Fat To Fit Weight Loss Transformation Real Story: जब आप लगातार जंक फूड खाते हैं और शारीरिक रूप एक्टिव नहीं रहते, तो इससे शरीर का वजन बढ़ने लगता है। साथ ही, आपके शरीर में कई बीमारियां भी जन्म लेने लगती हैं। इंदौर के रहने वाले डॉ. कपिल वैष्णव की कहानी इसका एक अच्छा उदाहरण है। OMH के साथ बातचीत के दौरान कपिल ने बताया कि "वे खाने-पीने के बहुत शौकीन थे। वे बाहर का तला-भुना, पैकेज्ड और प्रोसेस्ड फूड्स तो बहुत खाते थे, लेकिन फिजिकल एक्टिविटी बिल्कुल भी नहीं करते थे। इसके कारण उनका वजन धीरे-धीरे बढ़ने लगा था। इसके बाद उन्हें कम उम्र में ही टाइप 2 डायबिटीज की समस्या हो गई। उनके खराब लाइफस्टाइल की वजह से उनका वजन लगातार बढ़ता ही जा रहा था। लगभग 34 साल की उम्र में उनका वजन 135 kg तक पहुंच गया था।"
उन्होंने आगे बताया "वजन बढ़ने के कारण उन्हें चलने-फिरने और दिनभर के दैनिक कार्य करने में भी परेशानी महसूस होने लगी थी। अधिक वजन के कारण मेरा जीवन बहुत प्रभावित होने लगा। मेरा शरीर बहुत भारी लगने लगता था और मुझे अंदर ही अंदर अपने स्वास्थ्य को लेकर चिंता सताने लगी थी। मै समझ चुका था कि अब मुझे अपने वजन पर काम और सही लाइफस्टाइल को फॉलो करना होगा। एक दिन मैनें ठाना लिया कि अब मुझे अपना वजन कम करना है। लेकिन शुरुआत में मैं इसको लेकर काफी कंफ्यूज था कि मुझे अपनी वेट लॉस जर्नी की शुरुआत किस तरह करनी चाहिए। क्योंकि फिटनेस, एक्सरसाइज और डाइट के विषय पर मेरे पास कुछ खास जानकारी नहीं थी। तब मैनें फिटनेस कोच और न्यूट्रिशनिस्ट अक्षय एस शेट्टी से संपर्क किया, जिन्होंने मेरा मार्गदर्शन किया और मेरी वेट लॉस जर्नी को आसान बनाने में मदद की। उनके अटूट मार्गदर्शन में मैनें सफलता पूर्वक न सिर्फ 43 किलो वजन घटाया, बल्कि डायबिटीज की समस्या से भी छुटकारा पाया।" डॉ. कपिल ने 6 महीने में 43 किलो वजन कैसे घटाया, इस लेख में हम आपके साथ उनकी पूरी वेट लॉस जर्नी शेयर कर रहे हैं।
डॉ. कपिल वैष्णव ने 43 किलो वजन कैसे घटाया?
कपिल बताते हैं कि "अपनी पूरी वेट लॉस जर्नी के दौरान सबसे महत्वपूर्ण बात मैनें सीखी थी, वह यह कि निरंतरता ही सफलता की कुंजी है। मेरी वेट लॉस जर्नी सिर्फ क्रैश डाइट या तुरंत सुधार और परिणामों पर आधारित नहीं थी, बल्कि यह जीवनशैली में स्थायी परिवर्तन लाने के बारे में थी। मैंने खुद को नियमित एक्सरसाइज करने के लिए प्रतिबद्ध किया। साथ ही, संतुलित और पौष्टिक आहार अपनाया। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि चुनौतियों और असफलताओं का सामना करने के बाद भी मैनें कोशिश करना नहीं छोड़ा और लगातार बना रहा। इसके अलावा, अगर मुझे कभी कुछ दिक्कत होती थी, तो मेरे कोच अक्षय मेरी बहुत सहायता करते थे। अपनी स्पेशलिटी और सपोर्ट के साथ, उन्होंने मेरी हर उन बाधाओं को पार करने में मदद की, जो मेरी जर्नी को मुश्किल बना रही थीं। उन्होंने मुझे अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करने और स्वस्थ रहने के महत्व को लेकर हमेशा मुझे प्रेरित किया।"
कई बार डॉ. कपिल के सामने ऐसी भी स्थितियां आईं, जब उन्हें ऐसा लगा कि उन्हें ये सब छोड़ देना चाहिए। लेकिन ऐसे में, मेरे कोच के प्रोत्साहन और मेरे प्रियजनों के समर्थन से मुझे आगे बढ़ने की ताकत मिली। साथ मिलकर, हमने उन सीमाओं को तोड़ दिया, जो कभी मुझे रोकती थीं। वे बताते हैं कि "निरंतर स्वस्थ जीवनशैली पर टिके रहने का सबसे बेहतरीन लाभ जो मुझे मिला वह था मेरी डायबिटीज की स्थिति में सुधार होना। जैसे-जैसे मेरा वजन कम हो रहा था, धीरे-धीरे मेरा ब्लड शुगर लेवल भी कंट्रोल होने लगा था। एक समय ऐसा आया जब मैनें पूरी तरह टाइप 2 डायबिटीज को रिवर्स कर लिया था।"
डॉ. कपिल ने किस तरह की डाइट और एक्सरसाइज को फॉलो किया?
