देश में हर दूसरे घर में डायबिटीज का मरीज मिल जाता है। जो अपनी इस बीमारी के लिए बहुत सी दवाईयों का इस्तेमाल कर रहा है। लेकिन अब डायबिटीज मरीजों के लिए इस्तेमाल की जाने वाली एक दवा को सेहत के लिए बड़ा खतरा बताकर बाजारों से वापस मंगाया जा रहा है। क्योंकि इस दवा को लेने से डायबिटीज के मरीजों में कैंसर का खतरा हो सकता है। इस दवा को बनाने वाली कंपनी ने इसे वापस मंगा है। इस दवा को टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों को ब्लड ग्लूकोज लेवल को कम करने के लिए इसे खाने की सलाह दी जाती है।
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दरअसल, अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने इस बारे में सतर्क किया था। क्योंकि डायबिटीज में दी जाने वाली इस दवा में कैंसर पैदा करने वाले पदार्थ काफी अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने यह भी बताया कि डायबिटीज की दवा मेटफोर्मिन हाइड्रोक्लोराइड Metformin Hydrochloride में एन-निट्रोसोडीमेथेलमाईन N-Nitrosodimethylamine (NDMA) की काफी अधिक मात्रा पाई जाती है। जो एक प्रकार का केमिकल है। जो शरीर में जाने के बाद कैंसर के खतरे को बढ़ सकता है। लोगों की सेहत को देखते हुए डायबिटीज में खायी जाने वाली इस पॉपुलर दवा के स्टॉक को बाज़ार से निर्माता कंपनी द्वारा वापस मंगाने का फैसला लेने की ख़बरें भी आ रही हैं। बता दें, इस दवाई में पाया जाने वाला केमिकल का नाम मेटफोर्मिन हाइड्रोक्लोराइड है।
क्या है मेटफोर्मिन हाइड्रोक्लोराइड
जब किसी को डायबिटीज की बीमारी हो जाती है तो उसके शरीर में ब्लड शूगर को संतुलित करने के लिए मेटफोर्मिन का प्रयोग किया जाता है। मेटफोर्मिन टाइप 2 डायबिटीज, हार्ट डिजीज के इलाज में इस्तेमाल की जाती है। लेकिन कुछ मामलों में मेटफोर्मिन लेने के लिए मना किया जाता है। जैसे कि गर्भवती महिला या जो महिला बच्चे को स्तनपान कराती है, उनको यह दवा नहीं लेनी चाहिए।
मेटफोर्मिन की दवा अपकी उम्र, स्थिति और पहले से ली जा रही दवाओ के हिसाब से दी जाती है। वहीं जो लोग लंबे समय से डायबिटीज की बीमारी से गुजर रहे हैं, उन लोगों में दिल की समस्या, गुर्दों की समस्या, स्ट्रोक और आंखों का कमजोर होना जैसा समस्या आ जाती है। इसलिए डायबिटीज के लोगों को अपने खानपान और जीवनशैली पर नियमित रूप से ध्यान देना चाहिए।
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कंपनियां वापस मंग रही है स्टॉक
इस दवा को बनाने वाली कंपनी मार्कसंस फार्मा लिमिटेड ने इस खतरे को देखते हुए ऐलान कर दिया है कि वह सभी बाज़ारों से कई बैच की दवा वापस लेगी।
डायबिटीज की ये दवाई बनाने वाली कंपनी मार्कसंस फार्मा लिमिटेड की ये दवा बाजार में टाइम-कैप लैब्स के नाम से बेची जाती है। ये दवाई अलग-अलग mg में आती है लेकिन 500mg और 750mg की दवाओं को वापस मंगाया जा रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि, इस दवा की कम डोज वाली दवा से कोई खतरा नहीं बताया गया है। बता दें, इस दवा से टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों में ब्लड में ग्लूकोज लेवल को कम करने में मदद मिलती है।
वहीं, एफडीए ने ये भी कहा है कि जब तक मरीजों को इसके बदले में डॉक्टर दूसरी दवा नहीं देते, तब तक इस दवा का सेवन जारी रखें। एफडीए अभी इस दवाई की जांच कर रही है। इस दवाई की जांच करके ये पता लगाया जाएगा कि क्या सच में इस दवा में एनडीएमए की अधिक मात्रा पाए जाने का क्या कारण है।
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इसलिए हमेशा कहा जाता है कि कोई भी दवा लेने से पहले डॉक्टर से जरूर सलाह लें, क्योंकि कोई भी गलत दवा आपकी सेहत पर बुरा असर डाल सकती है।
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