इन 5 स्थितियों में नहीं करवाना होगा RTPCR टेस्ट, ICMR ने जारी की कोरोना टेस्टिंग के लिए नई गाइडलाइन्स

 कोरोना की इस लहर में ज्यादा केस आने की वजह से टेस्टिंग को लेकर चुनौती बढ़ गई है जिसे देखते हुए टेस्टिंग स्ट्रेटजी में बदलाव किया गया है। 
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इन 5 स्थितियों में नहीं करवाना होगा RTPCR टेस्ट, ICMR ने जारी की कोरोना टेस्टिंग के लिए नई गाइडलाइन्स


भारत में कोरोनावायरस (Covid-19 india) की दूसरी लहर कहर बरपा रही है। पिछले 24 घंटों की बात करें, तो केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में कोरोना के 3,57,229 नए मामले सामने आए हैं, वहीं 3449 लोगों की जान चली गई है। कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण हेल्थ केयर सिस्टम पर बहुत जोर है और इसके चलते बहुत से लोगों को इलाज नहीं मिल पा रहा है। इस स्थिति को देखते हुए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (IMCR) ने  कोरोना टेस्टिंग के लिए नए गाइडलाइन्स जारी किए हैं। इन गाइडलाइन्स में आरटी-पीसीआर टेस्टिंग (RTPCR) को लेकर कुछ नए नियम लागू किए हैं, जिसमें स्पष्ट तरीके से बताया गया है कि किसेआरटी-पीसीआर टेस्ट की जरूरत है और किसे नहीं। तो, आइए जानते  हैं इन गाइडलाइन्स के बारे में विस्तार से। 

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टेस्टिंग के लिए लैब्स पर है भारी दबाव

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (IMCR) ने मंगलवार को जारी अपने नए परीक्षण दिशानिर्देश में, मौजूदा प्रयोगशालाओं से लोड कम करने के लिए आरटी-पीसीआर परीक्षणों को कम करने के बारे में बताया है। दरअसल, केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से बार-बार आरटी-पीसीआर परीक्षणों के अनुपात को बढ़ाने के लिए कहा गया कि सभी कोविड -19 परीक्षणों का कम से कम 70 प्रतिशत परीक्षण किया जाए, पर इसके चलते टेस्टिंग लैब्स पर भारीद दबाव  है। ICMR ने अपने गाइडलाइन्स में बताया कि भारत में इस समय 2506 मोल्युकर लैब जिसमें कि RTPCR, TrueNat, CBNAAT और दूसरे प्लेटफॉर्म भी शामिल हैं। हर रोज इस लैब्स में तीन शिफ्ट में लगभग 15 लाखों लोगों की कोरोना जांच हो रही है। पर जिस तरह से कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हुई है इन लैब्स पर टेस्टिंग का भारी दबाव है। इसलिए इस दबाव को कम करने के लिए कुछ गाइडलाइन्स जारी किए गए हैं। 

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कोरोना टेस्टिंग के लिए नई गाइडलाइन्स  -New ICMR Guidelines For Covid-19 Testing 

कोरोना टेस्टिंग के लिए ICMR की नई गाइडलाइन्स  पर ध्यान दें तो इनमें 5 स्थितियों में RT-PCR टेस्ट न करवाने की बात कही गई है। आसान भाषा में समझें तो

इन 5 स्थितियों में नहीं होगा RT-PCR टेस्ट

  • - ऐसा व्यक्ति जिसका एंटीजन टेस्ट पहले पॉजिटिव आया हो। 
  • - ऐसा व्यक्ति जिसका  RT-PCR टेस्ट पॉजिटिव आया हो। 
  • -उस व्यक्ति का जिसे पिछले तीन दिनों से बुखार न हुआ हो और जिसने 10 दिनों का होम क्वारंटाइन पूरा किया हो।
  • - वे लोग जिन्हें कोरोना के इलाज के बाद हॉस्पिटल से डिस्चार्ज किया गया हो।
  • - एक स्वस्थ व्यक्ति जो कि अंतरराज्यीय घरेलू यात्रा कर रहा हो। 

10% से अधिक पॉजिटिव रेट वाले राज्यों में लगाएं लॉकडाउन : एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया 

भारत में जिस तरह से स्थिति खराब हो रही है उसे देखते हुए एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया का कहना है कि 10% से अधिक पॉजिटिव रेट वाले राज्यों में सख्त लॉकडाउन की जरूरत है। डॉ. गुलेरिया ने मंगलवार को कहा कि जिन क्षेत्रों में कोविड -19 मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, पॉजिटिव रेट हाई है और बेड्स की कमी है वहां  सख्त लॉकडाउन लगाने की जरूरत है। साथ ही लोगों की आजीविका को ध्यान में रखते हुए कुछ समाधान निकाला जाना चाहिए। उन्होंने कोरोनोवायरस मामलों की संख्या को कम करने के लिए कुछ राज्यों द्वारा रात के कर्फ्यू और वीकेंड्स लॉकडाउन लगाने की रणनीति को लेकर भी कहा कि इससे ट्रांसमिशन साइकिल पर ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ने वाला।  इन क्षेत्रों में सख्त क्षेत्रीय लॉकडाउन लगाने की जरूरत है। 

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गौरतलब है कि कोरोना अब इंसानों में नहीं बल्कि जानवरों में भी फैल रहा है। दरअसल, हैदराबाद चिड़ियाघर में आठ एशियाई शेर कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। प्रीमियर रिसर्च इंस्टीट्यूट के सलाहकार का कहना है कि उनके लार के नमूनों की सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी को भेजा गया, जहां वो पॉजिटिव पाए गए हैं। इसे देखते हुए सरकारी विज्ञप्ति जारी किया गया है जिसमें कि सभी चिड़ियाघर कर्मचारियों के लिए बचाव के उपाय बताए गए हैं और चिड़ियाघर को आगंतुकों के लिए बंद कर दिया गया है।

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