प्रेग्नेंसी के समय पर आमतौर पर कुछ लड़कियों को अक्सर पेट फूलने या फिर फैलने की समस्या से होकर गुजरना पड़ता है। यह प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली एक आम समस्या है। दरअसल, इस प्रक्रिया में यूट्रस पेट की मांसपेशियों को स्ट्रेच करता है या फैलाता है, जिससे गर्भ में पल रहे शिशु की ग्रोथ में मददगार होता है। कई महिलाओं के मन में यह संदेह रहता है कि पेट का फैलना (डायस्टेसिस रेक्टी) की समस्या 30 के बाद ठीक हो सकती है या फिर नहीं? आइये दिल्ली के प्रीत विहार स्थित अग्रवाल होम्योपैथी क्लीनिक के डॉ. पंकज अग्रवाल से जानते हैं इसके बारे में।
क्या है पेट का फैलना (डायस्टेसिस रेक्टी) ?
आपने पेट फूलने के बारे में तो जरूर सुना होगा, लेकिन कुछ महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान पेट फैलना की भी समस्या रहती है। हालांकि, यह जरूरी नहीं कि केवल महिलाओं का ही पेट फैले, बल्कि यह समस्या पुरुषों और बच्चों में भी देखी जाती है। इस दौरान महिलाओं को कमर में दर्द या फिर जकड़न होने के साथ ही कई बार कब्ज और पोश्चर खराब होने जैसे लक्षण भी देखने को मिल सकते हैं। आमतौर पर पेट फैलने की समस्या प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही के दौरान शुरु होती है।
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क्या 30 के बाद हो सकता है ठीक?
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक यह समस्या महिलाओं में बेहद आम है और यह लोगों का मिथ है कि 30 या फिर 40 की उम्र के बाद इससे राहत नहीं पाई जा सकती है। कुछ एक्सरसाइज और हेल्दी रूटीन के जरिए आप डायस्टेसिस रेक्टी की समस्या से निजात पा सकते हैं। यह फर्क नहीं करता कि आपका पिछला बच्चा कितने साल पहले हुआ था। कई बार फीजियोथेरेपी और एबडोमिनल सपोर्ट के जरिए भी इस समस्या को पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है।
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इन बातों का रखें ध्यान?
- डायस्टेसिस रेक्टी होने पर कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है।
- इसके लिए आपको ज्यादा वजन उठाने से बचना चाहिए। इससे कई बार पेट और भी फूल सकता है।
- इससे राहत पाने के लिए आपको पेट की मांसपेशियों पर जोर डालने वाली एक्सरसाइज करने से बचना चाहिए।
- इसके लिए आपको खराब लाइफस्टाइल को फॉलो करने से बचना चाहिए।