पेट की कई समस्याओं का कारण आपकी खराब लाइफस्टाइल और डाइट है। इसके कारण आपका मेटाबोलिज्म और बॉवेल मूवमेंट खराब हो जाता है। बॉवेल मूवमेंट खराब होने का मतलब है कि आपकी मल त्याग की फ्रीक्वेंसी में कमी आ जाना। यानी कि आप कितनी बार मल त्याग करते हैं और ये आराम से कर लेते हैं या फिर इसके लिए आपको मेहनत लगती है। इसी बारे में हमने डॉ. शुभम वात्स्या (Dr.Shubham Vatsya) कंसल्टेंट, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी फोर्टिस एस्कॉर्ट्स अस्पताल, फरीदाबाद से बात की। डॉ. शुभम की मानें तो, कितनी बार मल त्याग करना है, इसकी कोई सटीक संख्या नहीं है। आंत्र गतिविधि (bowel movement) प्रत्येक व्यक्ति के लिए भिन्न होती है। हालांकि, चिकित्सा और विज्ञान अक्सर बॉवेल मूवमेंट का वर्णन करने के लिए आमतौर पर तीन बार मल त्याग के नियम को नॉर्मल बताते हैं। इसके अनुसार आप दिन में तीन बार और सप्ताह में तीन बार के बॉवेल मूवमेंट महसूस करना नॉर्मल है।
बॉवेल मूवमेंट कैसा होना चाहिए?
इसके अलावा डॉ. शुभम वात्स्या बताते हैं कि आप कई कारकों के आधार पर प्रत्येक दिन या सप्ताह में कम या ज्यादा बार मल त्याग कर सकते हैं। जैसे कि
- -आहार
- -उम्र
- -शारीरिक गतिविधि स्तर
जबकि एक व्यक्ति के मल की स्थिति एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न हो सकती है। अधिकांश लोगों के मल का गठन, भूरा और नरम होता है। लेकिन अगर आप हमेशा कठोर मल या हमेशा तरल मल का त्याग करते हैं, तो आप डॉक्टर से बात करनी चाहिए। क्योंकि ऐसा है तो आपके पेट की स्थिति सही नहीं है। इसके अलावा आपका मल दर्दनाक नहीं होना चाहिए। अगर आप बार-बार मल त्याग करने में दर्द महसूस करते हैं या फिर या ऐंठन महसूस करते हैं तो तब भी आपको अपने डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
बॉवेल मूवमेंट खराब होने के कारण- Causes of slow bowel movement
- -इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम(IBS)
- -क्रोहन रोग
- -बड़ी आंत में सूजन
- -शरीर में पानी की कमी
- -डाइट में फाइबर की कमी
- -एक्सरसाइज की कमी
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बॉवेल मूवमेंट को ठीक रखने के उपाय-Tips for healthy bowel movement
1. डाइट में बढ़ाएं फाइबर की मात्रा
बॉवेल मूवमेंट को सही रखने के लिए ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करें जो कि फाइबर से भरपूर हो। प्रति दिन कम से कम 25 से 31 ग्राम फाइबर खाने का प्रयास करें। दरअसल, फाइबर से भरपूर फूड्स जैसे कि मोटे अनाज और रेशेदार फल आदि मल में थोक जोड़ने का काम करते हैं और इसे आसान बनाते हैं। इससे आपका बॉवेल मूवमेंट सही रहता है और आप पेट की समस्याओं से बचे रहते हैं।
2. हाइड्रेटेड रहें
पानी आपके मल को आसान बनाने में मदद करता है।साथ ही पेट को भी सही रखने में मदद करते हैं। जब हम ज्यादा मात्रा में पानी पीते हैं तो ये आपके आंतों में चिपके पदार्थों को साफ करता है और शरी से वेस्ट को आसानी से बाहर निकालने में मदद करता है। साथ ही हाइड्रेटेड रहने के लिए खूब पानी पिएं या इलेक्ट्रोलाइट युक्त पेय पदार्थों का सेवन करें।
3. कैफीन, डेयरी और शराब का सेवन कम करें
