
जो लोग कब्ज से परेशान रहते हैं उन लोगों को पता होना चाहिए कि ये समस्या क्यों होती है और इससे बचाव के लिए क्या करना चाहिए।
कब्ज की समस्या तब होती है जब शरीर से मल त्यागने में परेशानी होती है। यह स्थिति तब पैदा होती है जब व्यक्ति का पाचन तंत्र ठीक प्रकार से काम नहीं करता और वह खराब हो जाता है। यही कारण होता है कि व्यक्ति का शरीर खाने को सही से पचा नहीं पाता है। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि कब्ज के कारण क्या हैं? इसके लक्षण क्या हैं और बचाव किस प्रकार किया जा सकता है? पढ़ते हैं आगे...
कब्ज के लक्षण
1- जब किसी व्यक्ति को कब्ज की परेशानी होती है तो उसका मल सख्त हो जाता है। यही कारण होता है कि व्यक्ति को मल त्यागने में दिक्कत और बल लगाना पड़ता है।
2- इन लोगों की जीभ का कलर बदलकर सफेद हो जाता है और मुंह का स्वाद भी खराब हो जाता है साथ ही मुंह में से बदबू भी आती है।
3- जिन लोगों को कब्ज की परेशानी होती है उन्हें भूख कम लगती है और उनका जी हर वक्त घबराता रहता है।
4- कब्ज के लक्षणों में पेट दर्द, पेट में सूजन, बाथरूम जाने के बाद अधूरा मल आदि समस्याएं नजर आती हैं।
कब्ज का कारण
दवाइयों का अधिक सेवन
कई दवाईयां ऐसी होती है जिससे पेट के खराब होने की आशंका बढ़ जाती है। बता दें कि ऑक्सिकोडोने, हाइड्रोमोरफोन, कोडेन आदि के अधिक सेवन से कब्ज की समस्या हो सकती है।
बढ़ती उम्र में के कारण भी हो सकती है यह समस्या
जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है वैसे-वैसे मेटाबॉलिज्म धीमा पड़ जाता है। यही कारण होता है कि आंतों की गतिविधि भी कम काम करती हैं और पाचन तंत्र में गड़बड़ी आ जाती है।
डिहाइड्रेशन भी है एक कारण
अगर आप नियमित रूप से पानी का सेवन भरपूर मात्रा में करें तो कब्ज की समस्या से दूर रहा जा सकता है। हालांकि अगर किसी व्यक्ति को कब्ज है तो वह अगर ज्यादा पानी पीएगा तब भी ज्यादा राहत नहीं मिल सकती है। यदि आप शराब का सेवन करते हैं तो बता दें कि यह शरीर को डिहाइड्रेट करता है ऐसे में जिस व्यक्ति को कब्ज की परेशानी है वे शराब के सेवन से बचें।
सामान्य रूटीन में बदलाव से हो सकता है कब्ज
जब हम कहीं बाहर जाते हैं या घर में कोई मेहमान आता है तो हमारे सामान्य रूटीन में बदलाव आना स्वभाविक है। इसका प्रभाव हमारे पाचन तंत्र पर भी पड़ता है, जिससे कभी कभी कब्ज जैसी समस्या पैदा हो जाती है। अगर हम समय पर भोजन ना करें, समय पर ना सोए तो कब्ज का जोखिम बढ़ जाता है।
शरीर में फाइबर की कमी से हो सकता है कब्ज
जिन लोगों के आहार में फाइबर की मात्रा कम होती है उन्हें कब्ज की परेशानी ज्यादा हो सकती है। ऐसे में अपने आहार में फल, सब्जियां, साबुत अनाज आदि ऐसे चीजों को जरूर शामिल करें। इससे आपकी आंतों की कार्य क्षमता भी बढ़ेगी।
इसे भी पढ़ें- ब्लड इंफेक्शन ( सेप्सिस ) क्या है ? जानें कारण, लक्षण और बचाव
कब्ज से बचाव
कब्ज के लिए व्यायाम जरूरी
जो लोग घंटो तक एक ही जगह पर बैठे रहते हैं या ज्यादा घूम नहीं पाते उनके लिए व्यायाम एक अच्छा विकल्प है। ऐसे में वे पवनमुक्तासन, ब्रजासन आदि से कब्ज की समस्या को दूर कर सकते हैं।
लैट सोने से बचें
सुबह उठकर सर पर जाना एक हेल्थी लाइफस्टाइल के अंदर आता है। ऐसे में जो लोग देर रात तक जगते हैं वह इस लाइफस्टाइल को अपना नहीं पाते हैं। ऐसे में सोने से पहले एक गिलास गर्म पानी पिएं और सुबह सैर पर जाने की आदत डालें। इसके अलावा यदि शौच जाने का मन है तो उसे न रोकें। वरना कब्ज की परेशानी हो सकती है।
मैदा की चीजों का सेवन कम करें
मैदा से बनी चीजें कब्ज को और बढ़ा सकती हैं। इसके अलावा अधिक तेल मसालेदार चीजें भी कब्ज की परेशानी को दूर करें बढ़ा दी है। ऐसे में इन सब चीजों का सेवन कम मात्रा में करें। कुछ लोगों को दूध और डेयरी उत्पादों से भी कब्ज की परेशानी हो जाती है ऐसे में इनका सेवन भी कम मात्रा में करें।
आहार में लाएं बदलाव
दिन में आप कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पीएं। साथ ही अपनी डाइट में ताजी सब्जियों, फलों को शामिल करना एक अच्छा उपाय है। ऐसे में आप अमरूद, सेब, पालक, मशरुम, गोभी, मूली, संतरे आदि को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। मसालों में आप जीरा, हल्दी, अजवाइन का सेवन कर सकते हैं।
इसे भी पढ़ें- घुटनों में दर्द, जकड़न और सूजन का कारण हो सकता है 'बेकर्स सिस्ट', डॉक्टर से जानें इस बीमारी का कारण और इलाज
कैसे होता है कब्ज का परीक्षण
1- ब्लड टेस्ट
2- स्टमक x-ray
3- बोरिया एनिमा
4- डिफिकॉग्रफी
5- मैग्नेटिक रिजोनेंस इमेजिंग डिफिकॉग्रफी
6- एनोरेक्टल मोटिलिटी स्टडीज
Read More Articles on other diseases in hindi
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।