आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में पर्सनल हाइजीन (Personal Hygiene) को बनाए रखना बेहद जरूरी है। हाथ धोने, नहाने और सफाई के लिए हम रोजाना कई बार साबुन का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्किन को जर्म फ्री बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले यही साबुन आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है? एक्सपर्ट्स बताते हैं कि बार-बार और लंबे समय तक केमिकल्स युक्त साबुन का प्रयोग त्वचा पर डर्मेटाइटिस (Dermatitis) जैसी समस्या पैदा कर सकता है। इस लेख में डॉ विजय सिंघल, सीनियर कंसल्टेंट डर्मेटोलॉजी, श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट से जानते हैं कि कि साबुन से डर्मेटाइटिस कैसे होता है, इसके लक्षण क्या हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है।
साबुन से डर्मेटाइटिस कैसे हो सकता है? - How can soap cause dermatitis?
डर्मेटाइटिस एक प्रकार की त्वचा की सूजन (Skin Inflammation) है, जो खुजली, जलन, लालिमा, और सूखे चकत्तों के रूप में सामने आती है। यह एलर्जी, केमिकल्स, या बार-बार त्वचा पर किसी चीज के संपर्क में आने के कारण हो सकती है। जब यह प्रतिक्रिया साबुन की वजह से होती है, तो इसे "साबुन से संपर्क डर्मेटाइटिस" (Soap-induced Contact Dermatitis) कहा जाता है। साबुन त्वचा को साफ करने में उपयोग आता है, जिसमें डिटर्जेंट्स, खुशबू, केमिकल्स और कभी-कभी एल्कोहल जैसे तत्व होते हैं। जब हम इनका अत्यधिक या बार-बार उपयोग करते हैं, तो ये त्वचा की प्राकृतिक नमी और तेल को हटा देते हैं। इससे त्वचा की बाहरी परत कमजोर हो जाती है और जलन या एलर्जिक प्रतिक्रिया होने लगती है। आगे जानते हैं कि किन कारणों से साबुन से डर्मेटाइटिस हो सकती है।
- बार-बार साबुन से हाथ या शरीर साफ करने से त्वचा की सुरक्षा परत टूट जाती है।
- कुछ साबुनों में ऐसे केमिकल्स होते हैं जो त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं, जैसे सोडियम लॉरिल सल्फेट (SLS)।
- इन साबुनों में मौजूद आर्टिफिशल सुगंध और रंग एलर्जी पैदा कर सकते हैं।
- अधिक क्षारीय (alkaline) साबुन त्वचा का pH असंतुलित कर देता है, जिससे डर्मेटाइटिस की संभावना बढ़ जाती है।
- जिन लोगों की त्वचा संवेदनशील होती है, उन्हें आम साबुन से भी एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है।
डर्मेटाइटिस के लक्षण - Symptoms Of Dermatitis In Hindi
साबुन से डर्मेटाइटिस होने पर कुछ सामान्य लक्षणों को आगे बताया गया है।
- लगातार खुजली और जलन
- सूखी, फटी और खुरदरी त्वचा
- त्वचा पर फुंसियां या दाने
- कुछ मामलों में पानी जैसा रिसाव या क्रस्ट बनना
- यह लक्षण उन जगहों पर अधिक दिखाई देते हैं, जहां साबुन का सीधा संपर्क होता है, जैसे हाथ, चेहरे, गर्दन या पैर।
साबुन से डर्मेटाइटिस से बचने के उपाय - Prevention Tips Of Dermatitis Due To Soap In Hindi
- माइल्ड या मेडिकेटेड साबुन का इस्तेमाल करें। इसके लिए बिना खुशबू और केमिकल्स वाले सौम्य (gentle) साबुन का चयन करें।
- बार-बार हाथ धोने से बचें। जरूरत पड़ने पर ही साबुन से हाथ धोएं, अन्यथा साधारण पानी से धोना भी काफी है।
- मॉइस्चराइजर का उपयोग करें। साबुन से हाथ धोने के बाद हमेशा त्वचा को नमीयुक्त रखने के लिए मॉइस्चराइजर लगाएं।
- केमिकल्स या सफाई वाले प्रोडक्ट्स का उपयोग करते समय दस्ताने पहनें।
- नारियल तेल या ऐलोवेरा जेल लगाएं। ये प्राकृतिक उपाय त्वचा को शांत करने और सूजन कम करने में सहायक होते हैं।
- यदि समस्या बढ़ती जाए तो डॉक्टर से संपर्क करें, जो एलर्जिक टेस्ट या दवा की सलाह दे सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस क्या है और इससे कैसे बचें? डॉक्टर से जानें
साफ-सफाई हमारे जीवन का अहम हिस्सा है, लेकिन अगर सावधानी न बरती जाए, तो वही साबुन जो हमें स्वस्थ रखने के लिए होता है, डर्मेटाइटिस जैसी परेशानी का कारण बन सकता है। अतः यह जरूरी है कि हम सही प्रकार का साबुन चुनें, जरूरत से ज्यादा इसका प्रयोग न करें और त्वचा की नमी को बनाए रखें। यदि लक्षण गंभीर हों, तो देर किए बिना डॉक्टर से सलाह लें।
FAQ
स्किन एलर्जी के लिए कौन सा साबुन सबसे अच्छा है?
माइल्ड और नेचुरल साबुन से आप स्किन एलर्जी से बचाव कर सकते हैं। स्किन एलर्जी से बचाव के लिए आप पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें।कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस से जल्दी कैसे छुटकारा पाएं?
कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस से छुटकारा पाने के लिए आप इसके ट्रिगर को जानें। इससे बचाव कर आप कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस के लक्षणों से बच सकते हैं। उसके बाद, आप कुछ घरेलू उपचार जैसे ठंडी सिकाई, मॉइस्चराइजर और गुनगुने पानी से नहाना शुरू कर सकते हैं।डर्माटाइटिस क्यों होता है?
डर्माटाइटिस तनाव, एलर्जी, सूखी स्किन और वायरस, बैक्टीरियल संक्रमण के कारण हो सकता है।