भारत में कोरोना का कहर (Covid-19 ICMR guidelines) लगातार जारी है। हर रोज यहां साढ़े तीन लाख से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं और मरने वालों की संख्या 3 हजार से ऊपर है। पर हाल ही में आया शोध कोरोना पीड़ित डायबिटीज मरीजों (covid-19 and diabetes) को लेकर बड़ा खुलासा करता है। जर्नल डायबिटोलॉजिया (Diabetologia Journal)में प्रकाशित एक शोध की मानें, तो डायबिटीज के कोरोना पीड़ित मरीजों में मौत (mortality due to Covid-19 in diabetes)का खतरा सबसे ज्यादा है। हालांकि, आईसीएमआर (ICMR) ने स्थिति को देखते हुए डायबिटीज के मरीजों के लिए कोरोना से बचाव के कुछ गाइडलाइन्स भी जारी किए हैं। तो, आइए सबसे पहले जानते हैं क्या कहता है ये शोध और फिर जानेंगे डायबिटीज के मरीजों के लिए आईसीएमआर गाइडलाइन्स (ICMR guidelines for covid-19 in diabetes)
कोरोना पीड़ित डायबिटीज के मरीजों में मौत का खतरा ज्यादा (How does covid-19 affect diabetes)
डायबिटोलॉजिया नामक पत्रिका में प्रकाशित इस शोध की मानें, तो डायबिटीज वाले पुरुषों में महिलाओं की तुलना में कोविड -19 से मृत्यु की संभावना ज्यादा है। दरअसल, इस शोध में बताया गया है कि कोरोना से पीड़ित पुरुषों में महिलाओं की तुलना मौत का खतरा 28 प्रतिशत अधिक होता है। शोध में डायबिटीज से पीड़ित 65 वर्ष से अधिक आयु के लोगों की मृत्यु उस आयु से कम उम्र के लोगों की तुलना में तीन गुना अधिक थी। शोध बताता है कि उम्र में प्रत्येक पांच साल बढ़ने के साथ, डायबिटीज में कोविड -19 से संबंधित मृत्यु का जोखिम 43 प्रतिशत ज्यादा है। इस शोध को करने वाले जर्मन डायबिटीज सेंटर, लाइबनिज सेंटर फॉर डायबिटीज रिसर्च फॉर हेइनरिच हेबै यूनिवर्सिटी डसेलडोर्फ के शोधकर्ताओं की टीम का कहना है कि रिसर्च के लिए, टीम ने एशिया, उत्तरी अमेरिका और यूरोप के देशों में 22 अध्ययनों और 17,687 लोगों का एक व्यवस्थित समीक्षा और मेटा-विश्लेषण किया।
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People with more severe course of #diabetes have poorer prognosis of #COVID-19 vs people with milder course: findings from living systematic review & meta-analysis. @ddz_info @LeibnizWGL @DiabResearch @HHU_de @SabrinaSchlesi2 https://t.co/yJq1VU0g5R @EASDnews @ClinMedJournals pic.twitter.com/O2UeZaPE9P
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शोध में यह भी पाया गया कि अपने मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए इंसुलिन का उपयोग करने वाले रोगियों में कोविड -19 से मरने की संभावना 75 प्रतिशत अधिक थी, जबकि मेटफोर्मिन के साथ अपने डायबिटीज का इलाज करने वालों को कोविड -19 के शिकार होने की संभावना 50 प्रतिशत कम थी। पुरुषों में बड़ी उम्र और कुछ पहले से मौजूद स्थितियों के साथ-साथ इंसुलिन का उपयोग, जिनमें ज्यादा है उनमें मृत्यु दर ज्यादा है। वहीं डायबिटीज और SARS-CoV-2 संक्रमण (diabetes and covid) के साथ, मेटफॉर्मिन का उपयोग करने वाले मरीजों में मृत्यु का जोखिम है।
डायबिटीज के मरीजों के लिए ICMR की गाइडलाइन्स (ICMR guidelines for diabetic patients)
डायबिटीज के मरीजों कोरोना से बचाव के लिए पहले तो, सोशल डिस्टेंसिंग, साफ-सफाई और मास्क आदि का खास तौर पर ध्यान रखना चाहिए और उसके बाद इन चीजों का नियम से पालन करना चाहिए। जैसे कि
- -डायबिटीज के मरीजों को रेगुलर समय से अपनी दवाइयों का सेवन करना चाहिए।
- -हेल्दी डाइट लें और शुगर का सेवन बिलकुल न करें।
- -रोज एक्सरसाइज करें।
- -ब्लड शुगर को रोज चेक करते रहें और इसे संतुलित रखें।
- -छोटे लगातार भोजन सहित पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ लें।
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इसके साथ ही मधुमेह के साथ दिल से जुड़ी बीमारी (diabetes and heart disease) होने पर बीपी चेक करते रहें। अपनी दवाएं नियमित रूप से लें। कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए दवाएं जारी रखा जाना चाहिए। लेकिन कुछ दर्द निवारक दवाओं जैसे कि इबुप्रोफेन लेने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें क्योंकि ये लक्षणों को और खराब कर सकता है, जिसके चलते कोरोना से हॉर्ट फेल्योर का खतरा बढ़ता है।साथ ही किडनी फेल्योर के खतरे को भी बढ़ता है। पर सबसे ज्यादा जरूरी है कि डायबिटीज के मरीज किसी भी ऐसी जगहों पर जाने से बचें, जहां कोरोना होने का खतरा हो और घर पर भी मास्क लगा कर रखें और हर कुछ देर बार हाथ साफ करते रहें। साथ ही नाक और मुंह को छूने से बचें और खुद की अतिरिक्त देखभाल करें।
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