कैफीन, डेयरी और शराब जैसे पदार्थ मेटाबोलिज्म को खराब करते हैं और कब्ज की समस्या का कारण बनते हैं। इसके अलावा ये पदार्थ पेट में जलन पैदा करते हैं। साथ ही इससे आपकी आंत और किडनी का कामकाज भी प्रभावित होता है। इसलिए उन खाद्य पदार्थों का सेवन करें जो कि शरीर को डिटॉक्स करे और पेट की समस्याओं से बचाए रखे।
4. अपनी शारीरिक गतिविधि को बढ़ाएं
जो लोग लगातार बैठे रहते हैं या फिर जो शारीरिक गतिविधियां नहीं करते उनमें कब्ज की समस्या होती है। साथ ही उनका मेटाबोलिज्म भी स्लो हो जाता है। ऐसे लोगों को चाहिए कि वो अपने आपको एक्टिव बनाएं। इसके लिए शारीरिक गतिविधियों को बढ़ाएं। घर के काम करें। फोन पर बात करते समय चलें और ज्यादा से ज्यादा उन कामों को करें जिसमें आपको चलना-फिरना पड़े। इससे आपका बॉवेल मूवमेंट तेज होगा और आपका पेट आसानी से साफ हो जाएगा।
5. गुड बैक्टीरिया बढ़ाएं
पेट में गुड बैक्टीरिया की कमी से आपको कब्ज की समस्या हो सकती है। इसलिए आपको आपको खट्टी चीजें खानी चाहिए। साथ ही फर्मेंडेट फूड्स का सेवन करना चाहिए। इससे गट बैक्टीरिया सही रहते हैं। दरअसल, आपके आंत के बैक्टीरिया आपकी बड़ी आंतों की गति को सही रखने में एक जरूरी भूमिका निभाते हैं। आपके आंत बैक्टीरिया का असंतुलित होना दस्त का कारण या स्लो मेटाबोलिज्म का कारण बन सकता है।
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6. प्रोबायोटिक्स लें
प्रोबायोटिक कब्ज में मददगार हैं। ये बॉबेल मूवमेंट को तेज करते हैं और आपकी आंत के पीएच को बैलेंस करते हैं। इससे मल का त्याग आसान हो जाता है। इसलिए अपने खाने में प्रोबायोटिक फूड्स का सेवन करें। जैसे कि किमची, अचार और दही जैसे प्रोबायोटिक खाद्य पदार्थ। इसके अलावा आप बासी चावल और ठंडा दूध भी ले सकते हैं।
7. हेल्दी फैट्स का सेवन करें
अगर आपको अपने पेट को सही रखना है तो हेल्दी फैट्स का भी सेवन कर सकते हैं। फैट्स पेट में थोक बढ़ाने में मदद करते हैं। इसके लिए पहले को अपने भोजन की मात्रा बढ़ाएं और फिर अपनी डाइट में फैट्स को शामिल करें। ये गैस्ट्रोकोलिक रिफ्लेक्स को उत्तेजित करने में मदद कर सकते हैं, जिससे मेटाबोलिज्म तेज होता है।
8. एक्सरसाइज करें
एक्सरसाइज से पेट की गति सही रहती है। साथ ही आपका मेटाबोलिज्म तेज होता है जिससे भूख जुड़ा हुआ है। यानी कि एक्सरसाइज करने से शरीर आपके एमर्जी का इस्तेमाल करेगा और खाना जल्दी पचेगा। इससे पेट वेस्ट पदार्थों को अलग करता है और बॉवेल मूवमेंट को तेज करता है।
9. एक टाइम टेबल सेट करें
बॉवेल मूवमेंट को सही करने के लिए एक टाइम सेट करना बेहद जरूरी है। ऐसा इसलिए क्योंकि जिन लोगों के मल त्याग का टाइम तय नहीं होता उनमें कब्ज की समस्या ज्यादा होती है। पर जब आपका टाइम सेट होता है तो रोज आपको उसी समय पर बॉवेल मूवमेंट महसूस होगा और आपका पेट भी साफ रहेगा।
10. टॉयलेट पॉस्चर में बदलाव करें
अगर आपको हमेशा कब्ज की समस्या रहती है तो आपको अपने टॉयलेट पॉस्चर में बदलाव करना चाहिए। दरअसल, अपने पैरों के कोण को बदलने से आपके बृहदान्त्र का कोण बदल जाता है। टॉयलेट फुटस्टूल एक सहायक उपकरण है जिसकी मदद से आप अपने बॉवेल मूवमेंट को सही कर सकते हैं।
इन सबके अलावा कुछ योगासन भी पेट साफ करने में मदद कर सकते हैं। दरअसल, योग से आंतों और पेट पर जोड़ पड़ता है और बॉवेल मूवमेंट तेज हो सकती है। साथ ही ये कब्ज की समस्या से निजात दिलाने में भी मदद कर सकता है।
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