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क्या अर्ली प्रेग्नेंसी में आम खाना चाहिए? मानें एक्सपर्ट की सलाह

Pregnancy Me Aam Khana Chahiye Ya Nahi: अर्ली प्रेग्नेंसी में आम खाना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हो सकता है। ऐसा क्यों कहा जाता है, जानें एक्सपर्ट से-
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क्या अर्ली प्रेग्नेंसी में आम खाना चाहिए? मानें एक्सपर्ट की सलाह


Is It Good To Eat Mango During Early Pregnancy In Hindi: गर्मी के मौसम में हम सभी को आम खाना पसंद आता है। आम कई तरह के पोषक तत्वों से भरपूर फल है। इसमें विटामिन-सी, विटामिन-ए जैसे कई तत्व पाए जाते हैं, जो हमारे स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाते हैं। यह फोलेट, विटामिन-सी, विटामिन-ए का अच्छा स्रोत है। ये सभी पोषक तत्व हमारी इम्यूनिटी को बेहतर बनाते हैं और हमारी हेल्थ में सुधार करते हैं। ऐसे में सवाल उठते हैं कि क्या अर्ली प्रेग्नेंसी में महिलाएं आम का सेवन कर सकती हैं? क्या इससे भ्रूण के विकास पर पॉजिटिव असर पड़ सकता है? आइए, जानते हैं कि Divya Gandhi's Diet & Nutrition Clinic की डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी का क्या कहना है। (Kya Pregnancy Mein Aam Kha Sakte Hain)

क्या अर्ली प्रेग्नेंसी में आम खाना चाहिए?- Is It Good To Eat Mango During Early Pregnancy In Hindi

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आम को हम फलों का राजा कहते हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि इसमें कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो प्रेग्नेंसी के दौरान महिला की सेहत में सुधार करने के लिए जाने जाते हैं। विशेषकर, इसमें पाया जाना वाला विटामिन-सी, विटामिन-ए गर्भ में पल रहे शिशु की ग्रोथ में अहम भूमिका निभाते हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि अर्ली प्रेग्नेंसी में आम खाने से किस तरह के फायदे मिलते हैं-

भ्रूण का बेहतर विकास

आम में फॉलिक एसिड पाया जाता है। यह न्यूरल डिफेक्ट से बचाता है और इसमें पाया जाना वाला सभी पोषक तत्व गभ्र में पल रहे शिशु के विकास में अहम योगदा देता है। आम में विटामिन-ए पाया जाता है, जो भ्रूण की आंख, स्किन और इम्यूनिटी को बेहतर बनाने में मदद करता है।

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वॉमिटिंग की समस्या दूर होती है

प्रेग्नेंसी के दौरान ज्यादातर महिलाएं उल्टी, जी-मिचलाना जैसी समस्याओं से परेशान रहती हैं। ऐसे में महिलाओं को डाइट में आम शामिल करना चाहिए। आम में पाए जाने वाले सभी तत्व महिलाओं को उल्टी जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करते हैं। यहां तक कि अर्ली प्रेग्नेंसी में नजर आने वाले कई लक्षणों में भी आम खाने से कमी आती है।

पाचन संबंधी समस्या दूर होती है

आम में फाइबर पाया जाता है, जो बाउल मूवमेंट में सुधार करता है। यह बात तो आप सभी जानते होंगे कि प्रेग्नेंसी के दौरान ज्यादातर महिलाओं को पाचन संबंधी समस्या बनी रहती है। खासकर, उन्हें कब्ज की दिक्कत रहती है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि जैसे-जैसे प्रेग्नेंसी के दिन बढ़ते जाते हैं, वैसे-वैसे भ्रूण का विकास होता रहता है और उसका वजन बढ़ता है। ऐसे में शरीर के अंदर के सभी ऑर्गन पर दबाव बनता है। इसका असर डाइजेस्टिव सिस्टम पर भी पड़ता है, जिससे कब्ज की दिक्कत होने लगती है।

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इम्यूनिटी बूस्ट करे

आम में विटामिन-सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार, आम विटामिन-सी का अच्छा स्रोत है। इससे इम्यूनिटी बूस्ट होती है। जाहिर है, जब महिला की इम्यूनिटी में सुधार होता है, इससे उसके बीमार होने का रिस्क कम होता है और संक्रमण का जोखिम भी कम होता है। आपको बता दें कि आयरन को एब्जॉर्ब करने के लिए विटामिन-सी की जरूरत होती है। ध्यान रखें कि आयरन की कमी की वजह से बॉडी में खून की कमी हो सकती है, जो एनीमिया का कारण बन सकता है। इसका मतलब है कि विटामिन-सी का सेवन करने से आप कई तरह की बीमारियों से बच जाते हैं।

All Image Credit: Freepik

FAQ

  • क्या आम गर्भपात का कारण बनता है?

    यह सच है कि आम की तासीर गर्म होती है। लेकिन, यह फल गर्मी के मौसम में ही पाया जाता है। सीमित मात्रा में आम का सेवन करने से गर्भपता नहीं होता है और न ही इससे गर्भ में पल रहे शिशु को कोई नुकसान होता है। इसके उलट, प्रेग्नेंसी में आम खाने से स्वास्थ्य लाभ होता है और शिशु का विकास भी बेहतर होता है।
  • गर्भवती महिला को कौन सा फल नहीं खाना चाहिए?

    गर्भवती महिलाओं को कच्चा पपीता, अनानास, और अंगूर जैसे फल नहीं खाने चाहिए। इन फलों से गर्भपता का रिस्क रहता है।
  • आम की तासीर क्या होती है?

    आम की तासीर गर्म होती है यानी अगर आप ज्यादा मात्रा में आम का सेवन कर बैठते हैं, तो इसकी वजह से शरीर की गर्मी बढ़ सकती है और स्वास्थ्य संबंधी समस्या हो सकती है। प्रेग्नेंसी के दौरान भी इसका सेवन सीमित मात्रा में ही किया जाना चाहिए।

 

 

 

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