बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) मौत की गुत्थी सुलझाने का काम अब सीबीआई (Central Bureau Investigation) कर रही है। करीबियों और संदिग्धों से पूछताछ लगातार जारी है। खबरों के मुताबिक, सुशांत सिंह राजूपत मौत (Sushant Singh Rajput Death Case) के मामले की जांच में अब साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी (Psychological Autopsy) का भी सहारा लिया जाएगा। इसके जरिए सीबीआई यह पता लगाने की कोशिश करेगी की 14 जून यानी हादसे के दिन से पहले सुशांत सिंह के मस्तिष्क में क्या चल रहा था? दरअसल सीबीआई को इस बात की उम्मीद है कि साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी की मदद से शायद कोई सुराग हाथ लगे।
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क्या होती है साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी?
साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी का मतलब 'मनोवैज्ञानिक शव परीक्षण' होता है। आमतौर पर आत्महत्या के मामलों की गुत्थी को सुलझाने के लिए जांच एजेंसियां साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी की मदद लेती हैं। इसमें उस व्यक्ति की आत्महत्या के समय मानसिक स्थिति कैसी थी? इसका पता लगाने की कोशिश की जाती है। सीबीआई साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी का प्रयोग कई बड़े मामलों को सुलझाने में कर चुकी है।
साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी के माध्यम से आत्महत्या करने वाले सख्स के जीवन और उसके जीवन में घटित घटनाओं का अध्ययन किया जाता है। साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी के द्वारा मृतक की व्यक्तिगत जानकारियों जैसे मोबाइल के मैसेजेस, कॉल डिटेल, उसकी डायरी या बुक, घर के सामानों के अलावा परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों और मित्रों के मृतक के साथ संबंधों जैसी कई महत्वपूर्ण तथ्यों का अध्ययन कर उसका निष्कर्ष निकाला जाता है और आत्महत्या के कारणों की सच्चाई का पता लगाया जाता है।
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पहले की घटनाओं के लिए भी ली जा चुकी है 'साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी' की मदद
सुशांत सिंह के केस में साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी का जिक्र आने पर एक बार इसकी चर्चा तेज हो गई है। मगर इस 'टर्म' का प्रयोग पहली बार नहीं किया जा रहा है। इससे पहले भी कई घटनाओं में सीबीआई और अन्य जांच एजेंसियां साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी की मदद ले चुकी हैं।
आपको बता दें, कांग्रेस के बड़े नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत में भी साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी की मदद ली गई थी। हालांकि, आज भी सुनंदा की मौत 'पहेली' बना हुआ है। इसके अलावा, दिल्ली के बुराड़ी में हुई 11 आत्महत्याओं के का अध्ययन करने के लिए साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी की मदद ली गई थी। 1 जुलाई, 2018 की रात हुई रहस्यमयी मौत का राज साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी की रिपोर्ट से सामने आया था। इसके जरिए पता लगाया गया था कि घटना से पहले मृतकों की मानसिक स्थिति क्या रही होगी।
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सुशांत सिंह मौत के मामले की वर्तमान स्थिति?
गौरतलब है कि 14 जून 2020 की सुबह एक्टर सुशांत सिंह राजपूत ने मुंबई के अपने घर पर तथाकथित रूप से पंखे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद सुशांत के पिता केके सिंह ने सुशांत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती समेत 6 लोगों के खिलाफ पटना में मुकदमा दर्ज करवाया था। मुंबई पुलिस की लापरवाही उजागर होने के बाद माननीय सुप्रीम कोर्ट ने सुशांत सिंह के मामले की जांच सीबीआई द्वारा कराने का आदेश दिया। जिसके बाद से मामले की तेजी से जांच की जा रही है।
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