डायबिटीज के मरीज (Diet in Diabetes)अक्सर मीठे को लेकर चिंता में रहते हैं। वो किसी भी चीज को खाने से पहले ब्लड शुगर के बारे में जरूर सोचते हैं। ऐसे में डायबिटीक चीनी की जगह अन्य विकल्पों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जैसे कि शुगर फ्री, गुड़ और शहद। वहीं कुछ लोग गुड़ और शहद के इस्तेमाल पर ज्यादा जोर दे रहे हैं क्योंकि ये दोनों शुगर फ्री की तुलना में नेचुरल हैं। पर आपको क्या लगता है कि डायबिटीज के मरीजों के लिए गुड़ ज्यादा फायदेमंद है या शहद? डायबिटीज में इंसुलिन बढ़ाने वाली कोई भी चीज खराब होती है, जिसमें गुड़ भी शामिल है। पर क्या शहद इसकी तुलना में इंसुलिन को कम बढ़वा देता है? आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
डायबिटीज में शहद या गुड़ (Which is better Honey or Jaggery in diabetes)?
गुड़ का उपयोग बहुत सारे पारंपरिक भारतीय डेसर्ट में किया जाता है और डायबिटीज (Can diabetic patients eat jaggery)के मरीज सफेद चीनी के बजाय गुड़ का सेवन ज्यादा करने पर जोर देते हैं। गुड़ पोटेशियम, मैग्नीशियम, विटामिन बी 1, बी 6 और सी प्लस का एक समृद्ध स्रोत है। वहीं ये फाइबर का भी अच्छा सोर्स है, जो विषाक्त पदार्थों को निकालता है और आपके पाचन तंत्र को साफ करने में मदद करता है। आयुर्वेदिक मान्यताओं का सुझाव है कि लोग अपने दिन की शुरुआत एक कप गर्म पानी और गुड़ से करें, ताकि ये पाचन तंत्र को ठीक रखे और शरीर से विष्कात पदार्थों को डिटॉक्स करके आपके ब्लड शुगर को नियंत्रित करे। गुड़ में कई फेनोलिक यौगिक भी होते हैं जो ऑक्सीडेटिव तनाव से लड़ते हैं और प्रतिरक्षा को बढ़ाने का काम करते हैं।
वहीं बात अगर शहद की जाए, तो ये शहद खाने का एक फायदा यह है कि यह आपके इंसुलिन के स्तर को बढ़ा सकता है और आपके ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। वहीं शहद एंटीऑक्सिडेंट का अच्छा स्रोत भी है, जो कि शरीर में एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों के लिए जाना जाता है। यही एंटी इंफ्लेमेटरी गुण मधुमेह की जटिलताओं को कम कर सकता है।
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क्यों डायबिटीज में गुड़ एक आदर्श विकल्प नहीं है?
चीनी और गुड़ दोनों एक ही स्रोत से प्राप्त होते हैं, वो है गन्ना। इसका मतलब है कि चीनी और गुड़ दोनों में उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है। मधुमेह के रोगियों को अपने आहार में शामिल करने से पहले विभिन्न खाद्य पदार्थों के ग्लाइसेमिक इंडेक्स के बारे में ध्यान रखने की आवश्यकता होती है। वहीं हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले पदार्थ ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ाते हैं।
शहद ब्लड शुगर को कैसे प्रभावित करता है?
शहद एक प्राकृतिक चीनी और कार्बोहाइड्रेट है, पर ये डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद है। 2004 के एक अध्ययन में पाया गया कि ब्लड शुगर के स्तर पर शहद का असर सफेद वाली चीनी की तुलना में ज्यादा फायदेमंद होता है। शोधकर्ताओं ने पाया कि मधुमेह वाले लोगों के समूह में, शहद के सेवन के 30 मिनट बाद ब्लड शुगर में प्रारंभिक वृद्धि हुई। हालांकि, प्रतिभागी के ब्लड शुगर का स्तर बाद में कम हो गया और दो घंटे के निचले स्तर पर बना रहा। यह शोधकर्ताओं का मानना है कि शहद, चीनी के विपरीत, इंसुलिन में वृद्धि का कारण हो सकता है, जो ये ब्लड शुगर को भी नियंत्रित रख सकता है।
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शहद और गुड़ दोनों रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ाएंगे, लेकिन शहद पर स्विच करना बेहतर है क्योंकि इनमें सूक्ष्म पोषक तत्व होते हैं। गुड़ मैग्नीशियम, कॉपर और आयरन से भरपूर होता है जबकि शहद विटामिन बी, विटामिन सी और पोटैशियम से भरपूर होता है, जो कि गुड़ की तुलना में ज्यादा फायदेमंद है।
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