
डायबिटीज के मरीजों के लिए शुगर कंट्रोल रखना आसान नहीं होता। दरअसल, डायबिटीज के मरीजों में पेनक्रियाज सही से शुगर पचा नहीं पाता और यही शुगर खून में जाकर मिलने लगता है। ऐसे में शुगर लेवल बढ़ जाता है जिससे डायबिटीज कंट्रोल करने में दिक्कत होती है। इस स्थिति में सही डाइट लेना स्थिति को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है। जैसे किए डाइट से जुड़ा एक सवाल यह है कि अंकुरित या भुना चना, किसका सेवन डायबिटीज में शुगर कंट्रोल करने में मदद कर सकता है? दोनों में से किसमें फाइबर ज्यादा होता है और किसका सेवन कब और कैसे करें, जानते हैं इस बारे में Dr. Mahesh D M, Consultant – Endocrinology, Aster CMI Hospital, Bangalore से।
अंकुरित चना और भुना चना, डायबिटीज में क्या खाएं?
डॉ. महेश डी. एम बताते हैं कि डायबिटीज के रोगियों के लिए, अंकुरित चना और भुना हुआ चना दोनों ही स्वास्थ्यवर्धक होते हैं, लेकिन इनके फायदे अलग-अलग हैं। इन दोनों का आंतों की गति और इंसुलिन लेवल दोनों पर अलग-अलग असर पड़ता है। जैसे कि
अंकुरित चना-Sprouted gram
अंकुरित चना आमतौर पर हरे चने से बनाया जाता है। जब चने को भिगोकर अंकुरित किया जाता है, तो इसके पोषक तत्व बढ़ जाते हैं। अंकुरित चने में विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट अधिक होते हैं। इसमें फाइबर भी अधिक होता है, जो खून में शर्करा को धीरे-धीरे छोड़ने में मदद करता है। यह भोजन के बाद ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में बहुत मददगार होता है। यह हल्का, पचने में आसान और कैलोरी में कम होता है, जो डायबिटीज में वजन प्रबंधन के लिए अच्छा है।
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डायबिटीज के मरीज अंकुरित चने को कब और कैसे खाएं?
डायबिटीज के मरीज अंकुरित चने को सुबह नाश्ते के रूप में खा सकत हैं। आप अंकुरित चने में प्याज, टमाटर, खीरा, हरी मिर्च और काला नमक मिलाकर एक चाट बना सकते हैं और इसे खा सकते हैं। इसके अलावा आप इसे उबालकर भी बाकी सब्जियों के साथ मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं।
भुने हुए चने-Roasted gram
भुने हुए चने, प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होते हैं। यह एक पेट भरने वाला नाश्ता है जो लंबे समय तक भूख को दूर रखता है। भुने हुए चने खाने से ब्लड शुगर में तेजी से वृद्धि नहीं होती क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। यह हृदय स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा है और अस्वास्थ्यकर वसा को जोड़े बिना ऊर्जा प्रदान करता है। चूंकि यह सूखा और कुरकुरा होता है, इसलिए कई लोग इसे तले हुए खाद्य पदार्थों या मिठाइयों की बजाय एक स्वस्थ नाश्ते के रूप में ले जाना और खाना आसान मानते हैं।
डायबिटीज के मरीज भुने हुए चने को कब और कैसे खाएं?
भुने हुए चने को आप हेल्दी स्नैक्स के रूप में खा सकते हैं। आप इसे शाम को खा सकते हैं। कुछ लोग इसे मुरमुरे के साथ मिलाकर खा सकते हैं या फिर प्याज, मिर्च, टमाटर, नमक और सरसों का तेल मिलाकर खा सकते हैं।
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डायबिटीज में किसे खाना ज्यादा फायदेमंद है?
अगर हम दोनों की तुलना करें, तो अंकुरित चने विटामिन से भरपूर और पचाने में आसान होते हैं, जबकि भुने हुए चने अच्छी तृप्ति के साथ एक सुविधाजनक प्रोटीन युक्त नाश्ता है। डायबिटीज रोगी के लिए, दोनों को मध्यम मात्रा में आहार में शामिल करना सबसे अच्छा तरीका है। अंकुरित चने को सलाद में कच्चा या हल्का पकाकर खाया जा सकता है, जबकि भुने हुए चने को शाम के नाश्ते के रूप में खाया जा सकता है। साथ में, ये बेहतर शुगर नियंत्रण, वजन प्रबंधन और समग्र पोषण में मदद करते हैं।
तो चने खाएं लेकिन, कोशिश करें कि इसे बिलकुल भी प्रोसेस्ड तरीके से न खाएं क्योंकि जितना आप इन चीजों को इनके नेचुरल रूप में खाएंगे उतना ही आपको डायबिटीज मैनेज करने में मदद मिलेगी। बस ध्यान रखें कि ज्यादा मात्रा में किसी भी चीज का सेवन न करें, कंट्रोल तरीके से सेवन करें ताकि डायबिटीज कंट्रोस में रहे।
FAQ
अंकुरित चना कब नहीं खाना चाहिए?
अगर आपका पेट खराब है या डाइजेशन की दिक्कत रहती है तो अंकुरित चना खाने से बचें। इससे पचाना आसान नहीं होता, साथ ही इससे गैस और पेट फूलने की समस्या हो सकती है।रोज कितने स्प्राउट्स खाने चाहिए?
आपको रोज 50-100 ग्राम स्प्राउट्स खाना चाहिए। इससे ज्यादा खाना डाइजेशन के लिए मुश्किल हो सकता है जिससे कब्ज की समस्या हो सकती है, क्योंकि ज्यादा फाइबर सही से न पच पाने पर कब्ज की दिक्कत पैदा करती है।भुने हुए चने और गुड़ खाने से क्या होता है?
भुने हुए चने और गुड़ खाने से आपके शरीर को एनर्जी मिल सकते है। इसके अलावा यह शरीर में आयरन की मात्रा बढ़ाती है जिससे खून की कमी नहीं होती।
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Oct 23, 2025 09:03 IST
Published By : Pallavi Kumari