Bacchon Mein Hepatitis Ke Lakshan: हेपेटाइटिस जैसा भारी शब्द सुनते ही माता-पिता की टेंशन बढ़ जाती है। बच्चों में हेपेटाइटिस के संकेत हमेशा स्पष्ट नहीं होते, क्योंकि वे कई बार सामान्य बीमारियों जैसे बुखार, थकान या पेट दर्द से मिलते-जुलते हो सकते हैं। इसीलिए माता-पिता को छोटे-छोटे बदलावों पर ध्यान देना चाहिए। अगर बच्चे का रंग हल्का पीला हो, भूख में कमी आए या वह असामान्य रूप से थका हुआ दिखे, तो यह गंभीर संकेत हो सकते हैं। बच्चों की उम्र और उनके स्वास्थ्य के हिसाब से लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन हेपेटाइटिस के कुछ खास संकेत हैं जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। याद रखें कि समय पर लक्षणों की पहचान करना और डॉक्टर से सलाह लेना बच्चे के स्वस्थ जीवन के लिए जरूरी है। इस लेख हम आपको बताएंगे बच्चों में हेपेटाइटिस के कौन-कौन से लक्षण हो सकते हैं और कैसे आप इन्हें समझकर सही कदम उठा सकते हैं। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के डफरिन हॉस्पिटल के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ सलमान खान से बात की।
बच्चों को हेपेटाइटिस होने का क्या मतलब है?- What It Mean When Child Has Hepatitis
जब बच्चों को हेपेटाइटिस होता है, तो इसका मतलब होता है कि उनके लिवर में इंफेक्शन हो गया है या लिवर में सूजन आ गई है। लिवर ब्लड को साफ करता है, भोजन से पोषक तत्व निकालता है और शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। जब लिवर में सूजन या इंफेक्शन हो जाता है, तो यह ठीक से काम नहीं कर पाता। अगर समय पर इलाज न हो, तो बच्चे को लिवर की गंभीर समस्या भी हो सकती है। इसलिए माता-पिता हेपेटाइटिस को हल्के में न लें और डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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बच्चों में हेपेटाइटिस के लक्षण- Common Symptoms of Hepatitis in Kids
हेपेटाइटिस के शुरुआती चरण में बच्चे में कुछ सामान्य लक्षण दिखाई दे सकते हैं जो अक्सर अन्य सामान्य बीमारियों जैसे वायरल इंफेक्शन से मिलते-जुलते होते हैं-
- हल्का या तेज बुखार होना।
- थकान और कमजोरी होना।
- भूख में कमी (Loss of Appetite) आना।
- मतली और उल्टी (Nausea and Vomiting) होना।
- दाईं ओर ऊपरी पेट के हिस्से में दर्द होना।
ये लक्षण सामान्य इंफेक्शन के भी हो सकते हैं, इसलिए इन्हें केवल हेपेटाइटिस का संकेत नहीं मानना चाहिए। लेकिन अगर ये कुछ दिनों तक बने रहें, तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
पीलिया या त्वचा का पीला होना- Jaundice or Yellow Skin
- हेपेटाइटिस में सबसे खास लक्षण होता है पीलिया। जब लिवर प्रभावित होता है, तो बिलिरुबिन नामक पदार्थ, ब्लड में बढ़ जाता है, जिससे त्वचा और आंखों का सफेद भाग पीला पड़ने लगता है।
- बच्चे की आंखों का सफेद भाग पीला होना सबसे पहले दिखता है।
- त्वचा और नाखूनों का रंग भी पीला हो सकता है।
- पेशाब का रंग गाढ़ा भूरा या पीला हो जाता है।
मूत्र और मल में बदलाव- Changes in Urine and Stool
हेपेटाइटिस के दौरान शरीर में पित्त की मात्रा और रंग बदलने से मूत्र और मल में भी असामान्य परिवर्तन देखने को मिलते हैं-
- मूत्र का रंग गाढ़ा होना (Dark Urine)।
- मल का रंग फीका या मटमैला होना (सामान्य हल्के भूरे रंग से अलग)।
- अगर बच्चे के मूत्र और मल में ये बदलाव दिखें, तो इसे नजरअंदाज न करें, क्योंकि यह लिवर की समस्या का संकेत हो सकता है।
व्यवहार में बदलाव- Behavioral Changes
- हेपेटाइटिस से पीड़ित बच्चों में कभी-कभी ज्यादा चिड़चिड़ापन नजर आता है।
- नींद न आना या ज्यादा सोना।
- ध्यान फोकस करने में दिक्कत होना।
पेट में सूजन- Abdominal Swelling
हेपेटाइटिस के गंभीर मामलों में बच्चे के पेट में सूजन या दर्द महसूस हो सकता है। लिवर की खराबी से पेट में द्रव या लिक्विड जमा हो जाता है, जिससे पेट फूल जाता है और बच्चे को बेचैनी महसूस होती है।
त्वचा में खुजली और रैशेज होना- Itching and Skin Rashes
कुछ बच्चों में हेपेटाइटिस के कारण त्वचा में खुजली हो सकती है। लिवर की खराबी से त्वचा पर इसका असर दिखने लगता है। खुजली के साथ त्वचा पर छोटे लाल या गुलाबी धब्बे या रैशेज भी दिख सकते हैं।
डॉक्टर से संपर्क कब करें?- When to Consult a Doctor
अगर बच्चे में ऊपर बताए गए कोई भी लक्षण दिखें, खासकर पीलिया, भूख में लगातार कमी, बार-बार उल्टी या ज्यादा थकान हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। समय पर जांच और सही इलाज से हेपेटाइटिस के प्रभावों से बचा जा सकता है।
हेपेटाइटिस से बचाव के उपाय- Hepatitis Prevention
- बच्चों को साफ पानी और शुद्ध भोजन देना।
- नियमित हाथ धोने की आदत डालना।
- टीकाकरण कराना, जैसे हेपेटाइटिस-बी का वैक्सीन।
- संक्रमित व्यक्ति के संपर्क से बचना।
बच्चों में हेपेटाइटिस के लक्षण अक्सर शुरू में सामान्य बीमारियों जैसे लगते हैं। पीलिया, यूरिन और मल के रंग में बदलाव और बार-बार उल्टी जैसे लक्षणों पर विशेष ध्यान दें।
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FAQ
कैसे पता चलेगा कि बच्चे को हेपेटाइटिस है?
बच्चे में पीलिया यानी त्वचा और आंखों का पीला पड़ना सबसे पहला और स्पष्ट संकेत होता है। इसके साथ बुखार, उल्टी, भूख कम होना और थकान भी होती है। अगर ये लक्षण नजर आएं, तो तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं।हेपेटाइटिस ए, बी और सी में क्या अंतर है?
हेपेटाइटिस ए गंदे पानी से फैलता है, बी खून और द्रव से, सी मुख्य रूप से ब्लड से फैलता है। हेपेटाइटिस-ए हल्का होता है, जबकि बी और सी गंभीर और लंबी बीमारी का कारण बन सकते हैं।हेपेटाइटिस कितने दिनों में ठीक होता है?
ज्यादातर बच्चों में हेपेटाइटिस का इलाज 2 से 6 हफ्ते में पूरा हो जाता है। लेकिन यह निर्भर करता है कि इंफेक्शन किस प्रकार का है और इलाज कब शुरू हुआ। समय पर इलाज जरूरी है। हेपेटाइटिस-बी के इलाज में, ए और सी के मुकाबले ज्यादा समय लग सकता है।