Is Black Raisin Good For PCOS: किसी भी हार्मोनल इंबैलेंस की समस्या में डाइट और लाइफस्टाइल दोनों बहुत ज्यादा वैल्यू रखती हैं। इसी तरह पीसीओएस में भी डाइट पर ध्यान देना जरूरी है। पीसीओएस में डाइट में बदलाव होने से इंसुलिन रेजिस्टेंस हो सकती है। ऐसे में कोर्टिसोल और एंड्रोजन जैसे कई हार्मोन्स इंबैलेंस होने का खतरा बना रहता है। पीसीओएस में खानपान से जुड़ी कई चीजों को रामबाण माना गया है। ऐसे में काली किशमिश का सेवन करना बेहद फायदेमंद होता है। काली किशमिश में मौजूद मिनरल्स और विटामिन्स हार्मोन हेल्थ को बैलेंस रखने में मदद करते हैं। लेकिन ये पीसीओएस में ज्यादा फायदेमंद क्यों माना गया है। पीसीओएस डायटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट असिया अली ने इस बारे में विस्तार से जानकारी शेयर की है। इस लेख के माध्यम के जानें इसके फायदे।
पीसीओएस की समस्या में काली किशमिश खाने के फायदे- Benefits of Black Raisins In Pcos
अगर आप डेली डाइट में काली किशमिश एड करते हैं, तो आपको पीसीओएस में इस तरह से फायदे मिलेगें-
आयरन की पूर्ती होती है- Good Source of Iron
पीसीओएस की समस्या में कई लड़कियों में आयरन लेवल कम होता है। इस कारण उन्हें दिनभर थकावट और कमजोरी महसूस होती है। ऐसे में काली किशमिश एक सुपरफूड साबित हो सकती है। काली किशमिश में आयरन की मात्रा अधिक होती है। इसके रोज सेवन से बॉडी में आयरन लेवल बूस्ट होता है, जो पीसीओएस में बहुत जरूरी है। जिन लोगों को पीरियड्स में हैवी ब्लीडिंग होती है उन्हें इसका सेवन जरूर करना चाहिए।
पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद- Digestive Health
काली किशमिश में डाइट्री फाइबर भी अधिक होता है। इसका सेवन रोज करने से पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है। यह गट हेल्थ के लिए भी फायदेमंद होता है। साथ ही, इसके सेवन से काफी देर तक भूख नहीं लगती है। इससे फूड इनटेक कंट्रोल रहता है और पाचन तंत्र पर दवाब नहीं बढ़ता है।
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शुगर क्रेविंग कंट्रोल होती है- Control Sugar Cravings
पीसीओएस में कई महिलाओं को मीठे की क्रेविंग होती है। लेकिन इंसुलिन रेजिस्टेंट होने के डर से उन्हें मीठा अवॉइड करना पड़ता है। ऐसे में काली किशमिश खाना एक बेहतरीन ऑप्शन है। काली किशमिश में नेचुरल शुगर मौजूद होती है, जिसकी मिठास किसी अन्य मीठी चीज के बराबर ही होती है। इसलिए इसे मीठे की क्रेविंग होने पर खा सकते हैं।
एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर- Antioxidants
पीसीओएस की समस्या में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस होना आम बात है। ऐसे में डाइट में एंटीऑक्सीडेंट होना बहुत जरूरी है। काली किशमिश से सेवन से शरीर में एंटीऑक्सीडेंट्स की कमी पूरी होती है। इससे शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कम होता है। इससे स्किन भी हेल्दी और क्लीन रहती है।
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एनर्जी बूस्ट होती है- Boost Energy
पीसीओएस में थकावट और कमजोरी महसूस होना आम बात है। ऐसे में यह बॉडी में इंस्टेंट एनर्जी बूस्ट करने में मदद करती है। काली किशमिश में नेचुरल शुगर मौजूद होती है। इसके सेवन से बॉडी एक्टिव और एनर्जेटिक बनी रहती है।
पोषक तत्वों की कमी पूरी होना- Nutrients Deficiency
काली किशमिश में पोटेशियम, मैग्नीशियम और कई विटामिन्स मौजूद होते हैं। इसके सेवन से शरीर में पोषक तत्वों की कमी पूरी होती है और हार्मोन्स बैलेंस रहते हैं।
लेख में हमने जाना कि पीसीओएस में काली किशमिश खाना कैसे फायदेमंद है। अगर आपको डायबिटीज की समस्या भी है, तो अपने डॉक्टर की सलाह पर ही इसका सेवन करें।
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