त्वचा के स्वास्थ्य (Skin Health) पर नट्स के प्रभावों की जांच को लेकर किए गए अपनी तरह के पहले अध्ययन में यह दावा किया गया है कि बादाम का रोजाना सेवन रजोनिवृत्ति के बाद महिलाओं के चेहरे पर दिखाई देने वाली झुर्रियों की गंभीरता को कम करने में मदद कर सकता है। अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के शोधकर्ताओं ने पाया कि अन्य नट फ्री स्नैक की जगह रोजाना बादाम खाने से रजोनिवृत्ति के बाद महिलाओं के चेहरे पर दिखाई देने वाली झुर्रियों की गंभीरता और लंबाई धीरे-धीरे कम होने लगती है।
रजोनिवृत्ति वह समय होता है जब महिलाओं को लगातार 12 महीने तक मासिक धर्म का अनुभव नहीं होता है। जर्नल फाइटोथेरेपी रिसर्च में प्रकाशित इस अध्ययन में 16 सप्ताह के कंट्रोल ट्रायल में रजोनिवृत्ति के बाद स्वस्थ महिलाओं की त्वचा के आधार पर दो समूहों में बांटा गया। दोनों ही समूह में सूरज की रोशनी के संपर्क में आने से त्वचा पर पड़ने वाले प्रभावों की गंभीरता को विभाजित किया गया।
एक समूह की महिलाओं ने स्नैक के रूप में बादाम खाएं। उन्होंने रोजाना के अपने कुल कैलोरी इंटेक का 20 फीसदी या फिर औसतन 340 कैलोरी प्रति दिन (60 ग्राम) बादाम से लिया। जबकि दूसरे समूह ने इतनी ही मात्रा में नट फ्री स्नैक का सेवन किया।
इसे भी पढ़ेंः आपके फेफड़ों को कमजोर होने से बचा सकती है एस्पिरिन (Asprin),शोधकर्ताओं ने बताया कैसे
इन स्नैक के अलावा अध्ययन में शामिल महिलाओं ने अपनी नियमित डाइट ली और किसी भी प्रकार का कोई नट या नट वाला उत्पाद नहीं खाया। अध्ययन की शुरुआत में महिलाओं की त्वचा की जांच की गई और उसके चार, आठ, 12 और 16 सप्ताह पर फिर से उनकी त्वचा को जांचा गया। प्रत्येक बार त्वचा की जांच करने के लिए हाई रेजोल्युशन फेशियल इमेजिंग तकनीक का प्रयोग किया गया।
अध्ययन के मुख्य शोधकर्ता और यूएस डेविस में क्लीनिकल डर्माटोलॉजी के सहायक प्रोफेसर राजा सिवामनी ने कहा, ''ये हाई रेजोल्युशन कैमरा किसी भी झुर्री के 3 डी पुनर्निर्माण की इजाजत देता है, जिसके कारण हम इसकी लंबाई और गंभीरता के मुख्य कारणों का पता लगा सकते हैं। गंभीरता का आकलन किसी एक झुर्री की गहराई और लंबाई की गणना कर सकता है।''
अध्ययन में सीबम उत्पादन और ट्रेसेपिडर्मल पानी की कमी का आकलन कर स्किन बैरियर फंक्शन का भी आकलन किया गया। स्किन बैरियर फंक्शन, स्किन बैरियर की मजबूती और यह मॉस्चराइज लॉस से हमारी त्वचा को कैसे सुरक्षित रख सकता है इसका पता लगाने की कोशिश की गई। इतना ही नहीं पर्यावरण से होने वाले हानिकारक प्रभावों को भी जांचा गया।
इसे भी पढ़ेंः हार्ट अटैक के मरीज और अकेले रहने वाले लोग पालें कुत्ता, लंबी होगी उम्र और बीमारियों से रहेंगे दूर
16 सप्ताह बाद अध्ययन की समाप्ति पर फोटोग्राफिक इमेज के विश्लेषण से यह पाया गया कि जिन महिलाओं ने बादाम खाए थे उनकी चेहरे की झुर्रियां दूसरे समूह के मुकाबले पहले से कम हो गई और उनके चेहरे की रंगत में सुधार हुआ।
अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि बादाम खाने से महिलाओं के चेहरे की झुर्रियों की चौड़ाई 10 फीसदी तक कम हो गई जबकि उनकी गंभीरता 9 फीसदी तक कम हो गई। शोधकर्ताओं ने कहा कि दोनों समूह के बीच स्किन बैरियर फंक्शन में कोई बदलाव नहीं देखा गया।
सिवामनी ने कहा, ''बादाम विटामिन ई एंटीऑक्सीडेंट का एक बहुत ही अच्छा स्त्रोत है और यह हमें जरूरी फैटी एसिड और पोलीफेनोल प्रदान करता है। यह समग्र अच्छे पोषण के लिए एक सबसे अच्छा विकल्प है।''
उन्होंने कहा, ''जैसा कि अध्ययन में देखा गया बादाम एक खाद्य पदार्थ के रूप में स्वस्थ एजिंग डाइट का हिस्सा हो सकते हैं, विशेष रूप से रजोनिवृत्ति के बाद महिलाओं के लिए।'' शोधकर्ताओं ने कहा हालांकि भविष्य में आने वाले परिणाम दूसरे लोगों के लिए हो सकते हैं।
Read more articles on Health News in Hindi
Read Next
50 रुपए में मिल रही है 16 हेल्थ टेस्ट की सुविधा, भारतीय रेलवे ने यात्रियों के लिए शुरू की ये सर्विस
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version