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Itchy Skin: त्‍वचा में खुजली होने पर कभी न करें ये 5 काम, बढ़ सकता है इन्‍फेक्‍शन

Skin Itching: क्‍या आपको भी त्‍वचा में हर समय खुजली होती रहती है? अगर हां, तो इसका कारण कुछ गलत आदतें हो सकती हैं। जानें ऐसी 5 आदतों के बारे में।
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Itchy Skin: त्‍वचा में खुजली होने पर कभी न करें ये 5 काम, बढ़ सकता है इन्‍फेक्‍शन

Skin Mein Khujli Hona: त्‍वचा में नमी की कमी के कारण खुजली हो जाती है। साफ-सफाई का ख्‍याल न रखने से त्‍वचा में इन्‍फेक्‍शन हो जाता है और इस कारण भी खुजली हो सकती है। खुजली आपको और दूसरों को असहज महसूस करवा सकती है। बार-बार खुजली होने पर खुरचने के कारण त्‍वचा लाल हो जाती है और रैशेज नजर आने लगते हैं। कुछ लोगों को खुजली शरीर के क‍िसी एक ह‍िस्‍से में हो जाती है, वहीं कुछ लोगों को पूरे शरीर में या शरीर के कई ह‍िस्‍सों में खुजली की समस्‍या हो सकती है। कई ऐसी बीमार‍ियां हैं ज‍िनमें खुजली एक कॉमन लक्षण है। जैसे- डायब‍िटीज, थायराइड, ल‍िम्‍फोमा, ल‍िवर रोग और गुर्दे की बीमारी आद‍ि। बीमार‍ियों के अलावा कुछ खराब आदतें हैं ज‍िनके कारण खुजली की समस्‍या हो सकती है। उदाहरण के ल‍िए जो लोग सुगंध वाले उत्‍पाद जैसे परफ्यूम और डियोडरेंट का ज्‍यादा इस्‍तेमाल करते हैं उन्‍हें खुजली हो सकती है। इसके पीछे और भी कई खराब आदतें हो सकती हैं ज‍िनके बारे में हम आगे बात करेंगे। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने ओम स्किन क्लीनिक, लखनऊ के वरिष्ठ कंसलटेंट डर्मेटोलॉज‍िस्‍ट डॉ देवेश मिश्रा (Dr. Devesh Mishra) से बात की।   

skin mein khujli hona

1. गर्म पानी से स्नान लेना- Hot Water Bath 

खुजली होने पर गर्म पानी से स्नान लेने से बचें। इससे खुजली ज्‍यादा बढ़ सकती है। अगर आपको क‍िसी कारणवश गर्म पानी से स्नान लेना भी है, तो 10 म‍िनट से ज्‍यादा न लें। इसके अलावा स्नान के बाद कॉटन फैब्र‍िक के कपड़े पहनें और त्‍वचा पर मेडि‍केटेड मॉइश्चराइजर लगाना न भूलें। अगर आपको खुजली की समस्‍या है, तो नहाने के दौरान लूफा का प्रयोग न करें और त्‍वचा को रगड़कर साफ करने से बचें। इससे खुजली और इन्‍फेक्‍शन बढ़ सकता है।     

इसे भी पढ़ें- टॉयलेट और नहाने वाले साबुन में होता है अंतर, जानें टॉयलेट वाले साबुन से नहाने के नुकसान

2. धूप और प्रदूषण भरे वातावरण में रहना- Staying in Hot Weather and Pollution 

अगर आपको खुजली की समस्‍या है, तो आपका पहला फोकस यह होना चाह‍िए क‍ि खुजली को कैसे कम क‍िया जाए। इस दौरान ऐसी आदतों पर ध्‍यान दें जो खुजली को कम करने के बजाय उसे बढ़ा सकती हैं। उदाहरण के ल‍िए जो लोग धूप या प्रदूषण भरे वातावरण में ज्‍यादा देर रहते हैं, उनकी स्‍क‍िन पर खुजली हो सकती है और पहले से मौजूद इन्‍फेक्‍शन के लक्षण बढ़ सकते हैं। कोश‍िश करें क‍ि जब भी बाहर न‍िकलें, तो छाता, कैप और फुल स्‍लीव्‍स वाले कपड़े ही पहनें। इससे काफी हद तक त्‍वचा का बचाव हो सकता है।  