इस विषय पर जब हमने डॉ. कपिल के फिटनेस कोच अक्षय एस शेट्टी से बात की, तो उन्होंने बताया कि " स्वस्थ जीवनशैली को फॉलो करने या वजन घटाने के लिए हमें किसी तरह की फैंसी या क्रैश डाइट को फॉलो करने की जरूरत नहीं होती है, न ही इसके लिए किसी विशेष वर्कआउट प्लान की आवश्यकता होती है। इसलिए मैनें कपिल जी की डाइट और एक्सरसाइज रूटीन को काफी साधारण रखा था"
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डॉ. कपिल की डाइट रूटीन
ब्रेकफास्ट: 2 साबुत अंडे की सब्जी या ऑमलेट के साथ 2 रोटी। साथ ही एक कप चाय।
ब्रेकफास्ट और लंच के बीच: कोई भी एक मौसमी फल।
लंच: दोपहर के भोजन में 180 ग्राम चावल / 2 रोटी के साथ 150 ग्राम दाल / 100 ग्राम पका हुआ पनीर के साथ 150 ग्राम सलाद। या हरी सब्जी के साथ 6-7 अंडों का सफेद भाग।
शाम के स्नैक्स: 20-30 ग्राम मिक्स ड्राई फ्रूट्स और नट्स के साथ एक छोटा कप चाय
डिनर: रात का भोजन ठीक लंच के समान ही होता है, कपिल अपने अनुसार बदल-बदल कर खाते थे।
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डॉ. कपिल का एक्सरसाइज रूटीन
सोमवार: बैक और बाइसेप्स वर्कआउट
मंगलवार: चेस्ट और ट्राइसेप्स वर्कआउट
बुधवार: लेग वर्कआउट
गुरुवार: शोल्डर्स वर्कआउट
जिम में 40-45 मिनट वर्कआउट के साथ रोज 10-15 हजार कदम पैदल चलना।
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डॉ. कपिल की फिटनेस जर्नी का उनके जीवन पर क्या प्रभाव पड़ा?
डॉ. कपिल बताते हैं "यह मेरे लिए एक नए जीवन को जीने के समान था। आज, जब मैं अपने शरीर में हुए परिवर्तनों पर विचार करता हूं, तो मुझे बहुत गर्व महसूस होता है। मेरी वेट लॉस जर्नी ने मुझे सिखाया कि दृढ़, फ्लेक्सिबल और एक समर्पित कोच का समर्थन सबसे कठिन चुनौतियों को भी सफलता की ओर ले जा सकता है। मैं अब अधिक स्वस्थ, खुशहाल और अधिक जीवंत जीवन जी रहा हूं। अगर मेरी कहानी से प्रेरित होकर आप भी अपनी वेट लॉस जर्नी शुरू करने का सोच रहे हैं, तो मैं आपसे खुद पर विश्वास करने, एक सहायक कोच का मार्गदर्शन लेने और निरंतरता की शक्ति को अपनाने का आग्रह करता हूं। याद रखें, जब दृढ़ संकल्प और अटूट विश्वास हो कि आप कुछ भी कर सकते हैं, तो कोई भी लक्ष्य बहुत बड़ा नहीं होता।"
Image Credit: Dr. Kapil Vaishnav