
Signs To Detect Common Vision Problems in Children in Hindi: डिजिटल टेक्नोलॉजी आने के बाद से लोगों में आंखों से जुड़ी समस्याएं तेजी से बढ़ी हैं। इसके पीछे का मुख्य कारण है मोबाइल और लैपटॉर का ज्यादा इस्तेमाल करना। स्मार्टफोन इस्तेमाल करनी की आदत आंखों की सेहत पर भारी पड़ रही है। आजकल छोटी उम्र के बच्चों को भी देखने में कठिनाई हो रही है और नजर का चश्मा लग रहा है। बच्चों पर ध्यान नहीं देने से यह समस्या समय के साथ बढ़ती ही जाती है। साउथ इंडिया में हुई एक स्टडी के मुताबिक 28 फीसदी मरीजों में आंखों से जुड़ी बीमारियां या समस्याएं अनुवांशिक थीं। शोधकर्ताओं ने ऐसे कुछ लक्षणों पर जोर दिया है, जिन्हें देखकर बच्चों में होने वाली आंखों से जुड़ी समस्याओं के बारे में पता लगाया जा सकता है।
इन लक्षणों को देखकर पहचानें बच्चों में नजर से जुड़ी आम समस्याएं
- स्टडी के शोधकर्ताओं के मुताबिक बच्चों में दिखाई देने वाले कुछ लक्षण ऐसे हैं, जिन्हें देखकर आप नजर कमजोर होने का अंदाजा लगा सकते हैं।
- बच्चों में दूर की चीजें देखने में कठिनाई होना मायोपिया की ओर इशारा हो सकता है।
- एस्टिग्मेटिज्म यानि आंखों का आकार सामान्य से बड़ा और घुमावदार हो जाता है।
- दोनों आंखों का कमजोर होना (एम्ब्लियोपिया) बच्चों में आंखों से जुड़ी समस्या की ओर इशारा करता है।
- क्रॉस्ड आई यानि जब दोनों आंखें एक ही जगह पर देखने में असमर्थ हो जाती हैं।
- वैज्ञानिकों ने इसपर कहा कि जेनेटिक काउंसलिंग करने से बच्चों में आंखों से जुड़ी समस्या को रोका जा सकता है।
बच्चों को आंखों से जुड़ी समस्याओं से कैसे बचाएं?
- बच्चों को आंखों से जुड़ी समस्याओं से बचाने के लिए आपको सबसे पहले उनका स्क्रीन टाइम कम करना होगा।
- अगर आपका बच्चा स्पोर्ट्स खेलता है तो उसे आंखों को चोट लगने से बचाने वाला चश्मा देना चाहिए।
- बच्चों को स्मार्टफोन देने का एक समय निर्धारित करें।
- बच्चों के वजन के साथ-साथ उनकी डाइट पर भी ध्यान देना चाहिए।
- आंखों से जुड़ी समस्याओं से बचाने के लिए बच्चों की आंखों की जांच कराएं।
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