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PCOS के कारण त्वचा पर हो जाते हैं मुंहासे, जानें यह बीमारी स्किन हेल्थ को कैसे करती है प्रभावित?

PCOS होने पर महिलाओं के शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं, जो न सिर्फ उनके स्वास्थ्य पर असर डालते हैं, बल्कि स्किन को भी डैमेज कर सकते हैं।
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PCOS के कारण त्वचा पर हो जाते हैं मुंहासे, जानें यह बीमारी स्किन हेल्थ को कैसे करती है प्रभावित?

पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) महिलाओं में होने वाली एक आम स्वास्थ्य समस्या है। PCOS के कारण महिलाओं के सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ता है, जिससे अनियमित पीरियड्स, वजन बढ़ना, कमजोरी आदि समस्याएं हो सकती है। पीसीओएस का असर न सिर्फ महिलाओं के स्वास्थ्य पर पड़ता है, बल्कि स्किन पर भी इसके लक्षण नजर आ सकते हैं। दरअसल पीसीओएस के कारण आपके शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, और हार्मोन्स भी असंतुलित होते हैं, जो सीधे तौर पर आपकी स्किन से जुड़ी समस्याओं को बढ़ा सकता है। ऐसे में आइए हेल्थ कोच और सर्टिफाइड डाइटिशियन विधि चावला से जानते हैं PCOS स्किन को कैसे डैमेज करता है?

PCOS स्किन को कैसे प्रभावित करती है?

1. त्वचा के काले धब्बे

पीसीओएस में इंसुलिन प्रतिरोध होना आम बात है, जो शरीर में ज्यादा इंसुलिन को एक्टिव करता है, जिससे गर्दन, हाथों के बगल, कमर और शरीर के अन्य सिलवटों के आसपास त्वचा के काले का रंग काला हो सकता है।

2. मुंहासे

पीसीओएस की समस्या में महिलाओं के शरीर में एंड्रोजन हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जो स्किन में सीबम (तेल) ग्रंथियों को बढ़ावा देता है, जिससे स्किन पर ज्यादा तेल का उत्पादन होता है। स्किन पर ज्यादा तेल का उत्पादन डेड स्किन सेल्स के साथ मिलकर पोर्स को बंद कर देता है, जिससे चेहरे पर सूजन और सिस्टिक एक्ने की समस्या हो सकती है।

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3. चेहरे पर बाल आना

हिर्सुटिज्म, या चेहरे, छाती और पीठ जैसे क्षेत्रों में बालों का अत्यधिक होना पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं में आम होता है। यह स्थिति शरीर में एंड्रोजन हार्मोन के बढ़े स्तर के कारण होती है, जो आमतौर पर पुरुषों के पैटर्न वाले बालों से जुड़े क्षेत्रों में बालों के विकास को बढ़ावा देता है।

4. स्किन टैग

स्किन टैग छोटे, सौम्य विकास होते हैं जो गर्दन, अंडरआर्म्स और अन्य स्किन की सिलवटों पर दिखाई दे सकते हैं। वे इंसुलिन प्रतिरोध वाले लोगों में ज्यादा आम होता हैं, जो अक्सर पीसीओएस का एक हिस्सा होता है।

5. हाइड्रैडेनाइटिस सपुरेटिव

हाइड्रैडेनाइटिस सपुरेटिव, गांठों और फोड़े की विशेषता वाली एक दर्द देने वाली सूजन से जुड़ी त्वचा की स्थिति है, जो पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं को प्रभावित करती है। हार्मोनल असंतुलन और सूजन एचएस को बढ़ावा दे सकते हैं, जो अक्सर अंडरआर्म्स, कमर और भीतरी जांघों पर होते हैं।

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6. बालों का पतला होना या झड़ना

एंड्रोजन बालों के रोम को सिकोड़कर स्कैल्प के बालों को भी प्रभावित कर सकते हैं, जिससे बाल पतले हो जाते हैं और पुरुषों के गंजेपन के समान पैटर्न में बाल झड़ने लगते हैं, बाल झड़ने की समस्या अक्सर माथे के पास मौजूद बालों से शुरू होती है, जिससे आपके बाल सामने से कम लगने लगते हैं।

7. सेबोरहाइक डर्मेटाइटिस

पीसीओएस में, हाई एंड्रोजन स्तर तेल उत्पादन को बढ़ा सकता है, जिससे त्वचा पर स्वाभाविक रूप से रहने वाला यीस्ट ज्यादा बढ़ सकता है, जिससे सूजन और स्किन परतदार नजर आ सकती है।

Image Credit: Freepik

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