Tips to Follow During Pregnancy: बरसात के मौसम में प्रेग्नेंट महिलाओं को अपना ज्यादा ध्यान रखना चाहिए। इस मौसम में नमी और उमस दोनों बनी रहती है। इस कारण वजाइना में बैक्टीरिया और फंगल इंफेक्शन होने का खतरा रहता है। इसके अलावा, प्रेग्नेंसी के दौरान महिला की इम्यूनिटी भी कम हो जाती है। इसलिए इस मौसम में इंफेक्शन और बीमारियों का खतरा ज्यादा रहता है। इन समस्याओं से बचने के लिए इम्यूनिटी और हाइजीन दोनों मेंटेन रखना जरूरी है। हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल से इम्यूनिटी बूस्ट की जा सकती है। लेकिन इंफेक्शन का खतरा कम करने के लिए हाइजीन मेंटेन करना ही जरूरी है। इस बारे में जानने के लिए हमने बात कि वैशाली के मैक्स हॉस्पिटल की आब्सटेट्रिक और गायनेकोलॉजी की सीनियर डायरेक्टर और हैड डॉ अनिता शर्मा से। इस लेख में जानें मानसून के लिए खास प्रेग्नेंसी हाइजीन टिप्स।
मानसून में अपनाएं ये खास प्रेग्नेंसी हाइजीन टिप्स- Pregnancy Hygiene Tips For Rainy Season
टाइट कपड़े न पहनें- Avoid Tight Clothes
बरसात के मौसम में टाइट कपड़े बिल्कुल न पहनें। प्रेग्नेंसी में टाइट पैंटी पहनने से वजाइना में नमी बढ़ जाती है। इसके कारण बैक्टीरिया पनपने लगते हैं और इंफेक्शन हो सकता है। इसलिए इस मौसम में टाइट कपड़े बिल्कुल न पहनें। इस मौसम में हल्के और कंफर्ट क्लॉथ ज्यादा पहनें। इससे बॉडी रिलैक्स रहेगी और आपको इंफेक्शन का खतरा नहीं होगा।
दिनभर हाइड्रेट रहें- Hydrate Yourself
इंफेक्शन का खतरा रोकने के लिए खुद को हाइड्रेट रखें। बॉडी डिहाइड्रेट होने से वजाइना का पीएच लेवल बिगड़ सकता है। इसके कारण वजाइना में बैक्टीरिया और फंगल पनपने लगती है। लेकिन हाइड्रेट रहने से इंफेक्शन का खतरा कम हो सकता है। मानसून में प्रेग्नेंट महिलाओं को अपने लिक्विड इनटेक का खास ध्यान रखना चाहिए। इसलिए दिनभर तीन से चार लीटर पानी जरूर पिएं जिससे हाइड्रेशन मेंटेन रहे। इसके साथ ही, नींबू पानी और नारियल पानी का सेवन जरूर करें। इससे डिहाइड्रेशन होने से रोका जा सकता है।
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सेफ इंटिमेट हाइजीन प्रोडक्ट्स- Use Safe Intimate Hygiene Products
वजाइना की हाइजीन मेंटेन रखने के लिए सेफ इंटिमेट हाइजीन प्रोडक्ट इस्तेमाल करें। ऐसे में आप डॉक्टर की सलाह से माइल्ड और बिना खुशबू वाले प्रोडक्ट ले सकते हैं। इनके इस्तेमाल से खुजली और इंफेक्शन का खतरा कम होता है।
यूरिनेट के बाद क्लीन करें- Clean After Urination
अगर आप यूरिनेट के बाद वजाइना क्लीन नहीं करती हैं, तो इससे आपको इंफेक्शन हो सकता है। इसलिए हर बार यूरिनेट के बाद वजाइना को क्लीन जरूर करें। वजाइना को आगे से पीछे की ओर पोछे। वजाइना को गीला बिल्कुल न छोड़ें क्योंकि इससे आपको इंफेक्शन हो सकता है।
दिन में दो बार नहाएं- Bath Two Times
बरसात के मौसम में त्वचा में चिपचिपाहट भी बनी रहती है। इससे इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए इस मौसम में आपको दो बार नहाना चाहिए। इससे बैक्टीरिया नहीं पनपते हैं और स्किन भी हेल्दी रहती है।
बाहर का खाना अवॉइड करें- Avoid Outside Food
मानसून में बीमारियों का खतरा ज्यादा रहता है। इसलिए प्रेग्नेंट महिलाएं को केवल घर का बना हेल्दी खाना ही खाना चाहिए। बरसात के मौसम में हर किसी का बाहर का खाना खाने का मन होता है। लेकिन इससे इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है। साथ ही, इंफेक्शन बढ़ सकता है। इसलिए बरसात में बाहर का खाना बिल्कुल न खाएं। घर में बना हुआ कम मसाले का खाना ही खाएं।
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कोई लक्षण नजरअंदाज न करें- Don't Ignore Any Sign
कई बार इंफेक्शन को हम घरेलू नुस्खों से ठीक करने की कोशिश करते हैं। लेकिन प्रेग्नेंसी में हर इंफेक्शन का रिस्क ज्यादा होता है। ऐसे में लक्षणों को नजरअंदाज करने से परेशानी बढ़ सकती है। इसलिए प्रेग्नेंसी के दौरान कोई भी लक्षण नजरअंदाज न करें। डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें और इलाज कराएं। इससे आप कोई बड़ी समस्या होने से रोक सकते हैं।
मच्छरों से बचाव रखें
बरसात के मौसम में मलेरिया और मच्छरों से फैलने वाली बीमारियों का खतरा रहता है। इसलिए मच्छरों से बचाव रखें। घर में कहीं भी पानी भरा न रहने दें और मच्छरों से बचाव की दवा लगाएं।
ये टिप्स आपको मानसून में होने वाले इंफेक्शन से बचने में मदद कर सकती हैं। इसी के साथ अपने डॉक्टर से संपर्क बनाए रखें। समय-समय पर रूटीन चेकअप जरूर कराएं।