आंखों के बिना किसी भी चीज को देखना संभव नहीं है। ऐसेमें आंखों में किसी भी तरह की समस्या होने से हमें काफी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए आंखों की देखभाल बहुत ही जरूरी है। आपकी जरा सी लापरवाही आंखों की कमजोरी का कारण बन सकती है। आंखें कमजोर होने पर आंखों दर्द, पानी आना, सिर दर्द रहना जैसे लक्षण दिख सकते हैं। वहीं, इसके कारणों की बात कि जाए, तो आंखें कई कारणों से कमजोर हो सकती हैं। जिसमें शरीर में पोषक तत्वों की कमी और अनुवांशिक कारण भी शामिल हैं। आइए विस्तार से जानते हैं आंखों की कमजोरी के कारण, लक्षण और इलाज के तरीके-
किन कारणों से आंखें होती हैं कमजोर ?
अनुवांशिक कारण
आंखें कमजोर होने के कारणों में यह सबसे अहम कारण माना जाता है। अगर आपके परिवार में किसी भी व्यक्ति की आंखें कमजोर हैं, तो हो सकता है कि आपकी आगे भी कमजोर हो जाए। ऐसे में अपनी आंखों का नियमित रूप से चेकअप कराएं। साथ ही अपनी आंखों का विशेष ध्यान रखें।
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शरीर में पोषक तत्वों की कमी
शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण आंखें कमजोर हो सकती हैं। ऐसे में अपने आहार में भरपूर रूप से पोषक तत्वों को शामिल करें। खासतौर पर विटामिन ए आंखों को स्वस्थ रखने के लिए बहुत ही जरूरी पोषक तत्वों में से एक माना जाता है।
कंप्यूटर और मोबाइल का इस्तेमाल
जो लोग लंबे समय पर कंप्यूटर और मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं, उनकी आंखें भी कमजोर हो सकती है। इसलिए कोशिश करें कि कंप्यूटर या मोबाइल का इस्तेमाल करने के दौरान बीच-बीच में अपनी आंखों को रेस्ट दें। इससे आंखों को आराम मिलता है। स्क्रीन टाइम कम करने से आंखों को सुरक्षित रखने में मदद मिलती है।
पानी कमी
शरीर में पानी की कमी होने से भी आंखें कमजोर हो सकती हैं। अगर आप पर्याप्त रूप से पानी नहीं पीते हैं, तो आज से ही पर्याप्त मात्रा में पानी पीना शुरू कर दें। शरीर में पानी कम होने से ड्राई आई, आंखों से पानी आना, आंखों में जलन होना जैसे लक्षण दिख सकते हैं।
धूम्रपान का सेवन
शराब और धूम्रपान का सेवन करने वालों की भी आंखें कमजोर ही सकती हैं। इसलिए अगर आप अपनी आंखों के स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो शराब और धूम्रपान से दूरी बनाकर रखें।
आंख कमजोर होने के लक्षण ( Weak eyesight Symptoms )
- आंखें लाल दिखना
- धुंधली दृष्टि
- ड्राई आई की समस्या
- आंखें लाल होना
- आंखों में खुजली होना।
- आंखों से पानी आना
- डबल विजन
- सिर दर्द की शिकायत बने रहना।
- तेज रोशनी में आंखें झिलमिलाना
- आंखों में खिंचाव उत्पन्न होना इत्यादि लक्षण दिख सकते हैं।
आंख कमजोर होने के इलाज ( Weak eyesight Treatment)
आंखें कमजोर होने पर डॉक्टर आपको चश्मा लगाने की सलाह देते हैं। इसके अलावा कुछ अन्य तरीकों से भी कमजोर आंखों की समस्या को दूर करने की कोशिश की जाती है।
आई ड्रॉप्स -
कुछ लोगों को डॉक्टर आंखों में ड्राप्स डालने की सलाह देते हैं। इन ड्रॉप्स की मदद से आंखों की लालिमा, आंखों में खुजली, आंखों से पानी आना जैसी परेशानी दूर होती है। इसके अलावा आपके लक्षणों के आधार पर डॉक्टर आई ड्रॉप्स और कुछ दवाइयां देते हैं।
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लेंस या चश्मा -
जिन लोगों की समस्याएं आई ड्रॉप्स या फिर दवाइयों से ठीक नहीं होती है, उन्हें डॉक्टर चश्मा लगाने की सलाह देते हैँ। खासतौर पर अगर आपकी स्क्रीनिंग टाइम अधिक है या फिर आंखें धुंधली नजर आ रही है, तो इस स्थिति में आपको डॉक्टर चश्मा लगाने की सलाह दे सकते हैं। चश्मा आपकी परेशानी के आधार पर दिया जाता है।
सर्जरी -
कुछ गंभीर स्थितियों में डॉक्टर आंखों की सर्जरी कराने की भी सलाह दे सकते हैं।
आंखों में परेशानी या फिर कमजोरी महसूस होने पर सबसे पहले अपने डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव करें। ताकि आंखों की परेशानी को दूर कर सकें। वहीं, अगर आपकी आंखों की समस्या लगातार बढ़ रही है, तो डॉक्टर से परामर्श लेना न भूलेँ।
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