Doctor Verified

कम उम्र के बच्चों की आंखों में दिखने वाले ये 6 लक्षण हो सकते हैं Amblyopia का संकेत, ऐसे करें पहचान

Symptoms Of Amblyopia In Kids In Hindi: अगर किसी बच्चे को कम उम्र में ही एम्ब्लियोपिया हो जाता है, उनकी आंखों की अलाइनमेंट बिगड़ सकती है, उनकी नजर कमजोर हो सकती है। जानें, इसके अन्य लक्षणों के बारे में-
  • SHARE
  • FOLLOW
कम उम्र के बच्चों की आंखों में दिखने वाले ये 6 लक्षण हो सकते हैं Amblyopia का संकेत, ऐसे करें पहचान


Symptoms Of Amblyopia In Kids In Hindi: एम्ब्लियोपिया को लेजी आई भी कहते हैं। यह समस्या बच्चों में तब होती है जब उनका दिमाग और आंखें एक तरह से काम नहीं करती हैं या इनका आपस में सामंजस्य नहीं बनता है। जिन बच्चों को एम्ब्लियोपिया होता है, उनकी आंखें कमजोर हो जाती हैं, जिससे उन्हें सही तरह से दिखाई नहीं होती है। आपको बता दें कि जन्म से लेकर 8 साल तक के बच्चों का शारीरिक-मानसिक विकास बहुत जरूरी होता है। इसी दौरान उनके शरीर के सभी वाइटल ऑर्गन सही तरह से विकसित हो रहे होते हैं। अगर किसी बच्चे को दिक्कत हो, तो उन्हें इसकी अनदेखी नहीं करनी चाहिए। साथ ही, पैरेंट्स को भी अपने बच्चों पर पूरी नजर रखनी चाहिए। खासकर, आंखों से संबंधित समस्या को लेकर लापरवाही करना सही नहीं है। ऐसा करने पर ताउम्र के लिए उनकी आंखों की रोशनी कमजोर हो सकती है। यहां हम जानेंगे कि बच्चों में एम्ब्लियोपिया होने पर किस तरह के लक्षण नजर आते हैं। आइए, जानते हैं आईक्यू अस्पताल के नेत्र विशेषज्ञ डॉ. अजय शर्मा से।

एम्ब्लियोपिया के संकेत- Amblyopia Symptoms In Kids In Hindi

बार-बार आंखों का रगड़ना

पैरेंट्स को यह नोटिस करना चाहिए कि कहीं उनका बार-बार अपनी आंखें रगड़ तो नहीं रहा है। वैसे तो यह सामान्य प्रक्रिया है। इन दिनों ज्यादातर बच्चे टीवी या स्क्रीन पर अधिक समय बिताते हैं। ऐसे में आंखों में ड्राइनेस होना स्वाभविक है। अगर आपके बच्चों के साथ ऐसा हो, तो इसकी अनदेखी न करें। कई बार ऐसा एम्ब्लियोपिया के कारण होता है।

इसे भी पढ़ें: एक आंख से कम दिखाई देना हो सकता है एम्ब्लियोपिया, जानें इस बीमारी के कारण और बचाव के 5 उपाय

भेंगापन या एक आंख बार-बार बंद करना

पैरेंट्स को चाहिए कि वे नोटिस करें कि वह किसी चीज को किस तरह से देखते हैं। कई बार बच्चे चीजों को ध्यान से देखने के अतिरिक्त फोकस करते हैं। इस स्थिति में बच्चा अपनी एक बार बंद कर सकता है। एक बंद करके दूसरी आंख से उन्हें चीजें स्पष्ट तरीके से देखने में उन्हें मदद मिलती है।

पढ़ने में दिक्कत होना

एम्ब्लियोपिया होने पर बच्चों को किताब पढ़ने में दिक्कत होती है। वैसे तो अगर बच्चे की नजदीक की नजर कमजोर हो, तब भी उसे किताबें पढ़ने में दिक्कत हो सकती है। मगर पैरेंट्स को इसके अन्य लक्षणों पर भी गौर करना चाहिए। जैसे, अगर बच्चे को एम्ब्लियोपिया है, तो वह शब्दों को छोड़-छोड़कर रीडिंग करेगा या फिर एक ही शब्द को अलग-अलग तरीके से अरेंज करके पढ़ेगा।

इसे भी पढ़ें: आंखों की जुड़ी समस्या एम्ब्लियोपिया के कितने प्रकार होते हैं? डॉक्टर से जानें

मैथ्स में मुश्किलें आना

आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है कि जिन बच्चों को एम्ब्लियोपिया की समस्या होती है, उन्हें मैथ्स के हल निकालने में दिक्कत हो सकती है। विशेषज्ञों की मानें, तो एम्ब्लियोपिया की वजह से आंखें मिसअलाइन हो जाती है। वैसे तो यह इतना हल्का सा फर्क होता है, जो पैरेंट्स के लिए नोटिस करना मुश्किल हो सकता है। लेकिन, इस स्थिति में बच्चों की आंखें कमजोर हो जाती हैं, उन्हें धुंधला दिखने लगता है और नंबरों को पढ़ने में भी उन्हें परेशानी हो सकती है। इसी वजह से उन्हें मैथ्स के सम्स करने में कठिनाई महसूस होती है।

इसे भी पढ़ें: बच्चों में नजर से जुड़ी समस्याएं होने पर सामने आते हैं ये लक्षण, स्टडी में हुआ खुलासा

खेल-कूदने में दिक्कत

पैरेंट्स को चाहिए कि वे अपने बच्चे की खेलने-कूदने से संबंधित आदतों पर भी गौर करें। नोटिस करें कि क्या बच्चे डिस्टेंस या लोकेशन को जज करने में गलती कर रहा है। इस तरह की दिक्कतें होने पर बच्चे के लिए खेल-कूद या स्पोर्ट्स में हिस्सा लेना मुश्किल हो जाता है।

फोकस न कर पाना

जब एम्ब्लियोपिया की दिक्कत होती है, बच्चे के लिए किसी भी चीजें पर ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो जाता है। ऐसा इसलिए भी होता है, क्योंकि उनकी आंखें कमजोर होती हैं और हर चीज उन्हें धुंधली नजर आती है। ऐसे बच्चे के लिए किसी भी चीज पर लंबे समय तक फोकस करना या अटेंशन देना चैलेंजिंग हो जाता है। पैरेंट्स को चाहिए कि वे नोटिस करें कि अगर किसी चीज को देखते हुए उन्हें अटेंशन करने में दिक्कत हो रही है या नहीं। ऐसा हो, तो तुरंत बच्चे को एक्सपर्ट के पास ले जाएं।

All Image Credit: Freepik

Read Next

बच्चों में वॉकिंग निमोनिया होने पर किन लक्षणों से करें पहचान? डॉक्टर से जानें

Disclaimer