कई महिलाओं को बीमारियों, इंफेक्शन या किसी अन्य वजह के चलते पहली ही डिलीवरी में ऑपरेशन की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है ऐसे में उनके मन में सवाल उठता है कि क्या दूसरी डिलीवरी भी सिजेरियन ही होगी या दूसरी बार नॉर्मल डिलीवरी हो सकती है। मेडिकल टर्म में इसे वीबीएसी यानी वजाइनल बर्थ ऑफ्टर सिजेरियन के नाम से जाना जाता है। आइए जानते हैं क्या है ये प्रक्रिया है और कौन इसे अपना सकता है। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के झलकारीबाई अस्पताल की गाइनोकॉलोजिस्ट डॉ दीपा शर्मा से बात की।
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क्या सिजेरियन के बाद दूसरी डिलीवरी नॉर्मल हो सकती है? (VBAC in hindi)
जिन महिलाओं को पहला बेबी सिजेरियन यानी ऑपरेशन के जरिए हुआ है उनके मन में सवाल आता है कि क्या दूसरे बच्चा के समय भी उन्हें ऑपरेशन की प्रक्रिया से गुजरना होगा। आपको बता दें कि ये मुमकिन है और ये एक तरह का मेडिकल टर्म भी है जिसे हम वीबीएसी के नाम से जानते हैं यानी वजाइनल बर्थ ऑफ्टर सिजेरियन। सी-सेक्शन के बाद दूसरी डिलीवरी नॉर्मल हो सकती है। ऐसा जरूरी नहीं है कि पहली डिलीवरी अगर ऑपरेशन से हुई है तो दूसरे बच्चे के समय भी यही प्रक्रिया दोहराई जाएगी। अगर गर्भवती महिला स्वस्थ्य है तो डॉक्टर सिजेरियन के बाद भी नॉर्मल डिलीवरी की सलाह दे सकते हैं।
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वीबीएसी प्रक्रिया क्या है? (Vaginal birth after cesarean in hindi)
वजाइनल बर्थ ऑफ्टर सिजेरियन यानी वीबीएस एक प्रक्रिया है जिसका मतलब है पहली डिलीवरी सिजेरियन होने के बाद दूसरी नॉर्मल होना। डॉक्टर जिन मरीजों को वीबीएसी की सलाह देते हैं केवल उन्हें ही इसे अपनाने के लिए कहा जाता है। अगर आपका शरीर हेल्दी है और कोई जोखिम नहीं है तो ही आप इस प्रक्रिया से गुजर सकती हैं।
वीबीएसी में संक्रमण का खतरा कम होता है
अगर आप सिजेरियन के बाद दूसरी बार नॉर्मल डिलीवरी की प्रक्रिया से गुजर रही हैं तो आपको बता दें कि इससे आपको संक्रमण का खतरा भी कम होगा। वीबीएसी के चलते आपको सी-सेक्शन की प्रक्रिया से भी बचा जा सकता है। जिन महिलाओं के दो से अधिक बच्चे होते हैं उनके लिए वीबीएसी फायदेमंद है। वीबीएसी प्रक्रिया में जान का खतरा भी कम होता है और भविष्य में प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली समस्याओं से बचा जा सकता है।
सिजेरियन के बाद नॉर्मल डिलीवरी कितनी सेफ है?
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ये प्रक्रिया सेफ है, आपको इसके जरिए संक्रमण का खतरा भी कम होता है। जिन महिलाओं ने पहले सिजेरियन करवाया है और अब सामान्य प्रसव करवा रही हैं उनमें सेफ डिलीवरी की उम्मीद 60 से 70 प्रतिशत होती है।
ज्यादा उम्र की महिलाएं नहीं अपना सकतीं वीबीएसी प्रक्रिया
अगर आपकी उम्र ज्यादा है तो नॉर्मल डिलीवरी की संभावना कम हो जाती है। अगर आपका पहला प्रसव सिजेरियन हुआ है और दूसरे प्रसव के समय आपकी उम्र ज्यादा है तो आपको डॉक्टर नॉर्मल डिलीवरी करवाने की सलाह नहीं देंगे। आपको दोबारा भी सिजेरियन ही करवाना पड़ेगा इसके अलावा जो महिलाएं मोटापे का शिकार हो जाती हैं उन्हें भी डॉक्टर वीबीएसी प्रक्रिया की सलाह नहीं देते। जिन महिलाओं को डायबिटीज, थायराइड, हाइपरटेंशन जैसी गंभीर समस्या होती है उन्हें भी वीबीएसी प्रक्रिया में शामिल नहीं किया जाता है।
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वीबीएसी की सलाह कब दी जाती है? (Are you eligible for VBAC)
- अगर पहले केवल एक ही बार सिजेरियन करवाया है तो आप वीबीएसी करवा सकती हैं।
- अगर सर्जरी का निशान या गर्भाशय फटने जैसा कोई निशान नहीं है तो ही वीबीएसी करवा सकते हैं।
- अगर गर्भाशय ग्रीवा 3 सेमी या उससे बड़ा है तो ही नॉर्मल डिलीवरी के लिए कहा जाता है।
- अगर आपकी बॉडी हेल्दी है तो ही आपको डॉक्टर वीबीएसी की सलाह देते हैं।
जरूरी नहीं है कि सिजेरियन के बाद दूसरी बार भी यही प्रक्रिया को अपनाया जाएगा पर डॉक्टर की सलाह पर आपकी नॉर्मल डिलीवरी हो सकती है।
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