डिलीवरी के बाद महिलाएं शारीरिक और मानसिक रूप से कई बदलावों का सामना करती हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान वजन बढ़ना एक सामान्य प्रक्रिया होती है, लेकिन कई महिलाएं प्रसव के बाद वजन घटाने को लेकर परेशान रहती हैं। इस समय सही डाइट और एक्सरसाइज की मदद से न केवल वजन घटाया जा सकता है, बल्कि शरीर को हेल्दी भी रखा जा सकता है। महिलाओं को डिलीवरी के बाद के वर्कआउट प्लान में सावधानी बरतनी चाहिए, खासकर अगर किसी महिला को डायस्टेसिस रेक्टी जैसी समस्या हो। यह स्थिति पेट की मांसपेशियों के बीच की दूरी को बढ़ा देती है, जिससे मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं और पेट बाहर की ओर दिखने लगता है। हाल ही में सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर और फिटनेस कोच डॉक्टर शिखा चौधरी ने डायस्टेसिस रेक्टी-फ्रेंडली वर्कआउट प्लान बताया है, जो पोस्टपार्टम महिलाओं के लिए सुरक्षित है और घर पर ही किया जा सकता है।
डायस्टेसिस रेक्टी क्या है?
डायस्टेसिस रेक्टी वह स्थिति होती है जब प्रेग्नेंसी के दौरान बढ़ते हुए पेट के कारण पेट की मांसपेशियों के बीच की दूरी बढ़ जाती है। इससे पेट की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं और पेट बाहर की ओर दिखाई देने लगता है। सही वर्कआउट और एक्सरसाइज से इसे ठीक किया जा सकता है। लेकिन, किसी भी एक्सरसाइज रूटीन को शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि आपका शरीर एक्सरसाइज के लिए तैयार है।
डायस्टेसिस रेक्टी-फ्रेंडली वर्कआउट प्लान
1. Diaphragmatic ब्रीदिंग विद रेजिस्टेंस
Diaphragmatic ब्रीदिंग से आपकी कोर मसल्स को मजबूत करने में मदद मिलती है। यह एक ऐसी एक्सरसाइज है जो आपकी सांस लेने की प्रक्रिया को बेहतर बनाती है और कोर की मांसपेशियों को नियंत्रित करने में मदद करती है।
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2. Bear होल्ड
यह एक्सरसाइज आपकी कोर को मजबूत बनाने में बहुत प्रभावी है। यह आपकी पेट की मांसपेशियों को स्थिरता प्रदान करती है।
3. ग्लूट ब्रिज
ग्लूट ब्रिज एक्सरसाइज आपकी पीठ, हिप्स और कोर मसल्स को टोन करने में मदद करती है। यह आपके पेट के नीचे की मांसपेशियों को भी मजबूत करती है।
4. नीलिंग फॉल बैक्स
यह एक्सरसाइज आपकी कोर मसल्स और पीठ को मजबूत करने के लिए बेहतरीन है। यह धीरे-धीरे आपकी पेट की मांसपेशियों को स्थिरता प्रदान करती है।
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वर्कआउट के दौरान सावधानियां
- वर्कआउट के दौरान सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया पर ध्यान देना बहुत जरूरी है।
- सेट्स के बीच 30-40 सेकंड के लिए रुकें ताकि आपकी मांसपेशियों को रिकवर करने का समय मिल सके।
- घर पर एक्सरसाइज करते समय एक आरामदायक सतह का उपयोग करें ताकि आपकी मांसपेशियों और जोड़ों पर कम दबाव पड़े।
पोस्टपार्टम शरीर को फिर से फिट और स्वस्थ बनाने में समय लगता है। डायस्टेसिस रेक्टी को ठीक करने के लिए धैर्य और नियमित अभ्यास जरूरी है। धीरे-धीरे आपकी कोर मसल्स मजबूत होंगी और पेट की मांसपेशियों के बीच की दूरी कम होगी।
निष्कर्ष
डायस्टेसिस रेक्टी के साथ पोस्टपार्टम महिलाओं के लिए सही वर्कआउट प्लान बहुत जरूरी है। यह न केवल आपकी मांसपेशियों को टोन करने में मदद करेगा, बल्कि आपकी कोर को भी मजबूत बनाएगा। डॉक्टर से सलाह लेने के बाद, आप इस वर्कआउट प्लान को अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकती हैं और धीरे-धीरे अपने शरीर को पहले जैसा फिट बना सकती हैं।
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