानी बताई। बस फ‍िर क्‍या था, एक्‍सपर्ट की गाइडेंस ने न‍िशांत को मोट‍िवेट क‍िया और वे करीब 8 महीने के समय में 34 क‍िलो वजन घटा पाए। इस वक्‍त उनका वजन 112 से 78 क‍िलो हो चुका है। आगे आपको बताएंगे 34 क‍िलो वजन घटाने की जर्नी के बारे में।

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पराठे खाकर भी घटा ल‍िया वजन

निशांत ने एक प्रशिक्षित न्यूट्रिशनिस्ट, नेहा सिन्हा से मार्गदर्शन लिया, जिन्होंने उनके पसंदीदा भोजन को ध्यान में रखते हुए एक सही आहार योजना तैयार की। उन्होंने अपने आहार में ऐसे बदलाव किए, जो न सिर्फ वजन घटाने में मददगार थे, बल्कि शरीर को ऊर्जा भी देते थे। नेहा ने हमें बताया क‍ि न‍िशांत को पराठे बहुत पसंद हैं। इसल‍िए उनकी पसंद को ध्‍यान में रखते हुए नेहा ने उनकी डाइट में पराठे भी शाम‍िल क‍िए। पराठे खाते हुए ही न‍िशांत ने वजन भी कम क‍िया। वजन कम करने के ल‍िए न‍िशांत ने तला-भुना खाना, जंक फूड, शुगर, मैदा जैसी चीजों का सेवन पूरी तरह से बंद कर द‍िया।

गुनगुने पानी से शुरू होती है डाइट

न‍िशांत ने बताया क‍ि वह सुबह की शुरुआत एक गिलास गुनगुने पानी में नींबू और फ्लैक्स सीड्स मिलाकर पीने से करते हैं। इसके बाद नाश्‍ते में वह चार वेजिटेबल इडली या रवा उपमा खाते हैं, साथ में चटनी और एक कप छाछ या दूध लेते हैं। लंच से पहले वह एक फल जैसे पपीता, सेब, संतरा या अमरूद खा लेते हैं। लंच में न‍िशांत अक्‍सर दो रोटी (बेसन वाली) के साथ दाल या कढ़ी, रायता और एक कटोरी सब्‍जी खाते हैं। स्नैक्‍स में न‍िशांत शाम को भुने हुए मखाने खाते हैं। ड‍िनर में दो अंडा भुर्जी या च‍िकन, दही और दो हल्‍के तेल में बने पराठे खाते हैं।

कैलोरीज घटाने के साथ न‍िरंतर वर्कआउट क‍िया

वजन घटाने के इस सफर में निशांत ने कई समस्‍याओं का सामना किया। उन्हें अपने पसंदीदा फास्ट फूड और तले हुए भोजन से दूर रहना बहुत मुश्किल लगता था। लेकिन उन्होंने खुद को हफ्ते में केवल 1 चीट मील की अनुमति दी, ताकि वे लंबे समय तक अपनी हेल्‍दी डाइट पर बने रहें। उनका मानना है कि कभी-कभी खुद को थोड़ा सा आराम देना जरूरी होता है, जिससे मानसिक दबाव कम होता है और फ‍िटनेस जर्नी लंबे समय तक चलती है। निशांत ने नियमित रूप से तेज चलने (ब्रिस्क वॉक) को अपनी वर्कआउट दिनचर्या में शामिल किया। उन्होंने पाया कि जब तक वे निरंतर कैलोरीज घटाने के साथ वर्कआउट करते रहे, तब तक उनका वजन धीरे-धीरे घटता गया।

वजन घटाकर आत्मविश्वास बढ़ गया

वजन कम करने के बाद निशांत के जीवन में कई अच्‍छे बदलाव आए। अब वह ज्‍यादा हल्का और एनर्जेट‍िक महसूस करते हैं। उनका आत्मविश्वास भी काफी बढ़ गया है और उनके कपड़े अब ज्यादा अच्छे से फिट होते हैं। वे अब सीढ़ियां चढ़ सकते हैं, लंबी सैर पर जा सकते हैं और शारीरिक रूप से पहले से कहीं ज्यादा फिट महसूस करते हैं।

मेरा वेट लॉस सीक्रेट है कंसिस्टेंसी

निशांत के लिए सफलता की कुंजी बहुत सरल है अपने फ‍िटनेस रूटीन को कंसिस्टेंट बनाए रखें। कैलोरीज घटाने पर फोकस करें और नियमित वर्कआउट, जैसे कि तेज चलना और आसान वर्कआउट प्‍लान अपनाएं। निशांत की कहानी यह बताती है कि अगर हम सही दिशा में अपने प्रयासों को केंद्रित करें और किसी एक्‍सपर्ट से मदद लें, तो कोई फ‍िटनेस लक्ष्य असंभव नहीं है।

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