खट्टा-मीठा टमाटर खाने में बहुत ही लजीज लगता है। प्रोटीन, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट से भरे टमाटर प्रेग्नेंसी में खाना सही या नहीं, इस पर अक्सर असमंजस रहती है। इस असमंजस को दूर करने के लिए हमने बात की डाइट मंत्रा की डायटीशियन कामिनी कुमारी से। हर चीज को खाने के अपने फायदे-नुकसान होते हैं। लेकिन गर्भावस्था में इम्युनिटी के साथ-साथ बाकी ऑर्गन भी स्लो काम करने लगते हैं। ऐसे में सही डाइट ऑप्शन को चुनना बहुत जरूरी हो जाता है। तो आइए डायटीशियन से जानते हैं कि प्रेग्नेंसी में टमाटर खाने के क्या फायदे हैं।
प्रेग्नेंसी में टमाटर खाना सही है या नहीं?
प्रेग्नेंसी में टमाटर खाना पूरी तरह सही है। पर डॉक्टर कामिनी कुमारी का कहना है कि अगर किसी गर्भवती महिला को गॉलब्लेडर का इन्फेक्शन, किडनी की परेशानी या यूटरस का इंफेक्शन है तो ऐसी गंभीर बीमारियों में टमाटर का बीजों के साथ सेवन न करें। बिना बीज के खा सकते हैं। टमाटर में विटामिन सी, फोलेट आदि भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह पोषक तत्त्व प्रेग्नेंसी में खाने से शिशु और मां दोनों को लाभ पहुंचाता है।
टमाटर के पोषक तत्त्व
- पानी (94.52 ग्राम)
- फाइबर (1.2 ग्राम)
- फोलट(15 µg)
- विटामिन सी(13.7 मि.ग्रा.)
- पोटेशियम (237 मि.ग्रा.)
प्रेग्नेंसी में टमाटर खाने के फायदे
प्रेग्नेंसी में अगर कब्ज है तो कच्चा टमाटर नहीं खाएं। बीज को हटाकर खाएं। बीज की वजह से दिक्कत न या गोलब्लेडर इंफेक्श कमजोर न हो। आराम से पचने वाली चीजें दी जाती हैं।
इंफेक्शन से बचाता है
टमाटर में विटामिन सी और विटामिन-ए प्रचूर मात्रा में पाया जाता है। ये दोनों ही गुण गर्भवती महिला को इंफेक्शन से बचाते हैं और इम्युनिटी को स्ट्रांग करने का काम करते हैं। साथ ही डिलीवरी के बाद के कॉम्प्लीकेशन में भी मदद करते हैं। इसलिए सीमित मात्रा में टमाटर खाना सही है। अगर आप किसी गंभीर बीमारी से गुजर रही हैं तो कच्चा टमाटर न खाएं और बीज के बिना खाएं।
पाचन रखे ठीक
टमाटर में फाइबर की मात्रा अच्छी होती है, जो पेट संबंधी परेशानियों को दूर रखती है और पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है। प्रेग्नेंसी में इम्युनिटी स्लो होने की वजह से पाचन संबंधी परेशानियां हो सकती हैं, ऐसे में टमाटर का सेवन करने से इन परेशानियों से बचा जा सकता है।
कैंसर न होने की संभावना
डायटीशियन कामिनी कुमारी का कहना है कि टमाटर में लाइकोपीन नामक कंपाउंड पाया जाता है। इस कंपाउंड में एंटी-कैंसर गुण होते हैं। जो अगर गर्भवती महिला टमाटर खाती है तो वह भी कैंसर से बच सकती है। पर यह ध्यान रहे कि कैंसर एक गंभीर बीमारी है, टमाटर इसका बचाव नहीं है।
इसे भी पढ़ें : तेजी से वजन कम करने में फायदेमंद है टमाटर का जूस, जानें इस्तेमाल का तरीका
कब्ज रखे दूर
प्रेग्नेंसी में महिलाओं को कब्ज की शिकायत सबसे ज्यादा रहती है। ऐसे में अगर वे टमाटर का सेवन सलाद के रूप में या सूप के रूप में करती हैं, तो उन्हें लाभ मिलता है। डायटीशिनय कामिनी का कहना है कि टमाटर में पाया जाने वाला फाइबर खाने को बचाने में मदद करता है। दूसरा टमाटर में पानी की मात्रा अच्छी होती है जो कब्ज नहीं बनने देता।
सूजन करे दूर
टमाटर में विटामिन सी और लाइकोपीन पाया जाता है और टमाटर एक अच्छा एंटीऑक्सीडेंट का स्रोत है, जिसके सेवन से शरीर में सूजन जैसी परेशानी दूर रहती है। तो अगर कोई गर्भवती महिला इसका सेवन करती है तो उसे भी शरीर की सूजन से निजात मिलेगी। एंटी-इंफ्लामेटरी होने के कारण यह मांसपेशियों के दर्द से भी बचाता है। गर्भावस्था में मांसपेशियों में ऐंठन बहुत होती है, टमाटर का सेवन उस परेशानी से भी बचाता है। प्रेग्नेंसी में कई कारणों से सूजन होती है, इस सूजन को दूर करने में टमाटर लाभकारी है।
फोलेट की पूर्ति
टमाटर में फोलेट की प्रचूर मात्रा पाई जाती है। इसलिए यह गर्भावस्था में शिशु और मां दोनों के लिए लाभदायक होता है। इसे खाने से शिशु को न्यूरल ट्यूब दोष से बचाया जा सकता है। इसलिए रोजाना टमाटर का सही मात्रा में सेवन आपको और गर्भ में पल रहे शिशु को दोनों लाभ पहुंचा सकता है।
इसे भी पढ़ें : टमाटर को फ्रिज में रखना खराब कर सकता है इसका स्वाद, जानें टमाटर को सही से स्टोर करने का तरीका
डाइट में कैसे शामिल करें टमाटर
डाइट में टमाटर को शामिल करने के लिए आप उसका सूप, चटनी, सलाद, सब्जी में भी डाल सकते हैं। कई तरीकों से आप टमाटर का सेवन कर सकते हैं।
गर्भावस्था में टमाटर का सेवन करने से पहले ध्यान दें कि आपको कोई गंभीर बीमारी तो नहीं है। अगर ऐसा हो तो डॉक्टर की सलाह से टमाटर का सेवन करें।
Read More Articles on women health in hindi