Uterus Damage Symptoms in Hindi: मां बनने का सपना तो सभी महिलाएं संजोती हैं, लेकिन कई बार शरीर में होने वाली कुछ स्वास्थ्य समस्याओं के चलते वे नैचुरली कंसीव नहीं कर पाती हैं। पिछले कुछ समय से कंसीव नहीं कर पाने के पीछे बच्चेदानी में समस्या होना भी एक बड़ा कारण माना जा रहा है। कुछ मामलों में महिलाओं की बच्चेदानी खराब हो जाती है, जिसके चलते महिलाएं मां नहीं बन पाती हैं। बच्चेदानी में कई बार गांठ, एंडोमेट्रियोसिस के साथ ही साथ गर्भाशय में फाइब्रॉएड होने जैसी समस्याएं भी कई बार कंसीव नहीं कर पाने का बड़ा कारण माना जाता है।
बच्चेदानी कमजोर हो जाने पर भ्रूण का गर्भाशय में रुक पाना मुश्किल हो जाता है, लेकिन जब बच्चेदानी ही खराब हो जाए तो ऐसे में भ्रूण बन ही नहीं पाता है। बच्चेदानी खराब होने पर आपको कई लक्षण दिखाई दे सकते हैं। ऐसे में कई बार आपको पीरियड्स में असमानता होने के साथ-साथ कई बार पेशाब में लीकेज होने जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। इस बारे में ज्यादा जानकारी लेने के लिए हमने Mumma's Blessing IVF और वृंदावन स्थित Birthing Paradise की Medical Director and IVF Specialist डॉ. शोभा गुप्ता से बातचीत की। (Bacchedani Kamjor Hone ke Lakshan) -
1. एक सप्ताह से ज्यादा पीरियड्स रहना
डॉ. शोभा के मुताबिक बच्चेदानी खराब होने पर महिलाओं को हफ्ते भर से ज्यादा पीरियड्स रहने की समस्या हो सकती है। इस स्थिति में महिलाओं को ब्लीडिंग (Bleeding During Periods) रहती है। कई बार महिलाएं इसे अन्य समस्या समझकर नजरअंदाज कर देती हैं। इस स्थिति को नजरअंदाज करना कई बार अन्य बीमारियां बनने का भी कारण हो सकता है।
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2. पेशाब में लीकेज
कई बार बच्चेदानी में समस्या आने या फिर डैमेज होने पर पेशाब से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं। इस स्थिति में पेशाब लीक होने जैसी स्थिति भी बनी रह सकती है। दरअसल, बच्चेदानी खराब होने पर ब्लैडर पर दबाव बनने लगता है, जिससे पेल्विक मसल्स में कमजोरी आ जाती है। इस कारण पेशाब करने में कठिनाई होने के साथ ही कई बार लीकेज भी होती है।
3. पीरियड्स का अनियमित होना
कई बार मासिक धर्म में अनियमितता होना (Causes of Irregular Periods in Hindi) भी इस बच्चेदानी में खराबी हो सकती है। इसलिए अगर आपके पीरियड्स रेगुलर नहीं हैं तो ऐसे में यह यूट्रस से जुड़ी एक बड़ी समस्या हो सकती है। इस स्थिति को नजरअंदाज करने के बजाय आपको चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए। इस स्थिति में आपको शरीर के कुछ हिस्सों में दर्द भी महसूस हो सकता है।
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4. शरीर में दर्द रहना
बच्चेदानी में खराबी होने पर आपको शरीर के कुछ हिस्सों में दर्द महसूस करने के साथ ही साथ पैर या फिर कमर में भी दर्द महसूस हो सकता है। दरअसल, इस स्थिति में बच्चेदानी की कोशिकाओं पर प्रभाव पड़ता है, जिससे पैरे में दर्द होने के अलावां कमर के आस-पास के हिस्सों में भी जकड़न या फिर दर्द हो सकता है।
FAQ
क्या गर्भाशय की समस्या से प्रेग्नेंसी में दिक्कत आ सकती है?
गर्भाशय से जुड़ी सभी समस्याओं में तो प्रेग्नेंसी में दिक्कत नहीं आती है, लेकिन कुछ समस्याएं जैसे गर्भाशय फाइब्रॉएड, गर्भाशय की कमजोर दीवार, या गर्भाशय ग्रीवा जैसी समस्याएं प्रेग्नेंसी में बाधा बन सकती हैं।क्या गर्भाशय की बीमारी से वजन बढ़ सकता है?
गर्भाशय से जुड़ी बीमारियां जैसे खासकर फाइब्रॉएड (fibroids) और एंडोमेट्रियोसिस (endometriosis) आदि जैसी गर्भाशय से जुड़ी बीमारियां वजन बढ़ा सकती हैं।क्या यूट्रस से जुड़ी समस्याएं हार्मोनल होती हैं?
यूट्रस से जुड़ी समस्याएं कई बार हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकता है। फाइब्रॉएड, एंडोमेट्रियोसिस आदि जैसी समस्याएं हार्मोन्स में बदलाव हो सकता है।