Tips To Prevent Painful Intercourse During Menopause In Hindi: मेनोपॉज एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसके बाद महिलाओं के पीरियड्स पूरी तरह बंद हो जाते हैं। इसका मतलब है कि महिला की फर्टिलिटी कम हो जाती है, जिस वजह से वह अब कंसीव नहीं कर सकती है। यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिससे हर महिला को गुजरना पड़ता है और इसे टाला नहीं जा सकता है। लेकिन, मेनोपॉज के बाद अक्सर महिलाएं शारीरिक संबंध बनाने से बचती हैं। इसका एक कारण है कि उन्हें मेनोपॉज के बाद सेक्स के दौरान दर्द का अहसास होता है। विशेषज्ञों की मानें, तो पीरियड्स बंद होने के कारण महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन के स्तर में तेजी से गिरावट आ जाती है। ऐसे में वजाइनल ड्राइनेस की समस्या हो जाती है, जो सेक्सुअल एक्टिविटी को पेनफुल बना सकता है। इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे टिप्स दे रहे हैं, इन्हें जरूर फॉलो करें। इससे मेनोपॉज के बाद शारीरिक संबंध बनाते हुए दर्द नहीं होगा। इस बारे में हमने मुंबई स्थित Zynova Shalby Hospital में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. श्वेता लालगुड़ी से बात की।
मेनोपॉज में शारीरिक संबंध बनाते हुए दर्द से छुटकारा पाने के टिप्स- Tips To Prevent Painful Intercourse During Menopause In Hindi
वजाइनल मॉइस्चराइज का यूज करें
मेनोपॉज के बाद कुछ महिलाओं के लिए सेक्स करना काफी मुश्किल भरा हो जाता है। क्योंकि उन्हें वजाइनल ड्राइनेस की वजह से उन्हें काफी दर्द झेलना पड़ता है। यह उनके किसी दर्दनाक अनुभव बन जाता है। आपके साथ ऐसा न हो, इसके लिए जरूरी है कि आप वजाइनल मॉइस्चराइजर यूज करें। इसे आप सप्ताह में दो से तीन बार ही यूज कर सकती हैं।
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सेक्स के दौरान लुब्रिकेंट यूज करें
इन दिनों बेहतरीन लुब्रिकेंट बाजार में आसानी से मिल जाते हैं। आप इन्हें खरीदकर अंतरंग क्षणों में इसका इस्तेमाल कर सकती हैं। वैसे वॉटर बेस्ड लुब्रिकेंट ज्यादा बेहतर रहते हैं। इससे ड्राईनेस भी दूर होती है और शारीरिक संबंध बनाते हुए महिला को दर्द का अहसास भी नहीं होता है।
लाइफस्टाइल में सुधार करें
मेनोपॉज के बाद एस्ट्रोजन के स्तर में कमी आने के कारण वजाइनल ड्राईनेस हो जाती है। वहीं, अगर कोई महिला स्मोकिंग भी करती है, तो यह भी योनि में सूखेपन को बढ़ा सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि लाइफस्टाइल से बुरी आदतों को बाहर निकालकर भी आप वजाइनल ड्राइनेस को दूर कर सकती है। इससे सेक्स प्रक्रिया आसान और सहज हो जाती है। ऐसे में आपको दर्द भी नहीं होता है।
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हार्मोनल ट्रीटमेंट लें
मेनोपॉज के बाद महिलाओं के शरीर में हार्मोन का उतार-चढ़ाव बना रहता है। ऐसे में महिला के लिए जरूरी है कि वे हार्मोनल बैलेंस के लिए अपनी डाइट और लाइफस्टाइल में सुधार करे। लेकिन, मेनोपॉज के बाद सिर्फ इतना काफी नहीं होता है। वहीं, वजाइनल ड्राईनेस के कारण महिलाओं को कई तरह की दिक्कतें भी हो सकती है। डॉक्टरों का कहना है कि सहज शारीरिक संबंध बनाने के लिए महिलाएं हार्मोनल ट्रीटमेंट ले सकती हैं। इसके लिए कुछ मेडिसिन, एस्ट्रोजन क्रीम और टैबलेट मौजूद हैं। इस संबंध में डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।
मेडिकल कंडीशन का ध्यान रखें
मेनोपॉज कोई बीमारी नहीं है। लेकिन, यह एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसके दौरान महिला को कई तरह की शारीरिक समस्याओं से गुजरना पड़ता है। वहीं, अगर महिला को किसी तरह की मेडिकल कंडीशन है, तो उन्हें इसकी अनेदखी नहीं करनी चाहिए। जैसे अगर आपको डायबिटीज है, तो इसकी दवा जरूर लें। ध्यान रखें कि डायबिटीज के कारण ब्लड शुगर का स्तर बैलेंस्ड नहीं रहता है। इसकी वजह से नसें डैमेज हो सकती हैं, जिससे ब्लड फ्लो बाधित हो सकता है। यह स्थिति वजाइन ड्राईनेस को बढ़ा सकती है। ऐसा आपके साथ न हो, इसके लिए जरूरी है कि अपनी मेडिकल कंडीशन पर ध्यान दें।
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