Sauna Bath Benefits: मेनोपॉज के दौरान सॉना बाथ लेने से कम होता है वजन, वैज्ञानिकों ने किया दावा

Sauna Bath Benefits in Hindi: मेनोपॉज के दौरान सॉना बाथ लेने से वजन आसानी से कम होता है। आइये विस्तार से जानते हैं पूरी स्टडी के बारे में।
  • SHARE
  • FOLLOW
Sauna Bath Benefits: मेनोपॉज के दौरान सॉना बाथ लेने से कम होता है वजन, वैज्ञानिकों ने किया दावा


Sauna Bath Benefits in Hindi: मेनोपॉज के दौरान अक्सर महिलाओं को कई परेशानियों से होकर गुजरना पड़ता है। इस स्थिति में कभी मूड स्विंग तो कभी पेट दर्द होता है। यही नहीं मेनोपॉज के दौरान महिलाओं में वजन बढ़ना भी एक बड़ी समस्या बन चुका है। हालांकि, इसके पीछे बढ़ती उम्र, हार्मोनल बदलाव और शारीरिक गतिविधियों की कमी जैसे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। हाल ही में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक हीट थैरेपी जैसे सॉना बाथ लेने से महिलाओं में फैट बर्न होता है और वजन भी आसानी से घटता है। आइये विस्तार से जानते हैं इस स्टडी के बारे में। 

सॉना बाथ लेने से कम होता है वजन 

दरअसल, मेनोपॉज के लेकर चूहों पर स्टडी की गई, जिसमें कुछ चूहों को शामिल करके उन्हें सॉना बाथ दी गई। यह स्टडी अमेरिकन सोसाइटी फॉर न्यूट्रिशन में प्रस्तुत की गई थी। स्टडी के मुताबिक हीट थैरेपी या सॉना बाथ जैसी थेरेपी मेनोपॉज के दौरान महिलाओं के वजन को कम करने में प्रभवाी होती है। खासकर यह उन महिलाओं में ज्यादा फायदेमंद होती है, जो उम्र बढ़ने के कारण मोटापे का शिकार हैं। शोधकर्ताओं के मुताबिक हीट थैरैपी लेने से बढ़ती उम्र में होने वाले टिशु डैमेज से बचाव होता है। 

कम होता है वजन 

स्टडी में शामिल किए गए चूहों को दो भागों में बांटा गया, जिसमें कुछ चूहों को 45 प्रतिशत कैलोरी वाली वेस्टर्न डाइट दी गई। वहीं, दूसरे ग्रुप को 30 मिनट की नियमित हीट थेरेपी दी गई। जोकि 12 हफ्तों तक चली। दूसरे ग्रुप की तुलना में हीट थैरेपी लेने वाले चूहों में फैट की मात्रा कम थी साथ ही मेटाबॉलिज्म में भी सुधार था। यानि सॉना बाथ जैसी हीट थैरेपी लेने से मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया तेज होती है, जिससे वजन आसानी से घटता है। 

इसे भी पढ़ें - मेनोपॉज के दौरान वजन क्यों बढ़ता है? एक्सपर्ट से जानें कारण

क्या है सॉना बाथ? 

  • सॉना बाथ लेने से शरीर में सूजन और दर्द की समस्या कम होती है। 
  • सॉना बाथ स्ट्रेस कम करने के साथ ही कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ के लिए भी फायदेमंद होती है। 
  • इससे नींद अच्छी आती है साथ ही साथ जोड़ों का दर्द भी कम होता है। 
  • इससे डिमेंशिया और अल्जाइमर जैसी समस्या भी कम होती है। 

Read Next

क्या गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित है मलेरिया की वैक्सीन? NIH ने ट्रायल में किया मलेरिया से बचाने का दावा

Disclaimer