क्या आप भी हो जाते हैं छोटी-छोटी बातों पर भावुक? ये 5 संकेत बताते हैं कि आप हैं इमोशनल ट्रॉमा के शिकार

इमोशनल ट्रॉमा किसी को भी हो सकता है और यह आपके सामान्‍य जीवन पर भी काफी बुरा असर डाल सकता है। कई बार ट्रॉमा काफी खतरनाक हो सकता है।
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क्या आप भी हो जाते हैं छोटी-छोटी बातों पर भावुक? ये 5 संकेत बताते हैं कि आप हैं इमोशनल ट्रॉमा के शिकार


इमोशनल ट्रॉमा किसी को भी हो सकता है और यह आपके सामान्‍य जीवन पर भी काफी बुरा असर डाल सकता है। कई बार ट्रॉमा काफी खतरनाक हो सकता है, जिसकी वजह से नॉर्मल होने में काफी लंबा वक्‍त लग सकता है।  

इमोशनल ट्रामा एक आम समसया है, ट्रॉमा किसी बड़ी दुर्घटना या अचानक होने वाली दुर्घटना से भी हो सकता है। इमोशनल ट्रॉमा से बड़ी संख्‍या में लोग जूझते हैं। कई बार हम किसी व्यक्ति या रिश्ते के नुकसान को नहीं संभाल पाते, जिसकी वहज से ज्‍यादातर मामलों में तो हम उस घटना से उभर जाते हैं, लेकिन कई बार ऐसा नहीं होता। हर व्यक्ति समस्याओं को अलग तरीके से संभालता है, जिसमें बहुत सारे लोग अपने दर्द से निपट लेते हैं और विभिन्न तरीकों से दुख व्यक्त करते हैं। वहीं कुछ रोते हैं और कुछ बस गुस्सा करके और परेशान होकर इसे व्यक्त करते हैं। लेकिन इन्‍हीं सबके बीच कुछ लोग उस दुख या सच्‍चाई को नहीं झेल पाते और इमोशनल ट्रॉमा के शिकार हो जाते हैं। इमोशनल ट्रॉमा के संकेतों को पहचानने में आप सबको सक्षम होना बहुत महत्वपूर्ण है, क्‍योंकि इससे आप इसे स्वीकार करना आसान बना सकता है। इमोशनल ट्रॉमा से पीड़ित व्यक्ति को इसके संकेतों को नोटिस करने और इसे समझने और स्वीकार करने के लिए सीखने में सक्षम होना चाहिए।

इमोशनल ट्रॉमा के संकेत 

Emotional Trauma

1.भावनाओं को संभालने में असमर्थ   

आपकी भावनाएं अपनी जगह ठीक हैं। लेकिन जब आप अपनी भावनाओं को संभालने में असमर्थ हैं और आप अपने स्वयं के विचारों और भावनाओं को समझने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, तो आप सावधान हो जाएं। भावनाओं को समझना और उन्हें नियंत्रण में रखना कठिन होना इमोशनल ट्रॉमा का एक संकेत है। इसके अलावा आप कुछ सोच-समझने में सक्षम न हों और आपके मन मे कोई बात घर कर ले। 

2. स्‍वभाव में आने वाले अचानक बदलाव  

यदि आपके स्‍वभाव में अचानक कुछ बदलाव आ रहे हैं, तो यह भी आपके इमोशनल ट्रॉमा मे जाने के संकेत हो सकते हैं। आप खुद को ऐसा महसूस नहीं करते हैं और आपको लगता है कि आप बदल गए हैं। आपको उन चीजों को करने का मन नहीं करते हैं जिन्हें आप आमतौर पर पसंद करते थे या जिन्‍हें करने में आपको मजा आता था। आप सामाजिक चिंता का भी अनुभव कर सकते हैं या बस अपने करीबी दोस्तों से बचने का मन कर सकता है और आप पूरी तरह लोगों से कट गए हों। 

Signs of Emotional Trauma

3. नकारात्‍मकमता और निराशा महसूस करना 

अगर आप निराश महसूस करते हैं, जैसे कि आपको लगता है कि कुछ भी कभी भी सही नहीं हो रहा है और आप किसी भी चीज़ में अर्थ नहीं ढूंढ पा रहे हैं। यहां तक कि चीजों या लोगों की बातों के प्रति भी आपका नकारात्मक रवैया हो सकता है। ऐसा लग सकता है कि जीवन का कोई अर्थ नहीं है, यह भी एक ट्रॉमा का संकेत हो सकता है। 

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इसके अलावा, आप आत्मविश्वास खो रहे हों और नकारात्‍मक महसूस कर सकते हैं। आप ऐसा महसूस कर सकते हैं कि आप इसके लायक नहीं हैं और आप जो कुछ भी करते हैं वह सिर्फ गलत है। 

4.काल्‍पनिेक दुनिया में खोए रहना 

आप ज्‍यादातर समय अपनी काल्‍पनिेक दुनिया में ही खोए रहते हों या खोए-खोए रहते हैं। इसके अलावा, ऐसा महसूस हो सकता है कि आपके सिर ने काम करना बंद कर दिया है और सीधे सोचना और तार्किक होना मुश्किल हो रहा है। यहां तक कि किसी भी गलती के लिए आप खुद को दोषी मान सकते हैं।

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5.खुद को नुकसान पहुंचाने तरीके ढ़ूढ़ना 

यदि आपको अतीत को छोड़ना बहुत मुश्किल हो रहा है और आप इससे निपटने के लिए खुद को नुकसान पहुंचाने तरीके ढ़ूढ रहे हैं, तो यह भी ट्रॉमा के संकेतों में से एक है। आप गुस्से और नकारात्मकता से भरे हो सकते हैं और आप हर उस चीज के बारे में सोचना बंद नहीं कर सकते जो गलत हो गई।

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