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गर्मियों में पित्त प्रकृति वाले लोगों को कौन-से मसाले नहीं खाने चाहिए? आयुर्वेदाचार्य से जानें

Spices to Avoid in Summer: इस मौसम में शरीर में गर्मी बढ़ी हुई है। ऐसे में पित्त वाले लोगों को गर्म मसालों का सेवन करने से बचना चाहिए।
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गर्मियों में पित्त प्रकृति वाले लोगों को कौन-से मसाले नहीं खाने चाहिए? आयुर्वेदाचार्य से जानें


Spices Pitta Nature People Should Avoid in Summers in Hindi: आयुर्वेद के अनुसार, शरीर वात, पित्त और कफ से बना है। किसी व्यक्ति की पित्त प्रकृति होती है, तो किसी की कफ या वात। पित्त प्रकृति वाले लोगों को गुस्सा जल्दी आता है, एसिडिटी और त्वचा से जुड़ी समस्या रहती है। इनके शरीर में गर्मी बनी रहती है, जिसकी वजह से तरह-तरह की समस्याएं बनी रहती हैं। ऐसे में गर्मी के मौसम में पित्त वाले लोगों को अपनी डाइट का खास ख्याल रखना जरूरी होता है। गर्मियों में ठंडी तासीर वाली चीजों का सेवन अधिक मात्रा में करना चाहिए। वहीं, गर्म तासीर की चीजों के सेवन से परहेज करना चाहिए। अगर मसालों की बात करें, तो पित्त वाले लोगों को काली मिर्च, लौंग और तेजपत्ते आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। आइए, आरोग्य डाइट और न्यूट्रिशन क्लीनिक की डाइटिशियन डॉ. सुगीता मुटरेजा से जानते हैं पित्त वाले लोगों को गर्मियों में कौन-से मसाले नहीं खाना चाहिए-

गर्मियों में पित्त प्रकृति वाले लोगों को कौन-से मसाले नहीं खाने चाहिए?- Spices Pitta Nature People Should Avoid in Summers in Hindi

1. तेजपत्ता

तेजपत्ते की तासीर बेहद गर्म होती है। अक्सर लोग पुलाव, सब्जी और दाल में तेजपत्ते का उपयोग करते हैं। लेकिन अगर आपकी पित्त प्रकृति है, तो तेजपत्ते का सेवन करने से बचें। तेजपत्ता, आपके शरीर में गर्मी बढ़ा सकता है। तेजपत्ता खाने से शरीर में एसिडिटी की वजह से पेट और सीने में जलन हो सकती है। इसलिए जितना संभव हो, तेजपत्ते वाला खाना खाने से बचना चाहिए।

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2. लौंग

अधिकतर लोग लौंग का उपयोग चाय, काढ़े और खाने में करते हैं। लौंग खाने का स्वाद ही नहीं, पोषक तत्वों को भी बढ़ाता है। हालांकि, लौंग की तासीर बेहद गर्म होती है। ऐसे में गर्मियों में लौंग का सेवन करना सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। खासकर, जिन लोगों की पित्त प्रकृति है, उन्हें गर्मियों में लौंग से परहेज करना चाहिए। लौंग खाने से पेट में जलन हो सकती है। इतना ही नहीं, लौंग खाने से त्वचा पर मुंहासे और छोटे दाने भी निकल सकते हैं।

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3. अदरक

अदरक औषधीय गुणों से भरपूर होता है। इसका उपयोग दाल, सब्जी और चाय आदि में ज्यादा किया जाता है। अधिकतर लोग बिना अदरक की चाय पीना पसंद नहीं करते हैं। अदरक गर्म होता है, इसलिए गर्मियों में इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से बचना चाहिए। अगर आपकी पित्त प्रकृति है, तो गर्मी के मौसम में अदरक का सेवन भूलकर भी न करें। अदरक, गले और पेट में जलन का कारण बन सकता है। इससे आपको एसिडिटी हो सकती है और तबीयत भी बिगड़ सकती है।

4. लहसुन

लहसुन पोषक तत्वों से भरपूर होता है। अक्सर लोग दाल और सब्जी का स्वाद बढ़ाने के लिए लहसुन का उपयोग करते हैं। इतना ही नहीं, कुछ लोग तो कच्ची लहसुन की कलियां भी चबाते हैं। तासीर में लहसुन गर्म होता है। इसलिए इसका सेवन करने से पित्त प्रकृति के लोगों को नुकसान पहुंच सकता है। लहसुन पेट और सीने में जलन का कारण बन सकता है। आपको लहसुन का सेवन गर्मियों में भूलकर भी नहीं करना चाहिए।

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5. सरसों के दाने

पित्त प्रकृति के लोगों को गर्मियों में सरसों के दानों से भी परहेज करना चाहिए। सरसों के दानों की तासीर बेहद गर्म होती है। अगर आप गर्मियों में इनका सेवन करेंगे, तो आपको नुकसान पहुंच सकता है। सरसों के दाने, सीने और पेट में जलन पैदा कर सकते हैं। अगर आप सरसों के दाने का तड़का लगाते हैं, तो गर्मियों में इसके बदले धनिया या जीरे के बीजों का उपयोग कर सकते हैं।

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