3. परफ्यूम और साबुन का इस्तेमाल करना- Using Perfume and Soap  

अगर आपको खुजली की समस्‍या है, तो त्‍वचा पर कुछ भी लगाते समय ध्‍यान देना होगा प्रोडक्‍ट के इंग्रीड‍िएंट्स पर। लोग सुबह नहाने के ल‍िए ज‍िस साबुन का इस्‍तेमाल करते हैं, वह ही उनकी स्‍क‍िन के ल‍िए सबसे ज्‍यादा नुकसानदायक हो सकता है। इससे खुजली की समस्‍या बढ़ सकती है। अक्‍सर हम टॉयलेट साबुन को ही नहाने के ल‍िए इस्‍तेमाल कर लेते हैं। लेक‍िन आपको केवल वही साबुन चुनना है ज‍िसमें टीएफएम की मात्रा 76 प्रत‍िशत या उससे ज्‍यादा हो। 76 प्रत‍िशत से कम टीएफएम वाले साबुन टॉयलेट सोप कहलाते हैं। इन्‍हें केवल हाथ धोने के ल‍िए इस्‍तेमाल क‍िया जा सकता है। साबुन खरीदने से पहले पैकेट पर लि‍खी जानकारी को ठीक से पढ़ना चाह‍िए।   

4. सैचुरेटेड फैट्स, चीनी और नमक का ज्‍यादा सेवन करना- Eating Saturated Fat, Sugar and Salt 

अगर आपको स्‍क‍िन एलर्जी हुई है, तो खानपान पर व‍िशेष ध्‍यान दें। अपनी डाइट में सैचुरेटेड फैट्स, चीनी और नमक की मात्रा कम कर दें। इससे एलर्जी बढ़ सकती है। स्‍क‍िन एलर्जी या खुजली होने पर डि‍हाइड्रेशन से भी बचना चाह‍िए। पर्याप्‍त मात्रा में पानी का सेवन त्‍वचा को हेल्‍दी रखने के ल‍िए जरूरी है। अपनी डाइट में व‍िटाम‍िन-ए और सी को शाम‍िल करें। ये दोनों व‍िटाम‍िन्‍स स्‍क‍िन में कोलेजन की मात्रा को बढ़ाने का काम करेंगे। इसल‍िए गाजर, खट्टे फल और लो-फैट डेयरी प्रोडक्‍ट्स का ज्‍यादा से ज्‍यादा सेवन करें।

5. तनाव लेने से बढ़ सकता है इन्‍फेक्‍शन- Stress Make Infection Worse  

अगर आपको खुजली या इन्‍फेक्‍शन हुआ है, तो इस दौरान ज्‍यादा तनाव न लें। ज्‍यादा तनाव लेने से शरीर में ह‍िस्‍टामाइन नाम का कंपाउंड र‍िलीज होता है। इससे खुजली और रैशेज की समस्‍या हो सकती है। तनाव को कम करने के ल‍िए डीप ब्रीद‍िंग एक्‍सरसाइज और मेड‍िटेशन की मदद ले सकते हैं। तनाव लेने से शरीर में हार्मोन्‍स का संतुलन ब‍िगड़ता है और इससे नसों को नुकसान पहुंचता है ज‍िससे जलन या खुजली जैसे लक्षण महसूस होने लगते हैं। इसल‍िए स्‍ट्रेस फ्री रहें और खुजली का इलाज करने के ल‍िए डॉक्‍टर से संपर्क करें।  

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image credit: banyantreatmentcenter, addictionresource 

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