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एक आंख से कम दिखाई देना हो सकता है एम्ब्लियोपिया, जानें इस बीमारी के कारण और बचाव के 5 उपाय

एम्‍ब्‍ल‍ियोप‍िया आंखों से जुड़ी है, अगर समय रहते इसका पता लगाया जाए तो आप बीमारी को बढ़ने से रोक सकते हैं, जानते हैं बचाव के उपाय 

Yashaswi Mathur
Written by: Yashaswi MathurUpdated at: Nov 05, 2021 10:42 IST
एक आंख से कम दिखाई देना हो सकता है एम्ब्लियोपिया, जानें इस बीमारी के कारण और बचाव के 5 उपाय

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एम्‍ब्‍ल‍ियोप‍िया (amblyopia) के लक्षण क्‍या है? लेज़ी आई की समस्‍या होने पर दूर की चीज़ें देखने में परेशानी होती है या त‍िरछा नजर आता है। ये बीमारी बचपन में भी हो सकती है। एम्‍ब्‍ल‍ियोप‍िया या लेज़ी आई में हमारी आंखें द‍िमाग से साथ तालमेल नहीं ब‍िठा पातीं है ज‍िसके कारण एक आंख से द‍िखना कम हो जाता है या आंखों में भैंगापन नजर आने लगता है। अगर एक आंख से धुंधला नजर आ रहा है तो ये भी बीमारी के लक्षण हो सकते हैं। अगर आप सही समय पर इलाज करवाएं या चेकअप करवाएं तो एम्‍ब्‍ल‍ियोप‍िया जैसी बीमारी से बच सकते हैं। इस लेख में हम एम्‍ब्‍ल‍ियोप‍िया जैसी बीमारी से बचने के उपाय और कारण पर चर्चा करेंगे। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के केयर इंस्‍टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फ‍िजिश‍ियन डॉ सीमा यादव से बात की।

lazy eye

 image source:kristonclinic

एम्‍ब्‍ल‍ियोप‍िया या लेज़ी आई की समस्‍या क्‍यों होती है? (Causes of amblyopia)

  • लेज़ी आई की समस्‍या उन लोगों को भी हो सकती है ज‍िन्‍हें स्‍ट्रैब‍िस्‍मस होता है, इस समस्‍या में एक चीज पर दोनों आंखें एक साथ फोकस नहीं कर पाती ज‍िसके कारण ब्‍लर या डबल इमेज नजर आती है।
  • कुछ केस में कई मरीजों को मसल इंबैलेंस की समस्‍या होती है ज‍िसमें आंखें एक साथ काम नहीं करती, ऐसे मरीजों को एम्‍ब्‍ल‍ियोप‍िया होने का खतरा रहता है। 
  • अगर आपकी आइल‍िड ड्रूपी है यानी पलकों के लटकने की समस्‍या है ज‍िसके कारण आंखों की रौशनी कम हो रही है तो भी आपको एम्‍ब्‍ल‍ियोप‍िया का खतरा हो सकता है।
  • ज‍िन लोगों के एक आंख की रौशनी दूसरी से बेहतर होती है, यानी एक आंख से धुंधला तो दूसरे से साफ नजर आता है, इसे हम र‍िफ्रैक्‍ट‍िव एरर कहते हैं। इस बीमारी के होने पर भी एम्‍ब्‍ल‍ियोप‍िया की समस्‍या हो सकती है। 

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एम्‍ब्‍ल‍ियोप‍िया की समस्‍या से कैसे बचें? (How to prevent amblyopia)

eye checkup for lazy eye

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1. कम आयु में बीमारी का पता लगाएं (Eye checkup)

डॉ सीमा ने बताया क‍ि एम्‍ब्‍लियोप‍िया का इलाज और उससे बचाव संभव है। अगर आप बचपन में ही बीमारी का पता लगा लें तो आगे चलकर एम्‍ब्‍ल‍ियोप‍िया जैसी गंभीर बीमारी से बचा सकता है। आपको 6 माह की उम्र में आई चेकअप जरूर करवाना चाह‍िए उसके बाद आप हर साल बच्‍चे की आंख का चेकअप करवा सकते हैं।

2. हेल्‍दी डाइट लें (Healthy diet)

आपको एम्‍ब्‍ल‍ियोप‍िया से बचने के ल‍िए पौष्‍ट‍िक आहार का सेवन करना चाह‍िए, आपको अपनी डाइट में व‍िटाम‍िन ए र‍िच फूड को शाम‍िल करना चाह‍िए। पौष्‍ट‍िक आहार की मदद से आप एम्‍ब्‍ल‍ियोप‍िया जैसी बीमारी से बच सकते हैं। आपको अपनी डाइट में पालक, गाजर, बादाम जैसी चीजों का सेवन करना चाह‍िए।

3. चश्‍मे का इस्‍तेमाल (Spectacles)

आज के समय में ज्‍यादातर लोग चश्‍मा लगाने से डरते हैं उन्‍हें लगता है क‍ि चश्‍मा उनके लुक को खराब कर देगा पर अगर आपकी या बच्‍चे की आंख खराब है या नजर कमजोर है तो आपको चश्‍मे का इस्‍तेमाल करना चाह‍िए, इससे नजर और कमजोर होने से बचेगी और आप लेज़ी आई जैसी समस्‍या से बच सकते हैं।

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4. शिशुओं को स्‍तनपान जरूर करवाएं (Breastfeeding)

एम्‍ब्‍लियोपिया जैसी बीमारी से बचने के लि‍ए आप बच्‍चे को स्‍तनपान जरूर करवाएं। स्‍तनपान करवाने से बच्‍चे को कई बीमार‍ियों से जीवनभर सुरक्षा म‍िलती है ज‍िनमें से एक है लेज़ी आई की समस्‍या। 

5. आई पैच का इस्‍तेमाल (Eye patch)

कुछ केस में डॉक्‍टर आई पैच लगाने की सलाह देते है ज‍िससे बचपन में आंख की रौशनी बढ़ सकती हे इसका इस्‍तेमाल डॉक्‍टर की सलाह के अनुसार करें, पैच की जगह कई केस में डॉक्‍टर आई ड्रॉप भी देते हैं पर आपको उसको कोर्स पूरा होने तक देना है ताक‍ि बच्‍चे की आंख को बीमारी से बचाया जा सके।

एम्‍ब्‍ल‍ियोप‍िया जैसी बीमारी का इलाज सर्जरी से भी संभव है पर सर्जरी की नौबत न आए इसके ल‍िए आप अपनी आंखों का ध्‍यान रखें और लक्षण नजर आने पर नेत्र रोग व‍िशेषज्ञ से म‍िलें।

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