बॉडी में हार्मोन्स का बैलेंस होना बहुत जरूरी है। इससे शरीर को कई तरह की छोटी-बड़ी समस्याओं से बचाया जा सकता है। हार्मोन्स शरीर को सुचारू रूप से चलाने का काम करते हैं। ये न्यूरोकेमिकल्स होते हैं, जो एमिनो एसिड से बनते हैं। हार्मोन्स पाचन क्रिया, प्रजनन, बॉडी ग्रोथ आदि कई फंक्शन्स के लिए जिम्मेदार होते हैं। हमारे शरीर में 50 से ज्यादा अलग-अलग तरह के हार्मोन्स होते हैं। इन्हीं में से एक कोर्टिसोल हार्मोन है। यह एक स्ट्रेस हार्मोन है, जो शरीर में तनाव की प्रतिक्रिया के लिए जिम्मेदार होता है। हालांकि, कोर्टिसोल हार्मोन का काम सिर्फ स्ट्रेस मैनेजमेंट तक ही सीमित नहीं है। ये हार्मोन शरीर में कई अन्य जरूरी फंक्शन को पूरा करने में भी मदद करता है। यही कारण है कि शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन का कम होना और बढ़ना दोनों ही नुकसानदायक है। शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन हाई होने पर कई लक्षण दिखाई देते हैं। इन लक्षणों को लेकर होम्योपैथी फिजिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट डॉक्टर स्मिता भोईर पाटिल ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है। आइए इस बारे में अच्छे से जानते हैं।
कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ने पर क्या होता है?
शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन की मात्रा बढ़ने पर बुरा असर होता है। इससे मेंटल हेल्थ के साथ इंसान की फिजिकल हेल्थ पर भी बुरा असर होता है। इस हार्मोन के बढ़ने से स्ट्रेस और एंग्जायटी में बढ़ोतरी होती है। इसके अलावा, हृदय रोग, टाइप-2 डायबिटीज, ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियों से जुड़ी समस्या) और अन्य लंबे समय तक चलने वाली बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। इतना ही नहीं, कोर्टिसोल हार्मोन शरीर में बढ़ने वाली सूजन का भी कारण बन सकते हैं।
कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ने के पीछे क्या कारण हैं?
बॉडी में कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। जैसे कि लंबे समय तक तनाव में रहना, डिप्रेशन, ज्यादा दवाइयों का सेवन, कोई गंभीर चोट और अनहेल्दी लाइफस्टाइल आदि। अगर ये हार्मोन लंबे समय तक बढ़ा हुआ रहता है, तो शरीर में कुछ लक्षण दिखने लगते हैं।
कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ने पर ये लक्षण दिखते हैं
मोटापा बढ़ने की समस्या
शरीर में कोर्टिसोल की मात्रा बढ़ने पर मोटापा भी बढ़ने लगता है। दरअसल, ये हार्मोन शरीर में फैट को स्टोर करने लगता है। इस स्थिति में एब्डॉमिन के आसपास जरूरत से ज्यादा फैट की मात्रा बढ़ जाती है और इंसान मोटा दिखने लगता है।
नींद पूरी न होना
अगर आप रोजाना रात में 2-3 बजे जाग जाते हैं या फिर रात में नींद नहीं आती है, तो यह कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ने के कारण हो सकता है। इस स्थिति में आपको नींद कम आती है और सुबह उठते ही सिरदर्द महसूस कर सकते हैं।
इसे भी पढ़ें- नींद में अक्सर होता है झटके लगने का एहसास? सोते समय ये गलतियां तो नहीं करते आप?
दिन भर थकान महसूस होना
कई लोग रात में 7-8 घंटे सोने के बाद भी थका हुआ महसूस करते हैं। इस स्थिति में व्यक्ति को बिना कुछ किए दिन भर थकान महसूस होती है। अगर आप भी हर वक्त थके हुए रहते हैं, तो ऐसा कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ने की वजह से हो सकता है।
पाचन से जुड़ी समस्याएं
अगर आप पाचन-तंत्र से जुड़ी समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो यह कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ने का लक्षण हो सकता है। हालांकि, यह स्थिति कई अन्य समस्याओं में भी उत्पन्न हो सकती है। ऐसे में डॉक्टर की सलाह लेना बेस्ट ऑप्शन होता है। इस स्थिति में आपको कब्ज, अपच और ब्लोटिंग जैसी परेशानियां हो सकती हैं।
View this post on Instagram
मूड स्विंग की समस्या
आमतौर पर मूड स्विंग्स की समस्या महिलाओं में पीरियड्स के दौरान होती है, लेकिन शरीर में कोर्टिसोल लेवल बढ़ने पर भी मूड स्विंग हो सकते हैं। दरअसल, ये हार्मोन शरीर में फील गुड हार्मोन यानी एंडोर्फिन और डोपामाइन को बढ़ने नहीं देता है। ऐसे में व्यक्ति को मूड स्विंग्स हो सकते हैं।
इसे भी पढ़ें- पीएमएस के दौरान मूड स्विंग्स कंट्रोल करने के लिए अपनाएं ये 5 टिप्स, जानें इसके बारे में
अगर आप कोर्टिसोल हार्मोन को बैलेंस करना चाहते हैं, तो लाइफस्टाइल और डाइट में सुधार कर सकते हैं। इस हार्मोन को बैलेंस करने के लिए आपको डाइट में विटामिन्स की मात्रा बढ़ानी चाहिए। इसके अलावा, कैफीन का सेवन कम करें और एक्सरसाइज पर ध्यान दें। आप रोजाना मेडिटेशन और योग भी कर सकते हैं। इस तरह शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन को बैलेंस किया जा सकता है। साथ ही, आप खुद को कई अन्य समस्याओं से भी बचा सकते हैं।
Read Next
प्रदूषण के दौरान भी कर रहे हैं स्मोकिंग? डॉक्टर से जानें इसका आपके फेफड़ों पर क्या असर पड़ता है
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version