Women's Health : विटामिन बी के ज्यादा सेवन से महिलओं में कूल्हे (Hip) के फ्रेक्चर का खतरा ज्यादा, डॉक्टरों ने बताया कारण

Vitamin B : विटामिन के अत्याधिक सेवन से स्वस्थ लोगों और हमारे स्वास्थ्य पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ता है। आपको सिर्फ तभी विटामिन बी के सप्लीमेंट लेने चाहिए जब आपमें विटामिन बी की कमी हो।  
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Women's Health : विटामिन बी के ज्यादा सेवन से महिलओं में कूल्हे (Hip) के फ्रेक्चर का खतरा ज्यादा, डॉक्टरों ने बताया कारण


दुनिया भर में कई स्वस्थ पुरुष व महिलाएं विटामिन बी सप्लीमेंट की बहुत अधिक मात्रा लेते हैं। वे विटामिन बी के सुरक्षित पहलू जानकर इन सप्लीमेंट का सेवन करते हैं और सोचते हैं कि ये उनके स्वास्थ्य के लिए बहुत ही अच्छा रहेगा। इस विटामिन का असर देश दर देश अलग-अलग होता है। नार्वे में विटामिन बी की अत्याधिक बिक्री आम नहीं है लेकिन इंटरनेट के जरिए इसे खरीद पाना इतना मुश्किल भरा नहीं है। हालांकि इस विटामिन के अत्याधिक सेवन से स्वस्थ लोगों और हमारे स्वास्थ्य पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ता है। आपको सिर्फ तभी विटामिन बी के सप्लीमेंट लेने चाहिए जब आपमें विटामिन बी की कमी हो। 

अध्ययन में बताया गया इसका नुकसान

एक नए अध्ययन में बताया गया है कि वे महिलाएं जो बी12 की अधिक मात्रा के साथ विटामिन बी 6 की भी अधिक मात्रा लेती हैं उनमें हिप फ्रेक्चर यानी की कूल्हे में फ्रेक्चर होने की संभावना बढ़ जाती है। हार्वर्ड के प्रोफेसर हैकोन ई. मेयेर और उनके सहयोगियों ने अमेरिकन नर्सेज हेल्थ स्टडी के डेटा का विश्लेषण किया। इस अध्ययन में 75 हजार से ज्यादा अमेरिकी महिलाओं के डेटा मौजूद था।

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अध्ययन से सामने आया निष्कर्ष

अध्ययन के निष्कर्ष तथाकथित सामूहिक अध्ययन में दिए गए। यह एक प्रकार का अध्ययन है, जिसमें शोधकर्ताओं ने एक समूह पर लंबे अरसे तक नजर रखी और देखा कि किसमें बीमारियां और चोटें अधिक विकसित हुई। अध्ययन के लिए डेटा जुटाने में 30 से ज्यादा वर्षों का समय लगा। अध्ययन में शामिल महिलाओं ने अपनी डाइट और डाइटरी सप्लीमेंट के बारे में जानकारियां दीं।

क्या कहते हैं शोधकर्ता

प्रोफेसर हैकोन ई. मेयेर ने कहा, '' यह अध्ययन नार्वे के लिए था हालांकि अमेरिकी महिलाएं नार्वे की महिलाओं की तुलना में अच्छे सप्लीमेंट का प्रयोग करती हैं।''उन्होंने कहा, ''हमें इस पर संदेह हुआ जब हमने 2017 में हुए नार्वे के दो बड़े अध्ययनों से प्राप्त डेटा का पुन विश्लेषण किया।'' इन अध्ययनों में महिलाओं को या तो विटामिन बी का हाई डोज दिया गया या फिर उन्होंने प्लेसबो का अधिक सेवन किया।

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शोधकर्ताओं ने क्या पाया

अध्ययन में हैरान कर देने वाले नतीजे सामने आए। अध्ययन में पाया गया कि जिन लोगों ने विटामिन बी 6 और बी 12 का हाई डोज लिया उनमें कूल्हे के फ्रेक्चर का जोखिम अधिक पाया गया। इन निष्कर्षों की पुष्टि नए अमेरिकी अध्ययन में हो चुकी है। प्रोफेसर मेयेर ने चिन्हित किया कि बी12 अकेले ही जोखिम नहीं बढ़ा सकता है। इतना ही नहीं कुछ उम्रदराज लोगों को अतिरिक्त विटामिन बी 12 सप्लीमेंट की जरूरत होती है और इस बात का कोई सबूत नहीं है कि विटामिन बी 12 अकेले ही हिप फ्रेक्चर का जोखिम बढ़ा सकता है।

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