विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, डायबिटीज दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियों में से एक है। यह एक चयापचय से जुड़ा रोग है, जो ब्लड शुगर और इंसुलिन को प्रभावित करता है। दरअसल डायबिटीज में इंसुलिन बड़ी धीमी गति से काम करता है, जिससे शुगर पचाने में शरीर पर्याप्त तरीके से काम नहीं कर पाता है। ऐसे में डायबिटीज के मरीज के लिए सबसे जरूरी चीज ये है कि वो अपने लाइफस्टाइल में बदलाव करे। इसके लिए आप आयुर्वेद की (Use of Ayurveda in Treatment of Type 2 Diabetes)मदद ले सकते हैं। वो कैसे आइए हम आपको बताते हैं।
आयुर्वेद में क्या है 'मधुमय' डाइट?
आयुर्वेद में, खराब पाचन को मधुमेह का प्राथमिक कारण माना जाता है, जिसे 'मधुमय' कहा जाता है। माना जाता है कि ये चयापचय से जुड़ा एक विकार है, जिसे हाइपरग्लाइसेमिया और ग्लाइकोसुरिया द्वारा चिह्नित किया गया है और जिसके परिणामस्वरूप शरीर में इंसुलिन का उत्पादन सही से नहीं हो पाता है। इसके लिए आयुर्वेद में 'मधुमय' डाइट (Madhumey Diet) की परिकल्पना दी गई है, जिसमें खान-पान के विशेष तौर-तरीके दिए गए हैं।
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कैसे फॉलो करें ये डाइट (Ayurvedic diet chart for diabetics)?
1.सुबह लें करेले की पत्तियों का जूस
अपने दिन की शुरुआत करेले की पत्तियों का जूस से करें । ये आपके चपाचय को सही करने में मदद करेगा। इसे बनाना बेहद आसान है। बस आपको करेले की पत्तियों को उबालना है और अब हर दिन सुबह जैसे आप चाय पीते हैं, वैसे ही इसे पीना है।
2. नाश्ते में हर्बल चटनी
डायबिटीज के मरीज को नाश्ते में बाजरा, रागी, या मक्का जैसे अघुलनशील फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थ को लेना चाहिए। वहीं इनके साथ आप खूब तला-भूना या नसालेदार चीज लेने से बचें। इन रोटियों के साथ कुछ हर्बल चटनी लें। जैसे कि पुदीना, धनिया, टमाटर और आंवले से बनी हर्बल चटनी आदि।
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3. लंच में
दोपहर के भोजन में दाल का सूप, उबले हुए दाल और एक गिलास छाछ शामिल करें। यह आवश्यक कैलोरी प्रदान करने के साथ-साथ मधुमेह की भूख को शांत करने के लिए अच्छा है। इसे आप ऐसे भी रख सकते हैं, जैसे कि
- -ओट्स की खिचड़ी
- -रागी पराठा
- -करेले का चोखा
- -नमक वाली दही
4. रात का खाना
रात का खाना एक दम हल्का रखें। बात अगर एक आदर्श आयुर्वेदिक डिनर की करें, तो उबली हुए सब्जियां और मल्टीग्रेन को अपने खाने में ज्यादा शामिल करें। कुछ न हो तो एक हेल्दी सा सूप बनाएं और उसे पी लें। पर ध्यान रखें कि मिठाई और कार्बोहाइड्रेट के सेवन से बचें और अधिक हरी और पत्तेदार सब्जियों को खाने में शामिल करें। साथ ही आप सोने से पहले एक कप गर्म मसाले वाली हल्की मुलेठी से बनी दूध का सेवन भी कर सकते हैं। ये आपके चयापचय को ठीक रखेगा और पिछले भोजन को पचाने में मदद करेगा और सुबह आपका पेट हल्का हो जाएगा। इस तरह ये आपको पेट में कब्ज आदि से बचाए रखेगा, जो कि ब्लड शुगर को खराब करने में एक बड़ा रोल निभाते हैं।
इस तरह आयुर्वेदिक डाइट को फॉलो करके आप अपने को फिट एंड फाइन रख सकते हैं। वहीं अगर आप मोटापे से पीड़ित भी हैं, तब भी ये डाइट आपके बहुत काम की है। ये तेजी से आपको फैट बर्न करने में मदद करेगी।
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