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Hyperspermia In Hindi: पुरुषों के शरीर में ज्यादा स्पर्म बनना भी नहीं है सही, डॉक्टर से जानें इसके 5 नुकसान

Side Effects Of Too Much Sperm In The Male Body In Hindi: बहुत कम पुरुषों में ही हाइपरस्पर्मिया की समस्या देखी जाती है। लेकिन, इसके होने पर पुरुषों की रोजमर्रा की जिंदगी पर भी नेगेटिव असर पड़ने लगता है।
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Hyperspermia In Hindi: पुरुषों के शरीर में ज्यादा स्पर्म बनना भी नहीं है सही, डॉक्टर से जानें इसके 5 नुकसान


Side Effects Of Too Much Sperm In The Male Body In Hindi: पुरुषों में ज्यादा स्पर्म बनना एक तरह की शारीरिक समस्या होती है, जिसे हम हाइपरस्पर्मिया के नाम से जानते हैं। ध्यान रखें कि पुरुष एक बार सिर्फ 2 से 5 एमएल तक ही स्पर्म स्खलित करते हैं। अगर स्खलन के दौरान इससे ज्यादा स्पर्म निकलता है, तो उसे हाइपरस्पर्मिया कहा जाता है। वैसे यह रेयर कंडीशन है और बहुत कम पुरुषों में ही यह परेशानी देखने को मिलती है। इसके बावजूद, यह पुरुषों के लिए खतरनाक हो सकता है। इसलिए, इस कंडीशन की अनदेखी नहीं की जा सकती है। हाइपरस्पर्मिया का मतलब है कि पुरुषों के शरीर में सामान्य की तुलना में ज्यादा मात्रा में स्पर्म बन रहा होता है। ऐसा होने पर पुरुषों को कई तरह की परेशानियों से दो-चार होना पड़ता है। सवाल है आखिर हाइपरस्पर्मिया होने पर पुरुषों को किस तरह की परेशानी हो सकती है? यहां हम इन्हीं समस्याओं के बारे में चर्चा करेंगे। इस बारे में हमने मेडिकवर हॉस्पिटल के यूरोलॉजिस्ट और एंड्रोलॉजिस्ट डॉ. विजय दहिफले से बात की।

पुरुषों के शरीर में ज्यादा स्पर्म बनने के नुकसान- Side Effects Of Hyperspermia In Hindi

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दर्दनाक स्खलन

दर्दनाक स्खलन यानी पेनफुल इजैकुलेशन। अगर पुरुषों में बहुत ज्यादा स्पर्म बनता है, तो यह स्थिति सही नहीं होती है। ऐसे में पुरुषों के लिए इजैकुलेशन बहुत मुश्किल हो जाता है। इस स्थिति में कई बार पुरुष शारीरिक संबंध बनाने से बचते हैं। कहने की जरूरत नहीं है कि दर्दनाक इजैकुलेशन होने पर पुरुषों की मेंटल हेल्थ पर भी इसका बुरा असर पड़ता है। ऐसी स्थिति में पुरुषों को चाहिए कि वे समय पर अपना इलाज करवाएं।

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फर्टिलिटी संबंधित समस्या

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जिन पुरुषों को हाइपरस्पर्मिया की दिक्कत होती है, उनमें इनफर्टिलिटी की दिक्कत भी होने लगती है। दरअसल, जब एक व्यक्ति में काफी ज्यादा स्पर्म हो जाते हैं, तो उसमें स्पर्म काउंट कम हो जाता है, जिसकी मोटिलिटी यानी गतिशीलता भी प्रभावित होने लगती है। इस तरह के पुरुषों के लिए पिता बनना चुनौतीपूर्ण हो जाता है। दरअसल, कम मोटिलिटी के कारण स्पर्म एग्स तक नहीं पहुंच पाते हैं, जो महिलाओं को कंसीव करने को चैलेंजिंग बना देता है। हालांकि, ऐसा कम मामलो में ही देखा जाता है।

स्वास्थ्य पर बुरा असर

हाइपरस्पर्मिया अपने आप में एक मेडिकल कंडीशन है। लेकिन, कई बार यह किसी अन्य बीमारी के होने की ओर इशारा करता है। जैसे रिप्रोडक्टिव सिस्टम में संक्रमण, हार्मोनल असंतुलन आदि। इसलिए, अगर कोई पुरुष हाइपरस्पर्मिया का शिकार है, तो उन्हें इसके अन्य लक्षणों पर भी गौर करना चाहिए। जैसे हाइपरस्पर्मिया के कारण अक्सर पुरुष असहजता से भरे रहते हैं, जो उनकी रोजमर्रा की जिंदगी को भी प्रभावित करते हैं। पुरुषों को चाहिए कि वे अपनी इस स्थिति की अनदेखी न करें।

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शारीरिक असहजता

जैसा कि हमने कुछ देर पहले ही बताया है कि हाइपरस्पर्मिया के कारण पुरुषों में असहजता बढ़ जाती है। दरअसल, हाइपरस्पर्मिया के कारण पुरुषों के जेनिटल एरिया में अक्सर दर्द और भारीपन बना रहता है। ऐसा अतिरिक्त सीमन प्रोडक्शन के कारण होता है।

सेक्स ड्राइव का अधिक बढ़ना

आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है कि हाइपरस्पर्मिया के कारण पुरुषों की सेक्स ड्राइव बहुत ज्यादा बढ़ सकती है। हालांकि, सामान्य सेक्स ड्राइवर हर व्यक्ति में होनी चाहिए। इससे उनके यौन संबंध स्वस्थ बने रहते हैं। लेकिन, हाइपरस्पर्मिया के कारण सेक्स ड्राइव में बहुत ज्यादा बढ़ोत्तरी हो सकती है। ऐसा होने पर पुरुष सेक्सुअल रिलेशनशिप पर निर्भर रहने लगते हैं। जाहिर है, ऐसा होने पर व्यक्ति की रोजमर्रा की जिंदगी पूरी तरह बाधित हो जात है। यह कंडीशन उन्हें मेंटली और फिजिकली परेशान रखती है।

All Image Credit: Freepik

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