Seborrheic Dermatitis Symptoms In Hindi: सेबोरिक डर्मेटाइटिस एक तरह की स्किन कंडीशन है। वैसे तो यह संक्रामक नहीं है और एक से दूसरे व्यक्ति को नहीं होती है। लेकिन, सेबोरिक डर्मेटाइटिस एक ऐसी दिक्कत है, जो लंबे समय तक बनी रहती है। हालांकि, सेबोरिक डर्मेटाइटिस को मैनेज किया जा सकता है। इसकी वजह से त्वचा में खुजली और रेड पैचेज हो जाते हैं। यही नहीं, सेबोरिक डर्मेटाइटिस होने पर त्वचा में डैंड्रफ जैसी परत नजर आने लगती है। आपको बता दें कि सेबोरिक डर्मेटाइटिस शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती है। अमूमन यह समस्या पीठ के ऊपरी हिस्से, माथे आदि जगहों पर अधिक देखने को मिलते हैं। बहरहाल, सेबोरिक डर्मेटाइटिस को मैनेज कैसे किया जाता है, यह जानना आवश्कय है। साथ ही, यह जान लेना भी जरूरी है कि सेबोरिक डर्मेटाइटिस होने पर किस तरह के लक्षण नजर आते हैं। जानें, राजौरी गार्डन स्थित कॉस्मेटिक स्किन क्लिनिक की कॉस्मेटोलॉजिस्ट और त्वचा रोग विशेषज्ञ, डॉ. करुणा मल्होत्रा से इनके बारे में-
सेबोरिक डर्मेटाइटिस के लक्षण- Seborrheic Dermatitis Symptoms In Hindi
1. स्कैल्प में डैंड्रफ होना
सेबोरिक डर्मेटाइटिस होने पर स्कैल्प में डैंड्रफ होने लगता है। इसके कारण त्वचा परत निकल आती है, जो सफेद और हल्के पीले रंग की नजर आती है। जब खुजली की जाए, तो यह डैंड्रफ की तरह बालों के ऊपर आ जाते हैं। यही नहीं, सेबोरिक डर्मेटाइटिस के कारण खुजली भी होती है। कई बार यह खुजली इतनी ज्यादा होने लगती है, जिससे त्वचा लाल हो जाती है।
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2. पीले रंग की पपड़ी बनना
सेबोरिक डर्मेटाइटिस सिर्फ बड़ों को ही नहीं छोटे बच्चों को भी हो सकती है। कई बार देखने में आता है कि सेबोरिक डर्मेटाइटिस होने पर बच्चों को क्रेडल कैप हो जाता है। यह वही स्थिति है, जिसमें बच्चे के सिर पर पीले रंग की पपड़ी बनने लगती है। अगर बच्चा अनजाने में अपने सिर को खुजला दे तो इस स्थिति में प्रभावित हिस्से में सूजन हो सकती है। अगर बार-बार खुजली की जाए, तो वहां संक्रमण होने का खतरा भी बना रहता है। हालांकि, संक्रमण गंभीर नहीं होता है।
3. पलकों के किनारे पपड़ी बनना
सेबोरिक डर्मेटाइटिस होने कई लोगों की आंखों की पलक के आसपास हिस्से में पपड़ीदार त्वचा बन जाती है। ऐसा खासकर, आईलिड के आसपास अधिक होता है। वैसे तो यह ज्यादा गंभीर कंडीशन नहीं है और मैनेज करना भी मुश्किल नहीं है। लेकिन, इस स्थिति में कई बार आईलिड के आसपास सूजन हो सकती है। इस वजह से आंखों के आसपास खुजली, रेडनेस और जलन हो सकती है।
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चेहरे पर गुलाबी पपड़ी का बनना
सेबोरिक डर्मेटाइटिस के कारण चेहरे पर गुलाबी पपड़ी उभरने लगती है। ऐसा चेहरे के दोनों साइड्स में हो सकता है। इस स्थिति में भी त्वचा में सूजन और खुजली जैसी दिक्कत हो सकती है। कई बार गुलाबी पपड़ीदार त्वचा सिर्फ चेहरे पर नहीं, बल्कि पीठ के निचले हिस्से, कोहनी और घुटनों में भी होने लगते हैं।
सेबोरिक डर्मेटाइटिस को मैनेज करने के टिप्स- Tips To Manage Seborrheic Dermatitis Symptoms In Hindi
आमतौर पर किशोरावस्था में होने पर सेबोरिक डर्मेटाइटिस के लक्षण अपने आप ठीक हो जाते हैं। इसके बावजूद, सेबोरिक डर्मेटाइटिस इस बात पर निर्भर करता है कि किसी को यह कंडीशन क्यों हुई है और शरीर के किस हिस्से को प्रभावि किया है। यहां हम जानेंगे कि सेबोरिक डर्मेटाइटिस को मैनेज कैसे किया जा सकता है-
- नियमित रूप से चेहरे को अच्छी तरह वॉश करें। इसके लिए जेंटल मेडिकेटेड साबुन का इस्तेमाल करें। बेहतर होगा कि इस संबंध में आप डॉक्टर की सलाह लें।
- प्रभावित हिस्से पर एंटीफंगल क्रीम लगाना न भूलें। डॉक्टर द्वारा ट्रीटमेंट करवाने पर वे स्टेरॉएड दे सकते हैं। किसी भी तरह के क्रीम को खुद से न लगाएं। डॉक्टर द्वारा परामर्श लें।
- सेबोरिक डर्मेटाइटिस होने पर मॉइस्चराइजर जरूर अप्लाई करें। इससे स्किन मॉइस्चराइज रहेगी और ड्राइनेस तथा इर्रिटेशन दूर होगी।
- सेबोरिक डर्मेटाइटिस होने खुजली काफी होती है। खुजली करने से ब्लीडिंग होने का रिस्क रहता है। इसलिए, कोशिश करें कि प्रभावित हिस्से में खुजली न करें।
- सेबोरिक डर्मेटाइटिस होने पर हार्श साबुन इस्तेमाल करने से बचें। इससे आपकी कंडीशन और भी बिगड़ सकती है।
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