How High Cortisol Leads To Insulin Resistance: शरीर में पैंक्रियाज इंसुलिन बनाने का काम करते हैं। इंसुलिन व्यक्ति के ब्लड में मौजूद ग्लूकोज की मात्रा को नियंत्रित करता है। साथ ही, यह कोशिकाओं को ग्लूकोज को अवशोषित करने के लिए प्रेरित करता है। ग्लूकोज आपको भोजन से मिलता है। इंसुलिन केमिकल मैंसजर की तरह काम करता है, जो लिवर को ग्लूकोज को ब्लड में रिलीज करने की जगह पर स्टोर करने का संकेत देता है। इसके बाद लिवर ग्लूकोज को ग्लाइकोजन के रूप में स्टोर कर लेता है। जब आपके अंगों को एनर्जी की जरूरत होती है, तो यही ग्लाइकोजन एनर्जी के रूप में बदल जाते हैं। इंसुलिन एनर्जी के लेवल को मैंटेन करने के लिए ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखता है। लेकिन, कई बार कुछ हार्मोन्स जैसे कोर्टिसोल व अन्य की वजह से इंसुलिन की प्रक्रिया बाधित होती है, जो डायबिटीज की वजह बन सकती है। इस लेख में मेडिकवर अस्पताल के डायबटोलॉजिस्ट डॉ सचिन नलवाड़े से जानते हैं कि क्या हाई कोर्टिसोल (High Cortisol) की वजह से इंसुलिन रेजिस्टेंस (insulin resistance) हो सकता है?
High Cortisol और Insulin Resistance के बीच का क्या संबंध होता है?
Cortisol को स्ट्रेस हार्मोन के नाम से भी जाना जाता है। यह हार्मोन एड्रेनल ग्लैंड्स द्वारा तब रिलीज किया जाता है जब शरीर मानसिक या शारीरिक तनाव में होता है। शरीर में लंबे समय तक स्ट्रेस में रहने की वजह से कोर्टिसोल लंबे समय तक अधिक रहता है, तो ऐसे में मेटाबॉलिक प्रक्रियाएं असंतुलित हो जाती है। इससे इंसुलिन रेजिस्टेंस पर भी प्रभाव पड़ता है।
कोर्टिसोल सीधे रूप से इंसुलिन बनने की प्रक्रिया पर बुरा असर डालता है। कोर्टिसोल कोशिकाओं को ग्लूकोज लेने से रोकता है, जिससे शरीर में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है। इसके अलावा, हाई कोर्टिसोल शरीर में इंफ्लेमेशन का कारण बन सकता है। सूजन की वजह से भी आपको इंसुलिन बनने की प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है। यही वजह है कि कार्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ने से शरीर में इंसुलिन का लेवल बढ़ सकता है। ऐसे में कोशिकाएं इंसुलिन का सही उपयोग नहीं कर पाती हैं, जिसकी वजह से इंसुलिन रेजिस्टेंस हो सकता है। यह प्री डायबिटीक या टाइप 2 डायबिटीज का कारण बन सकती है।
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कोर्टिसोल कम करने के उपाय - How To Reduce High Cortisol Level In Hindi
जब आप पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं तो इससे शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ सकता है। ऐसे में आप हर रोज 7 से 8 घंटे की नींद अवश्य लें।
योग और ध्यान शरीर और दिमाग को शांत करने में मदद करते हैं। ये तनाव के कारण बढ़े Cortisol को कम करके मानसिक शांति प्रदान करते हैं।
सही पोषण शरीर को स्वस्थ रखता है और Cortisol के स्तर को नियंत्रित करता है। इसके लिए आप मैग्नीशियम, ओमेगा 3 फैटी एसिड, प्रोटीन और फाइबर युक्त आहार को डाइट में शामिल करें। आप पालक, केला, बादाम, अलसी के बीज आदि को सेवन नियमित रूप से करें।
शराब और धूम्रपान ज्यादा न करें।
लोगों के साथ मिलें और बेकार की बातों पर चिंता न करें।
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How High Cortisol Leads To Insulin Resistance: डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव कर आप शरीर के हार्मोन को संतुलित कर सकते हैं। इसके अलावा मेडिटेशन तनाव को कम करने में मदद करता है। इससे आपको डायबिटीज के जोखिम को भी काफी हद तक कम कर सकते हैं। यदि आपको नियमित घबराहट, चिड़चिड़ापन, आलस या थकान बनी रहती है तो ऐसे में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।