Vaginal Dryness: वजाइनल ड्राइनेस होने पर अक्सर महिलाएं बहुत ज्यादा परेशान हो जाती हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि वजाइनल ड्राइनेस की वजह से उन्हें इचिंग होती है। अगर इचिंग करती हैं, तो ऐसे में त्वचा छिल सकती है, छाले पड़ सकते हैं और वहां खून भी आ सकता है। यहां तक कि कुछ मामलों में यह भी देखा गया है कि वजाइनल ड्राइनेस के कारण प्रभावित त्वचा में दाने निकल आते हैं, जिसमें असहनीय खुजली हो सकती है। बहरहाल, इस दौरान महिलाओं के लिए यौन संबंध बनाना भी किसी चुनौती से कम नहीं होती है। अगर फिर भी कोई महिला यौन संबंध स्थापित करती है, तो ऐसे में उन्हें कुछ गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। आइए, जानते हैं कि वजाइनल ड्राइनेस होने पर भी यौन संबंध बनाने पर किस तरह के नुकसान हो सकते हैं? इस बारे में नोएडा सेक्टर 71 स्थित कैलाश हॉस्पिटल में Sr Consultant Obs and Gynaecology डॉ. नीलम बेनारा से बात की।
वजाइनल ड्राइनेस होने पर यौन संबंध बनाने के नुकसान- Side Effects Of Having Sex While Vaginal Dryness
दर्द और असहजता
डॉ. नीलम बेनारा बताती हैं, "महिलाओं को वजाइनल ड्राइनेस होने पर यौन संबंध बनाने से बचना चाहिए। इस संबंध में डॉक्टर स्पष्ट करते हैं कि वजाइनल ड्राइनेस में यौन संबंध बनाने के कारण महिलाओं को योनि में दर्द और असहजता हो सकती है। कभी-कभी वजाइनल ड्राइनेस के कारण सेक्सुअल रिलेशनशिप बनाने पर महिलाओं को असहनीय दर्द होता है। ऐसे में जलन और असहजता भी बढ़ जाती है।"
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वजाइनल टियर
आगे समझते हुए डॉ. नीलम बेनारा कहती हैं, “वजाइनल ड्राइनेस के कारण वजाइनल लाइनिंग में छोटे-छोटे जख्म हो जाते हैं। ऐसी कंडीशन में यानी दर्द और रूखापन होने के बावजूद महिलाएं यौन संबंध बनाती हैं, तो उनकी योनि से खून आ सकता है, जिस पर गौर न किया जाए, तो वह छोटा सा घाव गहरा जख्म बन सकता है।"
इंफेक्शन का रिस्क
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि अगर महिलाओं को अक्सर वजाइनल ड्राइनेस की दिक्कत रहती है, तो ऐसे में उन्हें इंफेक्शन का रिस्क भी बढ़ जाता है। डॉ. नीलम बेनारा के अनुसार, "योनि में इंफेक्शन का रिस्क उन महिलाओं को ज्यादा होता है, जिन्हें डायबिटी जैसी मेडिकल कंडीशन या यूटीआई जैसी कोई समस्या है। वहीं, अगर कोई महिला लंबे समय से वजाइनल ड्राइनेस से जूझ रही हैं और ऐसे में वे यौन संबंध बनाती हैं, तो उनमें वजाइनल इंफेक्शन का रिस्क और भी बढ़ जाता है।"
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यूटीआई का रिस्क
वजाइनल ड्राइनेस के कारण महिलाओं को अक्सर इचिंग की दिक्कत होती है। ऐसे में अगर महिलाएं जोर से खुजली करती हैं, तो न सिर्फ त्वचा छिल जाती है, बल्कि प्रभावित हिस्से में घाव भी हो जाता है। अगर इस तरह के घाव की प्रॉपर केयर न की जाए, तो यूटीआई का रिस्क बढ़ जाता है। ऐसे में महिलाओं को पेशाब करते हुए जलन और दर्द का अहसास हो सकता है। यौन संबंध बनाने से इस तरह की समस्या और भी ज्यादा बढ़ जाती है।
सेंसेशन की कमी
जी, हां! यह सच है कि वजाइनल ड्राइनेस के कारण महिलाओं को योनि में सेंसेशन की कमी हो सकती है। दरअसल, वजाइनल ड्राइनेस के कारण योनि में मॉइस्चर कम हो जाता है, जिससे इलास्टिसिटी पर भी असर पड़ता है। ऐसे में महिलाओं को यौन संबंध बनाते हुए प्लेजर का अहसास नहीं होता है, क्योंकि सेंसेशन में कमी आने लगती है।
वजाइनल ड्राइनेस होने पर महिलाएं क्या करें?
- वजाइनल ड्राइनेस होने पर महिलाओं को लुब्रिकेंट का यूज करना चाहिए। इससे यौन संबंध बनाना सहज हो जाता है।
- वजाइनल ड्राइनेस क्यों है, इसका कारण जानने की कोशिश करें।
- अगर वजाइनल ड्राइनेस के कारण कई अन्य समस्याएं हो रही हैं, तो डॉक्टर के पास जाने में देरी न करें।
निष्कर्ष
वजाइनल ड्राइनेस होने पर महिलाओं को यौन संबंध बनाने से बचना चाहिए। वजाइनल ड्राइनेस में जबरन यौन संबंध स्थापिक करने से महिलाओं को योनि में दर्द, असहजता, ब्लीडिंग जैसी दिक्कतें हो सकत हैं। ऐसा आपके साथ न हो, इसके लिए जरूरी है कि आप वजाइनल ड्राइनेस को दूर करने के लिए लुब्रिकेंट का यूज करें। अगर इससे भी समस्या का हल न हो, तो बेहतर होगा कि डॉक्टर से मिलें।
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Current Version
Sep 25, 2025 16:34 IST
Published By : Meera Tagore