Seborrheic Dermatitis: कई बार नाक के किनारे या फिर नीचे की स्किन में ड्राईनेस आ जाती है, जिसके कारण चेहरे का लुक भी प्रभावित हो जाता है। कुछ लोगों में नाक के किनारे ड्राईनेस होने की वजह से उस हिस्से की स्किन काली या सफेद भी पड़ जाती है। आमतौर पर यह समस्या पोर्स के कारण होती है। हालांकि, देखभाल और सही इलाज कराकर इससे राहत पाई जा सकती है। इस स्थिति को सेबोरिक डर्मेटाइटिस के नाम से भी जाना जाता है। अगर आपको भी यह समस्या है तो इस लेख के माध्यम से हम आपको इसके कारण और इलाज के बारे में बताएंगे। आइये डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. अंकुर सरीन से जानते हैं इस बारे में।
क्या होता है सेबोरिक डर्मेटाइटिस?
डॉ. सरीन के मुताबिक नाक के किनारे ड्राईनेस के कारण सफेद या काली पड़ने वाली स्किन को आमतौर पर सेबोरिक डर्मेटाइटिस के नाम से जाना जाता है। यह ड्राईनेस के कारण नहीं, बल्कि फंगस के कारण होने वाले ऑयल ग्लैंड के इंफेक्शन की वजह से होता है। आमतौर पर यह समस्या स्कैल्प को ज्यादा प्रभावित करती है। इससे त्वचा पर चकत्ते पड़ने के साथ ही साथ त्वचा पर सूजन भी हो सकती है। इसे लंबे समय तक नजरअंदाज करना कई बार एग्जिमा का भी कारण बन सकता है।
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सेबोरिक डर्मेटाइटिस के लक्षण
- सेबोरिक डर्मेटाइटिस होने पर त्वचा पर कई बदलाव नजर आ सकते हैं। होने पर आपका स्कैल्प ड्राई हो सकता है और डैंड्रफ भी हो सकता है।
- ऐसे में कई बार आईब्रो में भी डैंड्रफ लग सकते हैं।
- ऐसे में नाक के दोनों किनारों की त्वचा लाल पड़ सकती है।
- इस स्थिति में कई बार छाती, कान और ब्रेस्ट पर भी पैचेज नजर आ सकते हैं।
- सेबोरिक डर्मेटाइटिस होने पर पैचेज काले या भूरे रंग के भी हो सकते हैं।
सेबोरिक डर्मेटाइटिस का इलाज
- सेबोरिक डर्मेटाइटिस को ठीक करने के लिए आपको एंटी-फंगल क्रीम का इस्तेमाल करना होता है।
- इसके लिए आपको अपने स्कैल्प को साफ-सुधरा रखना चाहिए।
- इस स्थिति को ठीक करने के लिए कई बार डॉक्टर स्किन की स्थिति भी देखते हैं।
- इसके लिए डर्मेटोलॉजिस्ट द्वारा कई बार मॉइश्चुराइजर या अन्य प्रोडक्ट्स का भी इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं।